ये कहानी है। अंश दीक्षित जो एक माफिया और टॉप बिजनेसमैन है,। जो अपने रुतबे और खतरनाक पहचान के लिए जाना जाता है। उसकी दुनिया में ताकत का ही राज होता है,। और वह किसी को भी अपने सामने घुटने टेकने के लिए मजबूर कर सकता है। दूसरी ओर, सिया शर्मा अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उनकी पहली मुलाकात एक इवेंट में होती है, जहाँ अंश की खतरनाक रूप और सख्त रवैया सिया को देख के डर सी जाती हैं। कुछ ऐसा होता है।, जिससे सिया अंश से डरने लगती है। क्या हुआ था उस दिन? क्या सिया अपने डर को पार कर अंश के करीब जा सकेगी? क्या अंश अपनी कड़वी सच्चाई के पीछे छिपी सिया की मासूमियत को पहचान पाएगा? क्या ये दोनों एक-दूसरे से प्यार कर पाएंगे ? या उनका रिश्ता केवल खौफ और संकोच का खेल बनकर रह जाएगा?
Venom Mafiya - 1
पुणे की सड़कों पर रात की ठंडी हवा चल रही थी। चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था। उस सन्नाटे तोड़ती हुई एक काली एसयूवी सड़कों पर तेज़ रफ्तार से दौड़ रही थी। गाड़ी के अंदर अंश दीक्षित बैठा था – पुणे का कुख्यात माफिया जिसके नाम से लोग खौफ खाते थे। उसके साथ उसका सबसे भरोसेमंद आदमी, कबीर, गाड़ी चला रहा था और उसके बगल में आदित्य बैठा था।"भाई, आज का काम तो बेहतरीन हुआ," आदित्य ने मुस्कुराते हुए कहा।अंश ने एक हल्की मुस्कान के साथ उसकी ओर देखा और धीरे से कहा, "ये शहर अब हमारे हाथों में ...और पढ़े
Venom Mafiya - 2
( टकराव और डर )अंश कॉलेज के बाहर खड़ा, सिया को देख रहा था। उसकी आँखों में वो गुस्सा भी ताज़ा था जो कुछ देर पहले राघव के लोगों पर गोलीबारी के बाद से जल रहा था। लेकिन सिया के मासूम चेहरे ने उसे पल भर के लिए ठहरने पर मजबूर कर दिया था।अंश के लिए ये बहुत अजीब था कि वो ऐसे किसी अजनबी के बारे में सोच रहा था, लेकिन इससे पहले कि वो खुद को संभाल पाता, उसके कदम अनजाने में कॉलेज के गेट की ओर बढ़ने लगे।सिया अपने दोस्तों के साथ गेट के पास खड़ी ...और पढ़े
Venom Mafiya - 3
( बदले की भावना और अनजानी यादें )अंश अपने ऑफिस में अपने सबसे करीबी आदमियों, कबीर और आदित्य के बैठा था। उस रात उस पर हुए हमले का बदला लेना उसकी पहली ख्वाहिश बन गई थी। उसके चेहरे पर वही गुस्सा था, जो उसे पहले भी कई बार खतरनाक फैसले लेने पर मजबूर कर चुका था।"राघव ने अपनी हदें पार कर दी हैं," अंश ने गुस्से से कहा। "मुझे इस बात का पता करना है कि उस हमले में और कौन-कौन शामिल था।"कबीर ने कहा, "भाई, हमने कुछ लोगों का पता लगाया है। राघव ने ...और पढ़े
Venom Mafiya - 4
अब आगेसिया कैंटीन में बैठी अपनी किताबों में खोई हुई थी। अचानक उसके कानों में एक तेज़ गाड़ी की पड़ी। बाहर एक काली एसयूवी गेट के पास आकर रुकती है। उस कार को देख कर ही सिया का दिल ज़ोर से धड़क उठा। उसके मन में अजीब सा डर और बेचैनी फैल गई।उसे तुरंत उस रात का वो खौफनाक मंजर याद आ गया, जब उसने पहली बार अंश को देखा था और उसकी आँखों में उस क्रूर गुस्से को महसूस किया था।उधर, अंश कॉलेज के डीन से मिलने आया था। अंश जोकि बहुत स्टाइल में कार से उतरता है। ...और पढ़े
Venom Mafiya - 5
अब आगेराघव मल्होत्रा का विलाउधर राघव अपने आदमियों के साथ बैठा था, जब उसे खबर मिली कि अंश पर हमले में वो फिर से बच गया है। उसकी आँखों में गुस्से की लहर दौड़ गई। उसने गुस्से से अपने हाथ की मेज़ पर ज़ोर से मारा और चीखते हुए कहा, "अंश को मारा नहीं गया अब तक तुम लोगों से ? आखिर क्यों हर बार वो बच निकलता है?"उसके बगल में खड़ा करण मुस्कुराते हुए बोला, "राघव भाई, इस बार हमें कोई और चाल चलनी होगी। सीधा हमला तो फायदेमंद साबित नहीं हो रहा। हमें उसके करीबी लोगों पर ...और पढ़े
Venom Mafiya - 6
अब आगेअंश की ज़िंदगी जैसे दो राहों पर खड़ी थी – एक तरफ उसकी बहन हर्षिता की टेंशन थी, दूसरी तरफ सिया, जिसके खयाल ने उसे बेचैन कर रखा था। उसने अपनी फीलिंग्स से लड़ने की कोशिश की, पर सिया का मासूम चेहरा उसे चैन से सोने नहीं दे रहा था। उस लड़की में कुछ तो था, जो उसकी दुनिया को हिला रहा था।दूसरी ओर, राघव और करण अपने मिशन पर थे। राघव का इरादा था कि अंश को उसकी बहन के जरिए तकलीफ दी जाए। उसने करण को हर्षिता के कॉलेज और घर के आस-पास नज़र रखने के ...और पढ़े