टूटे हुए दिलो का अश्पताल

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल l नमस्ते दोस्तो वापस आ गया हु में। फिर एक नई कहानी के साथ. तो चलो आओ शुरू करते करते है। यह कहानी एक काल्पनिक है कृपया इसको कहानी की तरह ले। आज कल हर जगह हर वक्त कई लोग प्यार में अपनी जान दे देते है. हम उनको जान देने से रोक तो नही सकते. क्यू की अब हर जगह तो नही जा सकते ना क्यू की ये प्रॉब्लम हर जगह हर बार हो ती है तो इस लिए हमने सोचा की क्यू ना हम इन प्यार करने वालो के लिए हर जगह एक अश्पताल बना दिया जाए. तो हमने बिलकुल वैसा ही किया शहर में ऐसे हादसे होने के कारण और इन सब चीजों को मद्दे नजर रखते हुए सब उत्पन्न किया जाता है। एक शहर है. जिसका नाम है सुपर सिटी. इस शहर का नाम सुपर सिटी इस लिए पड़ा क्यू की यहां के लोग यहां का जो भी माहोल है सब सुपर है. इस लिए इस शहर का नाम है सुपर सिटी. उसी शहर मे वो अश्पताल ठहरा है जहा पर ये सुपर सिटी है. ऐसा नहीं है की और कोई अश्पताल नही है. अश्पताल कई तरह के है लेकिन इस अश्पताल से किसीको कोई नुकसान नही होगा ये बताकर बनाया गया है.

Full Novel

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 1

टूटे हुए दिलो का अश्पताल lनमस्ते दोस्तो वापस आ गया हु में। फिर एक नई कहानी के साथ. तो आओ शुरू करते करते है।यह कहानी एक काल्पनिक है कृपया इसको कहानी की तरह ले।आज कल हर जगह हर वक्त कई लोग प्यार में अपनी जान दे देते है. हम उनको जान देने से रोक तो नही सकते. क्यू की अब हर जगह तो नही जा सकते ना क्यू की ये प्रॉब्लम हर जगह हर बार हो ती है तो इस लिए हमने सोचा की क्यू ना हम इन प्यार करने वालो के लिए हर जगह एक अश्पताल बना दिया ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 2

समझ गया, अब से हर एपिसोड 2500 शब्दों में तैयार किया जाएगा। मैं सेकंड एपिसोड लिखना शुरू कर रहा हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 2सुपर सिटी में बना यह अनोखा अस्पताल धीरे-धीरे शहर में चर्चा का विषय बन चुका था। हर कोई इस अस्पताल के बारे में जानना चाहता था। कुछ इसे समाज के लिए बेहतरीन पहल मान रहे थे, तो कुछ इसे बेकार की बात कहकर नजरअंदाज कर रहे थे। लेकिन इस अस्पताल का असली उद्देश्य सिर्फ वही समझ सकता था, जिसने खुद प्यार में चोट खाई हो।निक, जो अस्पताल के बारे में जानने आया था, संजना ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 3

एपिसोड 3 – टूटे हुए दिलों का अस्पतालरात के सन्नाटे में अस्पताल का माहौल और भी भारी लग रहा डॉक्टर अरमान अपने केबिन में बैठे केस फाइलें पलट रहे थे। अचानक दरवाजा खुला, और नर्स सिया भागते हुए अंदर आई।"सर, जल्दी चलिए! पेशेंट का हाल बिगड़ रहा है!"अरमान ने बिना देर किए स्टेथोस्कोप उठाया और तेज कदमों से आईसीयू की ओर बढ़े। वहाँ बिस्तर पर एक 26 साल का युवक पड़ा था—गहरी चोटें, खून से सना शरीर, और आंखों में दर्द की एक अजीब सी झलक।"इनका एक्सीडेंट कैसे हुआ?" अरमान ने नर्स से पूछा।"सर, किसी ने इन्हें सड़क किनारे ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 4

एपिसोड 4 – पुराने जख्म और नई चुनौतियाँअस्पताल की सफेद दीवारों के बीच समय धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, आदित्य के दिल और दिमाग में बीते समय की यादें किसी पुराने जख्म की तरह ताजा थीं। उसकी जिंदगी धीरे-धीरे सामान्य हो रही थी, लेकिन एक नया मोड़ उसकी भावनाओं में भूचाल लाने वाला था।पुरानी यादों का अंधेराआदित्य अभी भी अस्पताल की दिनचर्या में ढलने की कोशिश कर रहा था। उसकी मुलाकात आए दिन अलग-अलग मरीजों से होती, उनकी कहानियाँ सुनता और उन्हें भावनात्मक सहारा देने की कोशिश करता। लेकिन उसके अपने दिल में जो घाव थे, उन्हें कौन भरता?एक ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 5

