यह कहानी भानगढ़ के अभिशप्त किले को आधार बना कर लिखी गई है लेकिन पूर्णतः काल्पनिक है। कहानी- आज चारों परम मित्र फिर 6 महीने बाद summer vacation पर अपने गृह नगर जौधपुर में श्याम रेस्टोरेंट में बैठे हुए आराम से भोजन कर रहे थे, और वार्तालाप तो चालू था ही। बस, जब भी ना वो चारों मिलते हैं तो बस घूमने की प्लानिंग शुरु कर देते हैं। अमित बताओ ना कहां का प्रोग्राम बनायें। संजू ----अलवर, अलवर चलते हैं। आशीष 1 ---बस कितनी बार सोच सोच कर रह ही जाते है, अब चलते ही हैं अलवर। रोहित - हां सुना है अलवर पैलेस बहुत ही खूबसूरत महल हैं सुना है, कई फिल्मों की और कई गानों की शूटिंग हुई है और सब के सब हिट । अमित - और वो तीन शैतान की नानियां वो क्या हमें यूंही जाने देंगी, वो भी चलेंगी देख लेना साथ में। संजू अच्छा वो प्रीति नियति और अवंतिका ।
Full Novel
किले का रहस्य - भाग 1
यह कहानी भानगढ़ के अभिशप्त किले को आधार बना कर लिखी गई है लेकिन पूर्णतः काल्पनिक है।कहानी-आज चारों परम फिर 6 महीने बाद summer vacation पर अपने गृह नगर जौधपुर में श्याम रेस्टोरेंट में बैठे हुए आराम से भोजन कर रहे थे, और वार्तालाप तो चालू था ही।बस, जब भी ना वो चारों मिलते हैं तो बस घूमने की प्लानिंग शुरु कर देते हैं।अमित बताओ ना कहां का प्रोग्राम बनायें।संजू ----अलवर, अलवर चलते हैं।आशीष 1 ---बस कितनी बार सोच सोच कर रह ही जाते है,अब चलते ही हैं अलवर।रोहित - हां सुना है अलवर पैलेस बहुत ही खूबसूरत महल ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 2
खौफनाक अफवाहों का पर्दाफाश करती एक जासूसी कहानी।अवंतिका के जासूसी दिमाग में योजनाएं बनती ही चली जा रहीं थी मंडल अलवर के अभिनीत होटल में बैठा कल के परिवर्तित कार्यक्रम के बारे में वार्तालाप में लगा हुआ था।अवंतिका मैंने नेट पर सर्च कर लिया है।भानगढ़ अलवर से करीब 1151 कि. मी. की दूरी पर है।अलवर से जयपुर जाने वाले रास्ते में।और समय लगेगा लगभग 2 घंटे 30 मिनट।अमित -OK अथात हम प्रातः के 6 बजे यहां से प्रस्थान कर देंगे।रोहित -- वो सब तो ठीक है, किंतु हम शाम के बाद प्रीतीनियती और आशीष को किले के बाहर छोड़ ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 3
अभी तक आपने पढ़ा कि जासूस सप्तऋषि मंडल दिन भर भानगढ़ के किले के रहस्यों का अवलोकन करते हुए को खंडित महल की छत पर पहुं गया है।अब आगे-उन सातों ने वहीं छत पर बैठ कर भोजन किया।शाम अब अंधकार की ओर अग्रसर हो रही थी, क्यों कि वो छत पर थे इसलिये किसी का ध्यान उधर गया ही नहीं।अमित - शायद सभी चले गये हैं, नीचे की ओर देखो तो कितना सन्नाटा छाया हुआ है।अवंतिका हम आज रात इस बुर्ज पर ही बैठ कर चारों - और निगाह रखेंगे और किसी को भी अहसास ही नहीं होगा कि ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 4
अवंतिका अमित इस बिल्ली को वो औरत इस तरह अचानक क्यूं उठा के ले गई."अमित और उस बिल्ली की दिन के उजाले में भी इतनी चमक रहीं थी तो रात को कितना चमकती होंगी।"संजू "कुछ तो है, ऐसा लगता है यहां कोई बहुत बड़ी साजिश पनप रही है."अवंतिका "हां आज रात को हमें सतर्क रहना होगा" तुम सबके पास दूरबीन हैं ना.अमित "अब हम कहीं दूर वृक्षों पर चढ़कर दूरबीनों से इनकीटोह लेंगे। ऐसा महसूस हो रहा है कि रहस्य की पहली सीढ़ी ये औरतें ही हैं।अवंतिका "अब हमें दो गुटों में बंटना है। प्रीती आशीष संजू, और रोहित ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 5
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि जासूस सप्तरिषि मंडल ने किले में नर्तकियों और घुंघरूओं की आवाज के रहस्य पता लगा लिया।रात को जब वो महल की छत के कंगूरों पर अपनी दूरबीने सटायेबैठे हुए थे तो उन्हें अरावली की श्रेणियों से कुछ वाहन आते दिखाई दिये।अब आगे-अमित --- देखो कुल चार गाड़ियां हैं जो इसी ओर आ रहीसंजू और वो तीन गाड़ियां किले कि ओर आ रही हैं। -अवंतिका --- एक गाड़ी उसी झोपड़ी के आगे रुक गई है। कुछ पेटियों को उतार कर झोपड़ी में रख रहे हैं।रोहित झोपड़ी के आगे रखी गाड़ियों में से चार आदमी ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 6
