इंस्पेक्टर बृजेश। वह एक लंबा,सुंदर,ऊर्जावान और स्वस्थ अधिकारी था। उनकी उम्र तीस साल के करीब थी,लेकिन अभी तक उनकी शादी नहीं हुई थी। चेहरे पर पतली दाढ़ी मरोड़दार मूंछे ओर घुंघराले बालों के कारण वह बेहद आकर्षक लगता था। ब्रिजेश का अभी तक शादी न करने का एकमात्र कारण यह था कि वह एक साधारण परिवार से था। लेकिन वह बहुत महत्वाकांक्षी ओर अपने कार्य के प्रति बेहद ईमानदार भी था। और उनका एक ही लक्ष्य था कि पहले वह जीवन में कुछ नाम और शोहरत कमाएँ और उसके बाद ही अपना घर बसाएँ। ऐसा नहीं था कि उन्हें शादी के प्रस्ताव नहीं मिल रहे थे। लेकिन उन्होंने तय कर लिया था कि जब तक वह कुछ बन नही जाते, कुछ नाम ओर शोहरत कमा नही लेते तब तक वह शादी का नाम भी नहीं लेंगे।
अदाकारा - 1
अदाकारा 1(प्रिय पाठकों! इस बार मैं आपके लिए अदाकारा* नामक एक सस्पेंस थ्रिलर कहानी लेकर आया हूँ। जो आपको पसंद आएगी। इसे पढ़ने के बाद आप अपनी राय ज़रूर दें।) *अदाकारा 1*इंस्पेक्टर बृजेश।वह एक लंबा,सुंदर,ऊर्जावान और स्वस्थ अधिकारी था। उनकी उम्र तीस साल के करीब थी,लेकिन अभी तक उनकी शादी नहीं हुई थी।चेहरे पर पतली दाढ़ी मरोड़दार मूंछे ओर घुंघराले बालों के कारण वह बेहद आकर्षक लगता था।ब्रिजेश का अभी तक शादी न करने का एकमात्र कारण यह था कि वह एक साधारण परिवार से था। लेकिन वह बहुत महत्वाकांक्षी ओर अपने कार्य ...और पढ़े
अदाकारा - 2
अदाकारा 2 सुबह उठने के साथ ही उर्मिलाने मानो पूरा घर ही अपने सिर पर उठा लिया उठ जा ना यार। दस बज गए हैं। मुझे बेहराम भाई को राखी बाँधने भी जाना है।""तो तू चली जाना।मुझे तो चैन से सोने दो। मुझे क्यों परेशान कर रही हो?।"सुनील ने चादर अपने सिर तक खींचते हुए कहा।"मुझे परेशान मत करो का क्या मतलब? क्या बड़ी दीदी थोड़ी देर में तुम्हें राखी बाँधने नहीं आएगी? चलो,अब उठ जाओ।"उर्मिला ने सुनील से आग्रह करते हुए कहा।इस बार सुनील को उर्मिला का आदेश मानना ही पड़ा। उसने चादर अपने शरीर पर ...और पढ़े
अदाकारा - 3
अदाकारा 3*इंस्पेक्टर बृजेशने अजनबी पर और ज़ोर डालना बंद किया और कहा।"ठीक है भाई। अब बताओ तुम्हारे पास क्या है?""फ़िल्म अभिनेत्री शर्मिला...."अजनबी के मुँह से अपनी पसंदीदा अभिनेत्री का नाम सुनकर बृजेश चौंक गया और बीच में ही उसकी बात काट कर चिंतित स्वर में बोला।"क्या…क्या?शर्मिला को क्या हुआ?""शर्मिला को कुछ नहीं हुआ है।""तो।फिर तुमने फ़ोन क्यों किया।"बृजेश गुस्से से गुर्राया।अब अजनबी भी असमंजस में पड़ गया।"साहब। मुझे पूरी बात तो कहने दीजिए।""हाँ,तो जल्दी बोलो,मुझे घर जाने में देर हो रही है।""अभिनेत्री शर्मिला पंद्रह मिनट पहले ...और पढ़े
अदाकारा - 4
अदाकारा 4* बृजेश और जयसूर्या ने जुहू सर्कल से लेफ्ट वर्सोवा जाने वाली सड़क पर अपनी तैनाती कर थी। और वे दोनों वहाँ खड़े होकर शर्मिला के आने का बेसबरी से इंतज़ार कर रहे थे।तब रात के पौने बारह बज रहे थे।बीस मिनट और बीत गए। लेकिन ये बीस मिनट भी बृजेश को बीस घंटे जैसे लग रहे थे। और इस दौरान उसके मन में बस यही ख्याल आ रहा था कि भगवान न करे जो जानकारी उसे मिली है वह सच मे सही हो। बृजेश नहीं चाहता था कि उसकी पसंदीदा अदाकारा पर कोई कलंक लगे। और ...और पढ़े
अदाकारा - 5
अदाकारा 5*…..इस तरह बेहराम और उर्मिला के बीच भाई-बहन का पवित्र रिश्ता शुरू हुआ था......बेहराम एक वकील था।और अंधेरी ड्रिस्टिक अदालत में प्रैक्टिस करता था।वो रहता था पारसी पंचायत रोड पर ओर उसका दफ़्तर मरोल मार्केट के पास था।आज उन्हें दफ़्तर पहुँचने में देर हो गई थी।एक मुवक्किल उनसे मिलने वाला आने था।बेहराम ने उसे सुबह साढ़े दस बजे का मिलने का समय दिया था।लेकिन घर से निकलते ही साढ़े दस बज गए।और उनका दफ़्तर सड़क मार्ग से उनके घर से आधे घंटे की ...और पढ़े
अदाकारा - 6