एपिसोड 5 – अतीत की परछाइयाँअस्पताल के गलियारों में रात का सन्नाटा था। बाहर बारिश की हल्की बूँदें खिड़कियों गिर रही थीं, लेकिन आदित्य के दिल में एक अलग ही हलचल थी। भावेश की एंट्री ने उसकी पुरानी यादों को फिर से जिंदा कर दिया था।अंधेरे में छिपे राजआदित्य अपने केबिन में बैठा, भावेश की मेडिकल रिपोर्ट देख रहा था, लेकिन उसकी आँखें बार-बार पुरानी यादों में खो जातीं। एक समय था, जब आदित्य और भावेश एक-दूसरे के बिना अधूरे थे। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि लोग उन्हें एक सिक्के के दो पहलू कहते थे।लेकिन फिर ऐसा ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 6

एपिसोड 6 – अतीत के ज़ख्म और एक नई साज़िशअस्पताल की सफेद दीवारों के पीछे छिपे थे कुछ काले आदित्य की ज़िंदगी में आया एक चेहरा, जिसने उसके पुराने घाव फिर से हरे कर दिए। भावेश, एक ऐसा नाम जो सिर्फ अतीत तक सीमित रहना चाहिए था, आज उसके सामने खड़ा था, मुस्कुराता हुआ… मगर उसकी मुस्कान के पीछे कुछ ऐसा था जो आदित्य को बेचैन कर रहा था।---भावेश की एंट्री – एक भूला नहीं हुआ अतीतआदित्य अपने केबिन में मरीजों की रिपोर्ट देख रहा था कि अचानक दरवाज़े पर दस्तक हुई।"आ जाओ," उसने बिना देखे कहा।दरवाज़ा खुला और ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 7

एपिसोड 7: अतीत के घावभूमिका:अस्पताल की गलियारों में हलचल हमेशा की तरह जारी थी। मरीजों की भीड़, डॉक्टरों के कदम, और दर्द से कराहते लोगों की आवाजें माहौल को बोझिल बना रही थीं। लेकिन इस बार, अस्पताल में सिर्फ मरीजों का दर्द नहीं था—यहाँ एक ऐसा अतीत कदम रखने वाला था, जो आदित्य के घावों को फिर से कुरेदने वाला था।भावेश की एंट्रीदोपहर के करीब का वक्त था। आदित्य अपने केबिन में बैठा था, जब अचानक नर्स ने आकर बताया—"सर, एक नया मरीज एडमिट हुआ है, जिनका नाम भावेश है। एक्सीडेंट केस है, परसों भर्ती किया गया था। आज ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 8

एपिसोड 8: दोस्ती या धोखा?भूमिका:आदित्य की जिंदगी में भावेश की एंट्री किसी भूले हुए अध्याय के दोबारा खुलने जैसी बीते पाँच सालों से आदित्य ने उस चेहरे को अपनी यादों से मिटाने की कोशिश की थी, लेकिन अब वही इंसान उसके सामने था। भावेश की आँखों में एक अजीब सी बेचैनी थी—शायद पछतावे की, या फिर किसी नए खेल की शुरुआत की।भावेश की मजबूरी या चाल?आदित्य के लिए ये समझना मुश्किल था कि क्या भावेश सच कह रहा था या फिर ये सब उसकी कोई नई चाल थी। उसने वार्ड के बाहर आकर गहरी सांस ली। उसके मन में ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 9

टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 09नई चुनौतियाँ, नया मरीजअस्पताल की घड़ी रात के 11 बजा रही थी, यहाँ रात और दिन का कोई मतलब नहीं था। इमरजेंसी वार्ड में लगातार मरीजों की आवाजाही लगी रहती थी। डॉक्टर आदित्य अपने केबिन में बैठकर दिनभर के मरीजों की रिपोर्ट देख रहे थे। उनकी आँखों में हल्की थकान झलक रही थी, लेकिन मरीजों के प्रति उनकी ज़िम्मेदारी उन्हें चैन से बैठने नहीं देती थी।तभी अचानक इमरजेंसी वार्ड से एक नर्स हड़बड़ाती हुई आई।"डॉक्टर आदित्य, जल्दी चलिए! एक एक्सीडेंट केस आया है। मरीज की हालत बहुत नाजुक है!"आदित्य ने फौरन अपने ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 10

टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 10साजिश की परतें खुलने लगींअस्पताल का माहौल हमेशा की तरह व्यस्त था, आईसीयू के बाहर एक अजीब सा सन्नाटा पसरा था। आदित्य अपने केबिन में बैठकर ऋषभ की मेडिकल रिपोर्ट पढ़ रहे थे। ऑपरेशन सफल हुआ था, लेकिन ऋषभ अभी तक बेहोश था। उसकी हालत स्थिर थी, मगर खतरा टला नहीं था।भावेश की अचानक वापसी और ऋषभ का एक्सीडेंट—इन दोनों घटनाओं के बीच कोई कनेक्शन है या नहीं, यह सोच-सोचकर आदित्य का दिमाग उलझ चुका था।तभी नर्स रीना अंदर आई।"सर, ऋषभ को थोड़ी देर पहले हल्की हरकत हुई थी। लगता है, वो ...और पढ़े

