अधूरे संवाद ( अतुकांत )

(7)
  • 22.4k
  • 1
  • 7.6k

कुछ रचनाऐं भाव के प्रवाह मेंं .... सोचने को क्षजबूर करेंगी । संवाद तब पूर्ण होगा जब पाठक पढ़ेगा और चिंतन करेगा।

नए एपिसोड्स : : Every Thursday

1

अधूरे संवाद ( अतुकांत )

कुछ रचनाऐं भाव के प्रवाह मेंं .... सोचने को क्षजबूर करेंगी । संवाद तब पूर्ण होगा जब पाठक पढ़ेगा चिंतन करेगा। ...और पढ़े

2

अधूरे संवाद भाग -2 (कथनिकाऐं )

1प्रश्‍नों के चक्रव्‍युहवो कौन थी ?वो कैसे मरी ?उसके साथ क्‍या हुआ ?क्‍या ऐसा रोज होता ?ऐसा कब तक होता रहेगा ?ये लोग कौन है ?क्‍या उस लड़की के रिश्‍तेदार है ?ये क्‍यों नाराज है ?क्‍यों इनके हॉथ हवा में लहराते है ?ये क्‍यो नारे लगाने को मजबूर है ?क्‍या ये जनता है ?क्‍या इसका गुस्‍सा नाजायज है ?क्‍या ये नासमझी है ?क्‍या इन्‍हें किसी ने भडकाया है ?क्‍या इसमें विदेशी ताकतों का हॉथ है ?क्‍या ये माओवादी है ?क्‍या ये आतंकवादी है ?क्‍या ये देशद्रोही है ?फिर इनसे उन्‍हे डर क्‍यों लगता है ?वे जनता पर ...और पढ़े

3

अधूरे संवाद भाग - 3 (हाईकू )

हाइकू कविता हिन्दुस्तान में जो है ,वही तो सब पाकिस्तान में । मासूम बच्चा यहॉं और वहॉं भी बहुत सच्चा । दिलों में प्यार यहॉ और वहॉं भी होती बहार । भ्रष्टाचार में यहॉ और वहॉं भी खूब निखार । शस्त्र बहाल यहॉ और वहॉं भी शिक्षा बेहाल । बदनसीबी यहॉ और वहॉं भी भूख ,गरीबी । सीमा पे डर यहॉ और वहॉं भी मिटते घर । बंटते भाई यहॉ और वहॉं भी ...और पढ़े

4

अधूरे संवाद भाग-4

वो कहाँ गया जीवन की आपाधापी में वो कहां गया, वो किधर गया । वो सखा बचपन का वो कहां गया,वो किधर गया ।। वो साथ ही मेरे हंसता था । वो मेरे साथ ही रोता था । वो सोता था तो दिखता था । वो उठता था तो दिखता था । वो चेहरा था अनमोल न जाने कहां गया, वो किधर गया ।। वो साथ ही खेला करता था । वो साथ ही लड़ता रहता था । ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प