अदाकारा 6* बृजेशने ड्रग्स का बैग हाथ में लिया और पुलिस वैन में आकर पिछली सीट पर शर्मिला के बगल में बैठ गया। और बैग शर्मिला को दिखाते हुए उसने पूछा।"यह क्या है,शर्मिला जी?"शर्मिला उस सामान याने ड्रग्स के साथ रंगे हाथों पकड़ी गई थी।वह समझ गई थी कि अब वह खुद को बचाने के लिए कोई भी बहाने बाज़ी नहीं कर सकती थी।इसलिए,अपने बचाव मे कुछ भी कहने के बजाय, शर्मिलाने शर्म से अपनी आँखें नीची करके ज़मीन मे गढ़ाली।"आप मानो या न मानो,मैडम। लेकिन मुझे आप बहुत पसंद थीं।मैं आपको अपना आदर्श मानता था।"बृजेश निराश ...और पढ़े
अदाकारा - 7
अदाकारा 7* "जयसूर्या भाई। हमें क्या करना चाहिए?"चूँकि कांस्टेबल जयसूर्या उनसे लगभग आठ साल बड़े थे,इसलिए बृजेश को सलाह मानना ही उचित लगा। बृजेशने जयसूर्या को एक तरफ़ ले जाकर पूछा।जयसूर्या ने सही सलाह दी और कहा।"सर।जैसे शर्मिला मैडम आपकी पसंदीदा हैं, वैसे ही मेरी भी पसंदीदा हैं।हालाँकि,जब से आप ड्यूटी पर आए हैं,आपको एक भी ऐसा केस नहीं मिला हे जिससे आपको प्रसिद्धि और पदोन्नति मिले।इसलिए,मैं चाहूँगा कि आप इस अवसर का लाभ उठाएँ।इससे ना केवल आपको प्रसिद्धि मिलेगी साथमे आपका नाम भी होगा और तरक्की भी पक्की होगी।”कुछ सोचने के बाद बृजेश बोला।"हा ये तो ठीक ...और पढ़े
अदाकारा - 8
अदाकारा 8* सुनील को आउटडोर से शाम 5 बजे तक आ जाना था। लेकिन आठ बजने आये और अभी तक उसका कोई पता नहीं था।उर्मिला बेसब्री से उसका इंतज़ार कर रही थी। हर महीने मे दो बार सुनील को ऑफिस के काम से बैंगलोर जाना पड़ता था।चार-छह दिन रुकने के बाद,जब उसका काम पूरा हो जाता, तो वह ऑफिस जाने के बजाय सीधे घर आ जाता।क्योंकि वह जानता था कि उर्मिला वहाँ साँस रोके बैठी होगी और उसका इंतज़ार कर रही होगी।जैसे चातक पक्षी अपनी प्यास बुझाने के लिये बारिश का इंतज़ार करता है, वैसे ही ...और पढ़े
अदाकारा - 9
*अदाकारा 9* फिल्म अभिनेत्री शर्मिला।मानो जैसे साक्षात कोई अप्सरा ही देखलो।मानो ईश्वर ने उसे पूरी तरह मोम से बनाया हो,इतनी मुलायम मानो संगमरमर से तराशी गई हो।और उसका सफ़ेद मक्खन जैसा नाज़ुक शरीर और उसके कोमल शरीर के स्पर्श मात्र से ही नस नस्मे बिजली कौंध जाती थी। उस रात बृजेश शर्मिला से मिलने के बाद घर तो आया।लेकिन उसने अपना दिल और दिमाग,दोनों ही शर्मिला को जैसे सौंप आया था। शर्मिला से मिले हुवे उसे तीन दिन आज हो गए थे।ओर फिर भी,शर्मिला का वो सुंदर चेहरा बृजेश के ज़हन से एक पल के ...और पढ़े
अदाकारा - 10
*अदाकारा 10* जैसे ही दरवाजे की घंटी बजी,उर्मिला का चेहरा चमक उठा। वो उत्साहित होकर तेज से दरवाजे की ओर दौड़ी।क्योंकि उसे हंड्रेड परसेंट यकीन था कि यह मेरा सुनील ही है? पहले तो उसने अपनी रो रो कर लाल हुई आंखों कोअपनी हथेली से पोंछा।उर्मिला ने चिंता से भरे चेहरे और काँपते हुवे हाथों से दरवाजा खोला।दरवाजा खोलते ही वह सुनील को सीधे गले लगाना चाहती थी। "सुनी...."यह कहते हुए उसने सुनील को गले लगाने के लिए अपनी दोनों बाँहें फैला कर वो आगे बढ़ी.. ।लेकिन यह क्या?यहां तो सामने सुनील के बजाय ...और पढ़े
अदाकारा - 11
*अदाकारा 11* बृजेश अपने रोज़ के टाइम के अनुसार ठीक डेढ़ बजे अपनी ड्यूटी पर पहुँच गया।लेकिन पिछले को नींद ना आने की वजह से वो पूरी रात ठीक से सो नही पाया था इसीलिए उसकी आँखें लाल थीं।नींद की कमी के कारण उसकी पलकें भारी भारी सी लग रही थीं। जयसूर्या बृजेश के चेहरे को देखकर समझ गया कि आज शायद सर की नींद पुरी नही हुवी है। ओर इसलिए वो अपनी पलकों पर भारी पन महसूस कर रहे है।उसने पूछा"क्या बात है,साहब?आज रात नींद नहीं आ थी क्या?""हाँ जयसूर्या भाई।आपका अंदाज़ा बिलकुल सही है।""तो क्या मैं ...और पढ़े
अदाकारा - 12
