मोहब्बत हो गयी है तुम्हें

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बिस्तर पर चुपचाप लेटी हानिया को पता ही नहीं चला के कब उसकी आंख लगी बाहर होती जोरदार बारिश और बादल की गर्जन से उसकी आंख खुली और सीधे रूम की साईड वाली खिड़की पर नजर पड़ी जहां से बारिश की फुहारें अंदर आ रही थी हानिया उठीं और खिड़की भेड़ कर वापस बेड पर लेट कर आंखें बंद कर ली आंखें बंद करते ही पुरानी बातें किसी फिल्म की तरह उसकी आंखों के नीचे घुमने लगी. ये बारिश होने पर तुम मोर की तरह इतनी खुश क्यो हो जाती हो हानि.. उसने उसे छत पर जाते हुए देखा तो

नए एपिसोड्स : : Every Thursday

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें ( भाग 1 )

बिस्तर पर चुपचाप लेटी हानिया को पता ही नहीं चला के कब उसकी आंख लगी बाहर होती जोरदार बारिश बादल की गर्जन से उसकी आंख खुली और सीधे रूम की साईड वाली खिड़की पर नजर पड़ी जहां से बारिश की फुहारें अंदर आ रही थी हानिया उठीं और खिड़की भेड़ कर वापस बेड पर लेट कर आंखें बंद कर ली आंखें बंद करते ही पुरानी बातें किसी फिल्म की तरह उसकी आंखों के नीचे घुमने लगी. ये बारिश होने पर तुम मोर की तरह इतनी खुश क्यो हो जाती हो हानि.. उसने उसे छत पर जाते हुए देखा तो ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें ( भाग 2 )

( हानिया के बारे में पुरी तरह जानने के लिए आप मेरे उपन्यास मोहब्बत हो गयी है तुम्हें का भाग जरूर पढ़ें ) सौरी आम्मी हानिया ने ट्रे को टेबल पर रखते हुए कहा, अरे कोई बात नहीं उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा तो हानिया भी मुस्कुरा दी, आब उसके मुस्कुराने की वाहिद वजह आम्मी ही तो रह गयीं थीं वो हमेशा उनके लिए मुस्कुराती थी लेकिन खुलकर हंसे हुए उसे खुद भी याद नहीं के कितना टाइम गुजर गया था, आमतौर पर दोनों मां बेटी सन्डे को ही साथ नाश्ता करती थीं क्योंकि बाकी दिन हानिया सुबह 7 बजे ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें ( भाग 3 )

( कहानी को अच्छी तरह से समझने के लिए मोहब्बत हो गयी है तुम्हें के पिछले दो भागों को ना भूलें तो फिर चलिए इस सफर पर ) अंधेरा हो चुका था..आम्मी की फ़िक्र हानिया को नहीं थी क्योंकि किरन उनके साथ थी वो उनका ख्याल काफी अच्छी तरह रखतीं थी लेकिन फ़िक्र की बात ये थी के उसने आने से पहले किसी को बताया नहीं था आम्मी यकीनन उसके लिए बहोत फिक्रमंद हो रही होंगी उसका जल्दी घर पहुंचना जरूरी था लेकिन वो बच्ची जिसका अभी तक हानिया को नाम भी नहीं पता था उसे उसके घर पहुंचाना ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें ( भाग 4 )

अगर आप ने इस कहानी के तीसरे दूसरे और पहले भाग को नहीं पढ़ा है सबसे पहले उन्हें पढ़ लें फिर आगे बढ़ें...( वैसे अगर आप ये भाग पढ़ रहें हैं तो जाहिर सी बात है पिछले भी पढ़ ही चुके होंगे )तो फिर शुरू करते हैं ये भाग और मिलते हैं कुछ नये किरदारों से...ऐना रेस्टोरेंट में बैठी पास्ता खा रही थी और सालार मोबाइल में जरूरी मेल्स चेक कर रहा था लेकिन उसके दिमाग में रह रह कर हिना की बात घुम रही थी.ऐना एक बात बताइए.जी पापा, ऐना ने सालार की तरफ देखते हुए पुछाऐना मैंने ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें ( भाग 5 )