11

टूटे हुए दिलो का अश्पताल - 11

एपिसोड 11 – टूटे हुए दिलों का अस्पतालनई सुबह, नई तकलीफेंसुबह की हल्की धूप अस्पताल के गलियारों में फैल थी, लेकिन आदित्य के दिल और दिमाग में बीती रात की बातें गूंज रही थीं। भावेश की एंट्री ने उसके पुराने घाव फिर से हरे कर दिए थे। वो उसे भूलना चाहता था, लेकिन भावेश की बातों ने उसे उसकी पुरानी जिंदगी में खींच लिया था।डॉ. संजना अपने केबिन में बैठी मरीजों की रिपोर्ट चेक कर रही थी, तभी नर्स सुष्मिता घबराई हुई अंदर आई।"मैम, इमरजेंसी में एक सीरियस केस आया है। बहुत बुरा एक्सीडेंट हुआ है, मरीज की हालत ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलों का अश्पताल - 12

एपिसोड 12: दर्द के पीछे की सच्चाईरात के सन्नाटे में जब पूरा शहर नींद की आगोश में था, "टूटे दिलों का अस्पताल" में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों की कहानियाँ अब भी सांस ले रही थीं। अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भागदौड़ मची थी। एक ऐंबुलेंस अस्पताल के गेट पर आकर रुकी, और स्ट्रेचर पर एक घायल व्यक्ति को उतारा गया। उसके शरीर पर कई जगह गहरे जख्म थे, और चेहरा खून से लथपथ था।एक नए केस की एंट्रीडॉ. आदित्य तुरंत इमरजेंसी वार्ड में पहुँचे। नर्स ने जल्दी से रिपोर्ट दी—"पेशेंट का नाम अर्जुन है, 34 ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलों का अश्पताल - 13

एपिसोड 13: साजिश के पीछे का चेहराअस्पताल की गलियों में हलचल थी। मरीजों के रिश्तेदार फुसफुसा रहे थे, स्टाफ बीच भी तनाव था, और सबसे ज्यादा बेचैनी आदित्य के चेहरे पर दिख रही थी। अर्जुन के केस ने उसके मन में कई सवाल खड़े कर दिए थे। क्या यह सच में एक एक्सीडेंट था, या कोई सोची-समझी साजिश? और अगर यह साजिश थी, तो इसके पीछे कौन था?भावेश की नई चालभावेश अस्पताल के कॉरिडोर में टहलते हुए हल्की मुस्कान के साथ सबकुछ देख रहा था। वह जानता था कि उसकी चाल धीरे-धीरे असर कर रही थी। उसने आदित्य को ...और पढ़े

14

टूटे हुए दिलों का अश्पताल - 14

एपिसोड 14: एक अधूरी दास्तानरात का समय था। अस्पताल के गलियारे में हल्की-हल्की रोशनी फैली हुई थी। मरीजों के में शांति थी, लेकिन इमरजेंसी वार्ड की भागदौड़ अभी भी जारी थी। डॉक्टर आदित्य ने एक लंबी सर्जरी खत्म की थी, लेकिन उनकी आंखों में नींद का नामोनिशान नहीं था। वे केबिन में आए ही थे कि उनकी नज़र फिर से उसी चेहरे पर पड़ी, जिससे वे बचना चाह रहे थे—भावेश।भावेश अस्पताल में भर्ती था, लेकिन उसका आना सिर्फ एक इत्तेफाक नहीं था। वह आदित्य के अतीत का एक ऐसा अध्याय था, जिसे आदित्य बंद कर देना चाहता था। लेकिन ...और पढ़े

15

टूटे हुए दिलों का अश्पताल - 15

एपिसोड 15: अनजान साए और धुंधली यादेंरात गहरी हो चुकी थी। अस्पताल की गलियों में अजीब-सी खामोशी थी। कभी-कभी मशीन की बीप-बीप की आवाज़ उस खामोशी को तोड़ देती थी। ऑपरेशन थिएटर की लाल बत्ती अब भी जल रही थी। मगर दूसरी तरफ, वार्ड नंबर 14 में एक रहस्यमयी लड़की अब भी बेहोश पड़ी थी, जिसकी कलाई पर "A" लिखा हुआ था।भावेश की बेचैनी और उसके इरादेभावेश अपनी जेब में हाथ डाले उस लड़की को देख रहा था। उसके होंठों पर हल्की मुस्कान थी, लेकिन उसकी आँखों में अजीब-सी चमक थी, जैसे वह किसी बड़े राज़ को अपने भीतर ...और पढ़े

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टूटे हुए दिलों का अश्पताल - 16

एपिसोड 16 – एक अनसुनी दास्तानरात के अंधेरे में अस्पताल की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ था। नाइट शिफ्ट डॉक्टर और नर्सें अपने-अपने काम में लगी थीं, लेकिन कुछ चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ झलक रही थीं।आदित्य अपने केबिन में बैठा कुछ फाइल्स देख रहा था कि तभी दरवाजे पर दस्तक हुई। उसने सिर उठाकर देखा—वहां नर्स राधिका खड़ी थी।"सर, एक नया केस आया है। मरीज की हालत बहुत नाजुक है।""क्या हुआ है उसे?" आदित्य ने चिंतित स्वर में पूछा।"सर, एक लड़की है, जिसकी उम्र करीब 22 साल है। उसे बुरी तरह जला दिया गया है। किसी ने ...और पढ़े

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