अदाकारा। 12*बेहराम,मेहर और उर्मिला बेडरूम से लिविंग रूम में आ गए। लेकिन लिविंग रूम में काला घुप्प अँधेरा था।और अँधेरे का फ़ायदा उठाकर किसी ने उर्मिला को अपनी बाँहों को उसे कसकर जकड़ लिया था।उर्मिला डर गई।उसने उस व्यक्ति की बाँहों से खुद को छुड़ाने की बहुत कोशिश की। लेकिन उस व्यक्ति की मज़बूत पकड़ के आगे वह कमज़ोर साबित हुई।उस व्यक्ति की बाँहों में उर्मिला की साँसें घुटने लगीं। उसे लगा कि वह अभी बेहोश हो जाएगी। तभी उसे लगा कि उस व्यक्ति के होंठ उसके ...और पढ़े
अदाकारा - 13
अभिनेत्री 13*मैं तो दीवानी हो गईप्यार मे तेरे खो गईशर्मिलाने अपने मोबाइल पर अपनी ही फिल्म*डोलती नाव"का सुपरहिट गाना के तौर पर लगा रखा था।उसकी रिंग बजने से गहरी नींद में सो रही शर्मिला की नींद टूट गई।फोन उठाने के बजाय उसने पहले तो गुस्से से फोन की ओर घूर कर देखा फिर फोन काट दिया।और उसने फिर से सोने की कोशिश की लेकिन तभी रिंगटोन फिर से बज उठी।में तो दीवानी हो गईप्यार मे तेरे खो गईइस बार उसने घृणा से फोन हाथ में लिया। स्क्रीन पर उसे उसके मेनेजर निर्मल झा का नाम दिखाई दिया।उसने झुंझलाहट भरी ...और पढ़े
अदाकारा - 14
अभिनेत्री 14* "बताओ उर्मि।आज का क्या प्रोग्राम है? कहा जाना हे तुझे"सुनील ने पूछा।जवाब में,उर्मिला ने अपने हाथ सुनील के गले में डाले और उसकी आँखों में देखते हुए कहा।"मैं तुम्हारी नाव हूँ,मेरे राजा।और तुम मेरा खेवैया हो।मुझे जहाँ चाहो ले चलो।""तो चलो कुछ एयसा करते हैं तीन से छह बजे तक की कोई पिक्चर देखते हैं।"पिक्चर का नाम सुनते ही उर्मिला उछल पड़ी। उसे सिनेमा देखने का एक ज़माने में बहुत शौक था।शादी से पहले,वह हर शुक्रवार को नई फिल्म रिलीज़ होते ही फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने जाती थी।फिल्म कैसी भी हो और कैसी भी ...और पढ़े
अदाकारा - 15
अदाकारा 15* शर्मिला ने फ़ोन रख दिया।और कुछ देर तक वह अपना सिर दोनों हथेलियों में पकड़े एकदम सी बैठी रही।उसकी आँखें गुस्से से लाल थीं।अपनी सहयोदर से मिलने से उसे कौन ओर कैसे रोक सकता हे?उसने मन बना लिया।और मन ही मन ठान लिया कि वह जाएगी।ज़रूर जाएगी। कोई भी ताकत उसे अपनी सगी बहन से मिलने से नहीं रोक सकती।शर्मिलाने घड़ी देखी तो दोपहर के दो बज रहे थे।उसे जोरो की भूख भी लगी थी इसलिए उसने सबसे पहले स्विगी से अपनी पसंदीदा डिश फिश करी मँगवाई।और जब तक फिश करी आ जाए में नहाकर तरोताज़ा ...और पढ़े
अदाकारा - 16
अदाकारा। 16* "चलो उर्मी जल्दी से तैयार हो जाओ।""नहीं सुनील।मेरा अभी कहीं भी जाने का मन नहीं है।"उर्मिला उदास और ठंडी आवाज़ में कहा।"अरे यार मन क्यों नहीं है?मुझे तो बहुत जोरो की भूख लगी है।और मैंने कैफ़े सिफारिशमें टेबल भी बुक कर ली है।तो बिना कोई यस नो के तैयार हो जाओ।"सुनील ने प्यार से उर्मिला के बालों से खेलते हुए कहा।"आज बेचारी शर्मीने कितने दिन बाद सामने से फ़ोन किया था?उसने सॉरी भी कहा था और तुने उसके साथ कैसे बात की?""ठीक है।ठीक है।इसके लिए सॉरी?अब तैयार भी हो जाओ,बाबा।"सुनील ने हाथ जोड़ते हुए कहा।लेकिन सुनील ...और पढ़े
अदाकारा - 17
अदाकारा 17* "बहुत बढ़िया।सुनील बहुत मज़ा आया। थैंक्यू सो मच। आज कितने दिनों के बाद ये इतना स्वादिष्ट मुमताज़ खा रहे हैं। तुजे यह कैसे याद आया?फिर से इक बार थैंक्यू सुनील।"उर्मिला ने डकार लेते हुए कहा।"शुक्रिया तो मुझे तुझसे कहना चाहिए डार्लिंग।कि आज दिन तु पैदा हुई।अगर तु आज पैदा नहीं होतीं उर्मि।तो आज मुझे भी चिकन मुमताज़ कहाँ से खाने मिलता?और अगर मुझे तेरी पसंद-नापसंद की समझ नहीं होगी तो ओर किसे होगी?"सुनील ने मज़ाकिया लहजे में कहा।"तु भी ना सुनील?""तु भी का क्या मतलब?बताओ अब आगे क्या कहना है?""तुजे तो हर वक्त बस मस्ती ही ...और पढ़े
अदाकारा - 18