इस भाग को शुरू करने से पहले इस कहानी के पहले चार भागों को जरूर पढ़ें ताकि आप इस में किरदारों को समझते हुए मेरे साथ चल पाए मै हर भाग काफी छोटा डालती हुं ताकि अगर आप पिछले भाग पढ़ना चाहे तो आपको परेशानी ना हो तो फिर शुरू करते हैं... ( पिछला भाग मैंने सालार पर खत्म किया था लेकिन ये भाग मै नये किरदारों के साथ शुरू कर रही हुं बताना इसलिए जरूरी था क्योंकि मेरे कुछ पाठकों को समझने में कठीनाई हो सकती है ) खट खट खट मोमल उठ गयी हो क्या उठ गयी ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें (भाग 6 )

इस भाग को पढ़ने से पहले इस कहानी के बाकी भागो को अगर आप ने नही पढ़ा है तो पढ़ें. तो फिर आपके और मेरे पसंदीदा किरदारों के साथ मोहब्बत हो गयी है तुम्हें का ये भाग शुरू करते हैं Good morning... पापा, ऐना ने आंख खोली तो सामने सालार को बैठा देखा. सुबह बखैर मेरी जान, सालार ने मुस्कुराते हुए कहा. चलिए अब जल्दी से फ्रेश होकर आईए फिर नाश्ता करते हैं आप को स्कूल भी तो जाना है ना, सालार ने कहा और ऐना का सिर सहला कर रुम के बाहर निकल गया। नाश्ते की टेबल पर ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें - (भाग 7)

मै उम्मीद करती हूं कि आप ने अब तक के सारे भाग जरूर पढ़ें होंगे तो फिर शुरू करते हो गयी है तुम्हें के सातवें भाग के साथ... रोहान जिसने अपनी गर्लफ्रेंड मिस्बाह के साथ लंच का प्लान बनाया था उसकी ना सुनकर चिढ़ते हुए काॅल काट दियाचलो फिर किसी दोस्त की तरफ ही चलता हूं, उसने अपनी कार स्टार्ट की और तैमूर के घर की तरफ चल पड़ा दोपहर का वक्त था रोड काफी खाली थी रोहान ने स्पीड थोड़ी और तेज कर ली तभी उसे किसी की चीख सुनाई पड़ी रोहान को लगा शायद किसी को चोट लग ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें - (भाग 8)

अच्छा हानिया बाजी मै चलती हुं अब आंटी जी तो सो रही हैं उनकी चाय नही बनाई मैने , को शाम की चाय का कप थमाने के बाद किरन ने घड़ी की तरफ देखते हुए कहा जो कि 6:10 वक़्त दिखा रही थी.. हां जब वो उठेंगी तो मै खुद बना दूंगी अच्छा मै ये सोच रही थी कि कल तो संडे है तुम चाहो तो ना आओ कल क्योंकि मै घर पर ही रहुंगी कापियां वगैरह भी चेक करनी है बच्चों की तो तुम कल नही भी आओगी तो कोई बात नहीं.. अच्छा बाजी अल्लाह हाफ़िज़, अल्लाह हाफ़िज़ ...और पढ़े

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मोहब्बत हो गयी है तुम्हें - (भाग 9)

अब आप खुश हैं ना ऐना, सालार ने ऐना को पार्क में लाने के बाद पूछा.. जी पापा वो मेरे फ्रैंड्स, ऐना ने उसके हम उम्र बच्चो की तरफ हाथ हिलाते हुए कहा जो कि ऐना को देखकर पहले से ही हाथ हिला रहे थे. पापा मै कैच कैच खेलने जाऊं, हां जाइए लेकिन मेरे सामने ही रहिएगा ओके, ओके, ऐना ने कहा और खेलने चली गई. और सालार पार्क में चहलकदमी करने लगा. पार्क में दाखिल होते ही हमेशा की तरह हानिया ने अपनी पसंदीदा बैंच की तरफ का रूख किया जोकि छोटे से फव्वारे के ठीक बगल ...और पढ़े

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