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि अमित अवंतिका और रोहित उस सर्पीली घुमावदार सुरंग के जब अंतिम छोर पर तो स्वयं को बहुत बड़े हॉल में पाया और सामने देखते ही वे अचंभित हो उठे। अब आगे- बहुत बड़ा आयताकार कक्ष था सामने बिल्कुल सामने शिवजी की करीब सात फुट ऊंची प्रतिमा थी, शिव की जटाओं से बिल्कुल फव्वारे के रूप में पानी की धारा प्रस्फुटित हो रही थी। मूर्ति के चरणों से थोड़ा आगे एक स्वच्छ जलकुंड था। जलकुंड के बिल्कुल मध्य में करीब तीन फुट ऊंचा शिवलिंग था, शिव जटाओं से निकली जल धारा सीधे शिवलिंग पर ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 7
तीनों अचंभित से चकित से आंखें फाड़ फाड़ कर अपने चारों ओर देख रहे थे। उन्हें यह भी पता लग पाया कि जिस दीवार के दरवाजे से वो आये हैं वो बंद हो चुकी है। तीनों अपनी टाचों को घुमा घुमा अकूत खजाने को देख रहे थे।सोने की बड़ी बड़ी मूर्तियां हीरे और मोतियों के जेवरों से लदी हुईरोहित, मोमबत्तियां जला दो।रोहित ने एक झटके में थैले में से मोमबत्तियों के दो पैकिट निकालेऔर फटाफट फटाफट पूरी बीस मोमबत्तियां चारों तरफ जला दी। मोमबत्तियों के प्रकाश से उस खजाने के गहने आभूषण प्रकाश को परावर्तित कर प्रसफुटित हो चम ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 8
वो तीनों खजाने से भरे उस तह खाने में कैद हो गये थे।मोमबत्तियां भी अब बुझने ही वाली थीं।तीनों निराश से कभी एक दूसरे को देखते तो कभी खजाने कोकैसी विकट समस्या आ गई थी, तीनों के मोबाइल भी आफ हो चुके थे, अब करें तो क्या करे ?अमित रोहित अभी मोमबत्तियों के कितने पैकिट और हैंरोहित अभी पांच और हैं।अमित दस मोम बत्ती और जला दोअब ना तो अमित का जासूसी दिमाग काम कर रहा था और ना ही अवंतिका काहताश होकर वे वहीं धरती पर बैठ गये।अमित -अवंतिका चिप्स और कोल्ड ड्रिंक निकालो तो।तीनो वही खा पीकर ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 9
रात के 12 बज रहे थे और अमित व अवंतिका दोनों किलेकी ओर आहिस्ता आहिस्ता चले जा रहे थे।सारे का अथक परिश्रम भी उन्हें विचलित नहीं कर रहाथादोनों के अंदर एक ही जज्बा था इस अंतिम राज़ को जाननेकाऔर वो यह तो समझ चुके थे कि कि इस राज़ पर पर्दा डालने के लिये ही ये डरावनी अफवाहें फैलाई गई हैं।वातावरण बहुत भयावह था। घुप्प अंधेरी काली स्याह रात।आसमान पर अचानक बादल छा ही गये, ऊपर बादलों के गरजने का शोर तो नीचे चमगादड़ों की आवाजें कानों के पर्दों पर हमला कर रहीं थीं।ऊपर तड़ित की भयंकर गर्जना तो ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 10
अब हम बैठकर पूरा रिकार्ड तैयार करते हैं और फिर. Bआफिसर राजेश और अलवर के S.P मिस्टर सत्यार्थ सेसंपर्क "संजु जाओ बाहर किसी स्टेशनरी की दूकान से एक फाइल ले कर आओ।"नियति फाइल का क्या करना हम हैं तो सब कुछ बताने केलिये।"अमित "फाइल में हम सारी रिपोर्ट लिखेंगे वो अखबार में छपेगी"प्रीती तालियां पीटते हुए गुड वैरी गुड़ फिर तो सारी दुनिया को पता लग जायेगा इस किले में कोई भूत प्रेत नहीं है।"अमित और क्या हम सबने दुनिया का अंधविश्वास दूर करने के लिये ही तो जान की परवाह न करके करी है ये जासूसी ।"अवंतिका "और ...और पढ़े
किले का रहस्य - भाग 11
योजना के अनुसार असिस्टैंट भानु प्रताप को अपने और तीनों असिस्टेंट्स को किले के चारों और की निगरानी करनी आई बी आफिसर राजेश राजपूत के चारों जूनियर्स को चुपचाप महल की छत पर से दूरबीन द्वारा अरावली की श्रेणियों पर निगाह रखना है। लेडिज़ कांस्टेबिल 2 तो उन औरतों को आपनी बातों में उलझाये रखेंगी, और 2 चुपचाप उन झोपड़ियों में घुसकर अंदर का मुआयना करेंगी।एसपी सत्यार्थ अष्ठाना, राजेश राजपूत औरविक्रम तीनों अमित अवंतिका के साथ खजाने की ओर जायेंगे और संजू व रोहित सुरंग के बाहर ही बैठ कर पहरेदारी देंगे।दिन ...और पढ़े