अदाकारा 18* "अरे।ये क्या कर रहे हो?चलो दूर हटो।" उर्मिला ने सुनील को जो उसके चेहरे पर करने को झुका हुआ था उसे धक्का देकर दूर धकेलते हुए कहा। "अरे मैं तो बस किस कर रही हूँ।मुझे एक बार किस तो करने दो।" "नहीं।बिल्कुल नहीं।" "लेकिन क्यों?" सुनील ने परेशान स्वर में पूछा। "क्यों क्या?शादी से पहले नो किस और नो टच।ओके?" उर्मिला ने बड़ी-बड़ी आँखें दिखाते हुए कहा। "यह क्या बचपना है?इसमें प्रोबलेम क्या है?"सुनील की आवाज़ में बहुत नाराज़गी थी।"तुम्हें अगर यह बचपना लगता हे तो लगे। लेकिन मुझे प्रोबलेम है।" "रमेश और मंजू को ...और पढ़े
अदाकारा - 19
*अदाकारा 19* "पापा। मम्मी मुझे आप दोनों से कुछ कहना है।" पुणे से अंधेरी साकीनाका स्थित घर आई उर्मिला ने डरते हुए अपने माता-पिता से कहा। माँ तो आखिर मां होती हे।मांने उर्मिला के स्वर में छिपे डर को साफ़ साफ़ समझ लिया था।उसके सीने में एक टीस सी उठी।इक शंका भी उसके मन मे जगी कि मेरी प्यारी बेटी को क्या हुवा होगा?धड़कते दिल से उसने उर्मिला के कंधे पर हाथ रखा और पूछा।"क्या बात है उर्मि?तुम इतनी डरी हुई क्यों हो?"जवाब में उर्मिला ने अपना सिर नीचे झुका लिया।"बताओ ना बेटा क्या बात है?"इस ...और पढ़े
अदाकारा - 20
अदाकारा 20*"मुन।मैं क्या कहता हूँ।अगर हम उस लड़के से एक बार मिल लेते है तो क्या ठीक नही होगा?"रात अपने बेडरूम के एकांत में उत्तम ने अपनी पत्नी मुनमुन से पूछा।लेकिन मुनमुन ने तुरंत उसकी बात अनसुनी कर दी और कहा।"हम उस जगह का पता क्यों पूछें जहाँ हम जाना ही नहीं चाहते?""लेकिन क्या तुमने उर्मिला की आँखों में देखा मुनमुन?वो उस लड़के से दिलोजान से प्यार करती है।""ये उसका पागलपन है।मैं उसे किसी विधर्मी से शादी कभी नहीं करने दूँगी।"मुनमुन अपनी बात पर अड़ग थी।लेकिन उत्तम उतने संकुचित स्वभाव का नहीं था।वो नहीं चाहता था कि उर्मिला ज़िंदगी ...और पढ़े
अदाकारा - 21
अदाकारा 21* मुनमुन में एक ही रात में आए इतने बड़े बदलाव से उत्तम मन ही मन बहुत था। उसने मन ही मन सोचा कि चलो मुनमुन को अपनी बेटी की भलाई किसमें है ये बात आखिर समझ आ ही गई।देर आए दुरुस्त आएनाश्ता करने के बाद उर्मिला ने सुनील को फ़ोन मिलाया।"गुड मॉर्निंग सुनील।खुशखबरी सुनो।""क्या तुम्हारे मम्मी-पापा मान गए?""ये मैं पूरी तरह से नहीं कह सकती।लेकिन जितनी जल्दी हो सके यहां आ जावो। मम्मी-पापा तुमसे मिलना और तुम्हें जानना चाहते हैं।""अच्छा?तो क्या तुमने घर पर हमारे बारे में बात की?""हाँ।मम्मी तो रात तक मना ही करती थी। ...और पढ़े
अदाकारा - 22
*अदाकारा 22* "उर्मि।अगर तुम यहाँ घर पर ही थी तो वो कौन थी जिसे मैंने अभी रिक्शे जाते देखा?"स्क्वायर गार्डन की लिफ्ट में चढ़ते ही सुनील ने उर्मिला से पूछा।"वो मेरी जुड़वाँ बहन थी।"जवाब में उर्मिला ने सुनील को अपने मोबाइल पर शर्मिला के साथ ली गई एक सेल्फी दिखाई।"देखो है ना हम दोनों बिलकुल एक जैसी।"सुनील शर्मिला को देखकर चौंक गया जो बिल्कुल उर्मिला जैसी ही दिखती थी।उसे यकीन नहीं हो रहा था कि दो अलग-अलग लोगों में इतनी समानताएँ हो सकती हैं।उसे अब भी शक था कि उर्मिला ने ये डबल-रोल फोटो किसी ऐप की ...और पढ़े
अदाकारा - 23
अदाकारा 23* "अगर तुम उर्मिला से शादी करना चाहते हो, तो तुम्हें हमारे साथ घर-जवाई बनकर रहना होगा।क्या यह है?"मुनमुन सुनील के चेहरे को घूर के देखते हुए कहा।जवाब में सुनील शांत शब्दों में बोला।"नहीं बिल्कुल नहीं...."इसके पहले कि वह आगे कुछ कह पाता, मुनमुन ऊँची आवाज़ में बोल पड़ी।"तो यह शादी नहीं होगी। तुम...."इस बार सुनील ने मुनमुन को हाथ इशारे से बोलने से बीच में ही रोक दिया।और उसने उत्तम से पूछा।"पापा।मुझे पता है कि आपकी भी मम्मी से लव मैरेज ही हुआ था।लेकिन में आपसे पूछता हूं अगर आपकी सास ने आपके सामने ऐसी शर्त रखी ...और पढ़े
अदाकारा - 24
*अदाकारा 24* मरोल में एक कमरे का घर ढूँढ़ने लेने के बाद,मुनमुन ने सुनील को संदेश भेजा।और ही सुनील को संदेश मिला,वह तुरंत पुणे से मरोल शिफ्ट हो गया। और एक अच्छा मूर्हत देखकर,सुनील और उर्मिला की शादी भी हो गई। उनके हनीमून के लिए,स्क्वायर गार्डन में उत्तम के ही तीन बेडरूम वाले फ्लैट के एक कमरे को सजाया गया था। जब छोटा सा रिसेप्शन खत्म हुआ तब रात के लगभग साढ़े बारह बज रहे थे।रिसेप्शन के बाद उर्मिला जो शाम पाँच बजे से लगातार चल रहे शादी के रिसेप्शन की थकान मिटाने के लिए ...और पढ़े
अदाकारा - 25
*अदाकारा 25* सुनीलने जैसे ही उर्मिला के गाउन की चेन खींची और तभी......बेडरूम के दरवाज़े पर दस्तक हुई"अभी हो सकता है?"सुनील हैरान रह गया।उस दस्तक के जवाब में,वह अभी भी सोच में था कि क्या करे या क्या न करे,तभी दरवाज़े पर फिर से दस्तक हुई और उसके साथ एक आवाज़ आई।"सुनील,दरवाज़ा खोलो।"सुनील यह आवाज़ सुनकर झट से उर्मिला के शरीर से उठ खड़ा हुआ।और काँपती हुवी आवाज़ में पूछा।"क.क.कौन?"कौन?क्या मैं उर्मि हूँ।दरवाज़ा खोलो।"सुनील ने चौंककर बिस्तर पर लेटी उर्मिला को देखा।तो वह बोली।"लगता है वो शर्मी है।उसे मज़ाक करने की आदत है।वो अभी अपने आप चली जाएगी। ...और पढ़े
अदाकारा - 26
*अदाकारा 26* "मैं तो दीवानी हो गई प्यार तेरे खो गई।"शर्मिला के मोबाइल की रिंग बजने लगी।उसने स्क्रीन पर नज़र डाली तो वह अनलोन नंबर था।फिरभी फोन कलेक्ट कर के कान से लगाया।हेलो।हु आर यू?”“मैडम।में कॉस्टेबल जयसूर्या।”कुछ सेकेंड लगी शर्मिला को जयसूर्या को पहचान ने मे थोडा सा दिमाग पर जोर देने के बाद उसे वर्सोवा सर्कल के पास बृजेश के साथ आए हुवे अधेड़ उम्र का कांस्टेबल याद आ गया।वो मीठी आवाज में बोली।“हा।हा याद आया।जयसूर्याजी बोलिए।”“हैप्पी बर्थ डे"जयसूर्या एक ही श्वास मे बोल पड़ा।" थैंक्यू।सो मच ...और पढ़े
अदाकारा - 27
*अदाकारा 27*मेतो दीवानी हो गईप्यार तेरे खो गईसुबह के नौ बजने आये थे।ओर तभी शर्मिला के मोबाइल की रिंग लगी।शर्मिला गहरी मीठी नींदमे सो रही थीं।और फ़ोन की घंटी बजने से उसकी मीठी नींद टूट गई।उसने गुस्से से से मोबाइल की तरफ़ देखा। स्क्रीन पर निर्देशक मल्होत्रा का नंबर दिखाई दिया।शर्मिला ने फ़ोन कलेक्ट करते हुए कहा।"मैं ग्यारह बजे तक पहुँच जाऊँगी।""अरे मैडम।अपनी सुबह नौ बजे की बात हुवी थी?आप ग्यारह बजे आवोगी ऐसे कैसे चलेगा?""देखिए सर।मैं ग्यारह बजे से पहले शूटिंग पर कभी नहीं पहुँचूँगी।तो अभी भी ज़्यादा देर नहीं हुई है।अगर आप किसी और एक्ट्रेस को लेना ...और पढ़े
अदाकारा - 28
*अदाकारा 28* एक घंटा तो पलक झपकते ही बीत गया। शर्मिला जो सात बजे आयी थी वो आठ ही उठी और बोली।"उर्मिला चलो।जीजू के आने का समय हो गया है।अब मैं भी चलती हूँ।वो फ़ोन पर ही बहुत गुस्सा कर रहे थे।पता नहीं मुझे अपने सामने देखकर तो वो क्या करेंगे?।तुम प्लीज़ मेरी तरफ़ से उन्हें भी सॉरी कहना ओर मना भी लेना।""हाँ शर्मिला।मैं पूरी कोशिश करूँगी।और तुम संभल के जाना।और अब आते-जाते रहना और अगर आ न पाओ तो फ़ोन करते रहना।""ठीक है।तुम भी फ़ोन करना और कभी-कभी मेरे घर भी आना।मैं तुम्हें अपना पता सेंड कर ...और पढ़े
अदाकारा - 29
*अदाकारा 29* शर्मिला सुनील के साथ हुए झगड़े से परेशान थी।वह यहां अपनी बहन के साथ टूटे हुए को सुधारने आई थी।लेकिन सुनील ने उसके साथ किए दुर्व्यवहार से वह दुखी बहुत थी।सुनील ने न सिर्फ़ उसे भला बुरा कहा बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। वह उन धमकियों से बिल्कुल डरने वालों मे से नहीं थी।हालाँकि उसका ह्रदय जरुर जल रहा था।इस वक़्त उसे किसी के प्यार की। किसी के स्नेह भरे सहारे की बहुत ही ज़रूरत थी।कार चलाते हुए उसकी आँखों से आँसू बहने लगे थे।उसने नटराज स्टूडियो के पास कार किनारे पर खड़ी ...और पढ़े
अदाकारा - 30
*अदाकारा 30*"बताओ तो क्या हुआ है?उदास क्यों हो? तुम्हारी आंखों मे ये आंसू आखि़र किसलिए?"बृजेश ने फिर पूछा।तभी शर्मिला आँखें फिरसे भर आईं।बृजेशने उसके गालों से बहते आँसुओं को पोंछते हुए प्यार से कहा।"अगर तुम ऐसे ही रोती रहोगी तो मुझे कैसे पता चलेगा कि तुम्हें क्या हुआ है?मुझे कुछ तो बताओ तो सही।"शर्मिला को संभलने में थोड़ा वक़्त लगा।फिर रुमाल से आँखें पोंछते हुए वह अपने ओर अपनी बहन उर्मिला के साथ जो भूतकाल मे घटित हुआ था उस कहानी को बदल कर बृजेश को सुनाने लगी।"मेरी एक जुड़वाँ बहन है उर्मिला।वह यहाँ बीमानगर में रहती है।उसकी शादी ...और पढ़े
अदाकारा - 31
*अदाकारा 31*"क्या हुआ था पार्किंग में शर्मिला?"बृजेश ने तेज़ आवाज़ से पूछा।इस सवाल पर शर्मिला की साँसें भी तेज़ गईं।"मुझे देखते ही वो दौड़ते हुए मेरे पास आया और कहने लगा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहाँ आने की।लेकिन मैंने उसे देखा तो अपने दोनों कान पकड़ कर मैने उससे माफ़ी माँगी। लेकिन फिरभी वो मुझ पर ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगा।और धमकी भरे लहजे में मुझसे कहा,"अपनी माफ़ी अपने पास रखो और अगर दोबारा यहाँ कदम रखा तो?**तो तुम क्या करोगे?*अब मैंने भी उसे चुनौती दे दी।तो फिर उसने और भी ज्यादा भड़कते हुवे कहा,*मैं तुम्हें खत्म कर ...और पढ़े
अदाकारा - 32
*अदाकारा 32*"तुम एक पुलिस अधिकारी हो और अगर मैं कल तुमसे कोई गैरकानूनी काम करवाना चाहूँ तो क्या तुम के इस शब्दने बृजेश को पूरी रात सोने नही दिया।बार बार ये शब्द हथौड़े की तरह उसके सीने पर वार करते रहे।उसके दिमाग में गूंजते रहे।दोपहर को ड्यूटी पर आने के बाद भी ये शब्द उसका पीछा नहीं छोड़ रहे थे।शर्मिला के ये शब्द सुनकर वह समझ नहीं पा रहा था कि शर्मिला आखिर क्या करना चाहती है?वह उससे क्या करवाना चाहती है?वह किस तरह का गैरकानूनी काम करवाना चाहती है?यह सोचते-सोचते उसका सिर चकराने लगा था।उसने अपनी दोनों कोहनियाँ ...और पढ़े
अदाकारा - 33
*अदाकारा 33* फ़िल्म *हो गए बरबाद*के सेट पर शर्मिला पहुंच गई थी।आज इस फिल्म का पहला सीन आज शूट रहा था।फ़िल्म का हीरो रंजन देव था जो निर्माता जयदेव का बेटा था।यह उसकी इंटरड्यूसिंग फ़िल्म थी।इसलिए वो थोडा सा नर्वस लग रहा था।सीन में रंजन रूठी हुई शर्मिला को तरह-तरह से मनाने की कोशिश कर रहा हैं।कभी अपनी उंगली से उसकी पीठ थपथपाते हैं।कभी उनके पैरों मे गिरकर लोटते हैं। वहा एक छोटा सा मज़ेदार रोमांटिक सीन करना था।लेकिन निर्देशक जैसा सीन चाहते थे,वैसा बन नहीं रहा था।रंजन देव के चेहरे पर वो रोमेंटिक ओर मज़ेदार भाव आ नहीं ...और पढ़े
अदाकारा - 34
अदाकारा 34* शर्मिला की शूटिंग शाम सात बजे खत्म हुई।प्रियतम द्वारा प्रियतमा को मनाने वाला सीन बड़ी मुश्किल से हुआ था।आज पूरे दिन उस एक ही सीन की शूटिंग हो पाई थी। अठारह रीटेक के बाद भी वह सीन केवल ठीक-ठाक ही हुआ था।शर्मिला पुरी तरह से थक चुकी थीं।वह स्टूडियो से निकलकर अपनी कार में बैठ गईं।और फिर उसने उर्मिला को फ़ोन किया।"हेलो उर्मि।"जैसे ही फ़ोन की स्क्रीन पर शर्मिला का नाम दिखा उर्मिलाने खुशी से झूमते हुए फ़ोन कलेक्ट किया और बोली।"तुम्हें यकीन हो या ना हो शर्मि?मैं तुम्हारे ही फ़ोन का इंतज़ार कर रही थी।""अरे तुझे ...और पढ़े
अदाकारा - 35
*अदाकारा 35* "मैं पैसों के साथ नहीं तुम्हारे साथ नहाना चाहता हूँ।"जयसूर्या की बात सुनकर शर्मिला को मनमें तो बहुत आया।लेकिन उसके पास अपने गुस्से पर काबू पाने के अलावा कोई चारा नहीं था।क्योंकि वह यह भी जानना चाहती थी कि जयसूर्या के पास उसके फायदे की कौनसी चीज़ है?। पहले तो उसने चालाकी से जयसूर्या को पता ना चले इस तरह अपने मोबाइल से रिकॉर्डिंग शुरू कर दी।और फिर बनावटी गुस्सा दिखाते हुए शरारती लहजे में बोली।"धत्त!नोटिमेन।क्या तुम्हें पता है कि मैं ठंडे पानी से शावर लेती हु?अगर तुम मेरे साथ नहाओगे तो तुम ठंड से ...और पढ़े
अदाकारा - 36
*अदाकारा 36* शर्मिला जयसूर्या के करीब आईं और जयसूर्या के दोनों कॉलर पकड़कर ओर उसकी आंखों में आंखे कामुक स्वर में बोलीं।“मैने अपनी चौबीस साल की उम्र में अब तक सिर्फ़ प्यार का अभिनय किया है।असल ज़िंदगी में न तो मुझे किसी से प्यार हुवा है न तो आज तक मैंने किसी को अपने शरीर को छूने तक दिया है।और तुम इस बात के लिए निश्चिंत रहो जयसूर्याजी तुम मेरे शरीर को छूने वाले पहले इंसान होगे।”शर्मिला की इस कामुक अदाओं ने ओर उसकी मदभरी बातोंने जयसूर्या को और भी उत्तेजित कर दिया।उसने शर्मिला को अपनी बाहों में ...और पढ़े
अदाकारा - 37
अदाकारा 37*स्टूडियोसे बाहर निकलकर उसने उर्मिला को फ़ोन किया।"हाय उर्मि।"उर्मिलाने तुरंत फ़ोन उठाया और कहा।"अरे शर्मि।घर आजा सुनील छह के टूर पर गया हैं।""ठीक है।आती हु लेकिन मैं ज़्यादा देर नहीं रुकूँगी।""लेकिन तुने साथ डिनर करने की बात की थी।मैंने तेरी ही पसंद का खाना खुद बनाया हैं।""मैं थोडी अपसेट हूँ यार।लेकिन मैंने तुजसे वादा किया था कि मैं आऊँगी इसलिए मैं सिर्फ़ अपना वादा निभाने आ रही हूँ।"शर्मिला की अपसेट वाली बात सुनकर उर्मिला चिंतित हो गई।"क्या तुम परेशान हो?क्या हुआ?""चल में घर आकर तुजे पूरी बात बताती हु।"यह कहकर शर्मिला ने फ़ोन रख दिया और बीमानगर की ...और पढ़े
अदाकारा - 38
*अदाकारा 38* निर्देशक मल्होत्राने निर्माता जयदेव को फ़ोन करके स्टूडियो में हुई सारी बातें बताईं,जिससे निर्माता जयदेव चिंतित हो अब क्या होगा?""शर्मिलाने फ़िल्म छोड़ी है तो अब टॉप की कोई और हीरोइन यह फिल्म नहीं करेंगी।"मल्होत्रा ने जयदेव को असलियत समझा दी।"प्लीज़ मल्होत्रा।ऐसी बाते ना करें कोई हल निकालो।""जयदेव जी।मैं रंजन को कुछ नहीं कह सकता तुम्हें ही उसे कुछ समझाना चाहिए। वरना अगर दूसरी कोई और हीरोइन मिल भी जाए तो वह भी रंजन के एटीट्यूड की वजह से नहीं टिकेगी।""मुझे पता है कि उसमें हीरो बनने योग्यता नहीं है लेकिन उसकी माँ की ज़िद के आगे मैं ...और पढ़े
अदाकारा - 39
अदाकारा 39 शर्मिला ने रंजन से बात करने के बाद फ़ोन रख दिया और उर्मिला से बोलीं। सी नाक दबाई तो लाट साहब कैसा लाइन पर आ गया। रंजन देव की बात कर रही हो? उर्मिला ने पूछा।जवाब में चेहरे पर विजयी मुस्कान के साथ शर्मिला बोलीं प्रोड्यूसर की औलाद है तो मुझपे रूबाब झाड़ता था मुझसे कहता था तुम कोई फ्री में काम नही कर रही तुम्हें मुंह मांगे पैसे दिए है। अब साला सॉरी बोल रहा हे। हम्म।भगवान का शुक्र है।की तुम्हारी यह फ़िल्म बच गई? हाँ रियली बच गई।इस फिल्म की कहानी काफी दिलचस्प है।इसलिए मैं इसे छोड़ना भी नहीं चाहती ...और पढ़े
अदाकारा - 40
*अदाकारा 40* शर्मिला फिल्म *हो गए बर्बाद" की शूटिंग के लिए अपनी कार में अभी ही थीं के तभी उसका मोबाइल की रिंग बज उठी। “मै तो दीवानी हो गई प्यार मे तेरे खो गई। बृजेश का नाम स्क्रीन पर दिखते ही शर्मिला ने पहले तो अपना नाक सिकुड़ा। लेकिन फिरभी उसने फोन कलेक्ट किया। “कहिए इंस्पेक्टर साहब।क्या कुछ काम था?" " सॉरी।शर्मी।क्या अब तक मुझसे नाराज़ हो?” बृजेश माफी मांगते हुए बोला। लेकिन शर्मिला के एटीट्यूड मे कोई कमी नहीं आई।उसके आवाज़ से अकड़ टपक रही थी। “में कौन होती हु नाराज़ होने वाली।” ...और पढ़े
अदाकारा - 41
*अदाकारा 41* शूटिंग का पैकअप होने के बाद निर्मल झा शर्मिला के करीब आया और बोला। "मैडम।आपने के बारे में कहा था ना?" "हाँ।हाँ।कहा था?मिली कोई?" शर्मिलाने उत्साह से पूछा। तो निर्मलने कहा। "सुमधुर डेयरी वाले आपको अपने उत्पादन का ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहते है।" "लेकिन ब्रांड एंबेसडर बनने से हम उनके कॉन्ट्रेक्ट से बंध जाएँगे।हमें जहाँ भी और जब भी वे बुलाएँगे वहा जाना होगा और वह हमें गवारा नहीं।" शर्मिलाने निर्मल को अपनी समस्या बताई। फिर निर्मलने कहा। "हमें उनके उत्पादों का प्रचार करने के लिए कहीं और जाने की ज़रूरत नहीं है।लेकिन हमें यहीं ...और पढ़े
अदाकारा - 42
*अदाकारा 42* घर में प्रवेश करते ही शर्मिलाने उर्मिलासे कहा। "देखो उर्मि।यह है इस नाचीज़ का खाना।" उर्मिलाने घर में चारों ओर अपनी निगाहें फिराई।यह दो बेडरूम का आलिशान फ्लैट था।साफ सुथरा और उसे आकर्षक ढंग से सजाया गया था।छत पर एक सुंदर झूम्मर भी लटका हुआ था। "बहुत बढ़िया है यार।तु तो सारा दिन शूटिंग में व्यस्त रहती होंगी।फिरभी घर को इतनी अच्छी तरह मेंटेन रखती हो कैसे कर पाती हो सब?" उर्मिला के प्रश्न के उत्तर में शर्मिलाने हंसते हुए कहा। "हमें कहां कुछ करना है?बस नौकरानी को निर्देश दे दो।बस वही बिचारी ...और पढ़े
अदाकारा - 43
*अदाकारा 43* बृजेशने कॉफ़ी का कप मेज़ पर रखा और जयसूर्या से कहा। "चलो भाई।आज की ड्यूटी खत्म हो गई। कल फिर मिलते हैं।" "ठीक है सर।" "गुड नाइट” कहकर बृजेशने जयसूर्या से विदा ली। बृजेश अभी पोलिस थाने से बाहर आया था और अपनी मोटरसाइकिल पर बैठने जा ही रहा था की उसका फ़ोन बज उठा।उसने फ़ोन की स्क्रीन पर देखा तो पाटिल का फ़ोन था जिसे शर्मिला पर जासूसी करने के लिए उसने नियुक्त किया था। उसने मोबाइल कान से लगाया। "क्या नई खबर है पाटिल?" "साहब।जब शर्मिला मैडम आठ बजे घर आईं, तो उनके ...और पढ़े
अदाकारा - 44
*अदाकारा 44* रंजन दूल्हे के लिबासमें मंडप में बैठा है। और तभी विवाह समारोह करा रहे पंडितजीने आवाज़ लगाई। "दुल्हन पधराइए सावधान।" और शर्मिला शर्माते हुए रंजन के बगल में रखे बाजोठ पर आकर बैठ गई।पंडितजी ने पहले उन दोनो के हाथों में हाथ मिला कर हस्त मिलाप करवाया।और फिर रंजन और शर्मिला ने अग्निकुंड के आसपास चार फेरे लिए। शर्मिला की बिदाई होने लगी। ओर लाउड स्पीकर से यह बिदाई गीत बजने लगा। डोली चढ़के दुल्हन ससुराल चली डोली चढ़के कैसी हसरतें बाबुलकी देखे गली डोली चढ़के। होटल सूबा इंटरनेशनल की ...और पढ़े
अदाकारा - 45
*अदाकारा 45* मेतो दीवानी हो गई प्यार में तेरे खो गई शर्मिला के मोबाइल की रिंग बज उठी। बोलो।" शर्मिला*हो गए बरबाद*की शूटिंग के लिए निकल चुकी थीं अभी कार में वो बैठी ही थी फ़ोन की रिंग बजी।उसने फ़ोन कलेक्ट किया। "सुनील सत्ताईस तारीख को बैंगलोर टूर पर जाएँगे और वहाँ से पहली दिसंबर को लौटेंगे।" उर्मिलाने शर्मिला को सुनील के आउटडोर के कार्यक्रम के बारे में बताया। "ठीक है।तो मैं तीस या इकतीस तारीख तय करती हूँ।ये डेट ठीक है ना?क्या तु रेड्डी हो शूटिंग पर जाने के लिए?क्या तु तैयार है?" "हाँ भई।मैं तैयार ही ...और पढ़े
अदाकारा - 46
*अदाकारा 46* घर पर आते ही शर्मिलाने पहले तुरंत दो काम किए।सबसे पहले उसने उर्मिला को फ़ोन "हेलो उर्मि।30 तारीख को रात 8 बजे मीडिया हाउस प्रोडक्शन में शूटिंग है।" "यह कहाँ पर है?" "लोखंडवाला मे है।यहाँ से बहुत पास है।और तुम्हें याद है ना कि तुम्हें क्या करना है?" शर्मिलाने पूछा। "वो तो वो लोग ही समझाएँगे ना?" उर्मिलाने मासूमियत से कहा। तो शर्मिला बोली। "अरे नहीं।शूटिंग में क्या करना है वैसा नहीं पूछ रही हु।तुम शूटिंग पर कैसे जाओगी यह पूछ रही हु" "हाँ।हाँ,वो मुझे याद है।मुझे पहले बुर्का पहनकर तेरे वहाँ आना है।और फिर ...और पढ़े
अदाकारा - 47
*अदाकारा 47* शर्मिला द्वारा बनाई गई रिकॉर्डिंग देखने और सुनने के बाद जयसूर्या का काला और भी काला हो गया।वह गुस्से से दहाड़ उठा। "यह सब क्या है?" "यह रेशम की डोर है बाबू।" शर्मिलाने बड़ी शांति से जयसूर्या के गुस्से का जवाब दिया।लेकिन जयसूर्या को शर्मिलाके इस तरह के जवाब में कुछ समझ नहीं आया। "मतलब?" उसने पूछा। तो शर्मिलाने अपने कंधे उचकाए और चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट के साथ बोली। "क्या तुम्हें याद है कि एक दिन तुमने कहा था कि तुम मेरे लिए कोई ...और पढ़े
अदाकारा - 48
*अदाकारा 48* आज उर्मिला को सुमधुर डेयरी के एक एड की शूटिंग के लिए मीडिया प्रोडक्शन के स्टूडियो जाना था। तो ठीक सात बजे शर्मिलाने शूट से अपना पैकअप करा लीया।और अपनी कार में आकर अभी बैठी ही थी। तभी निर्मल वहाँ आया। "मैडम मैं अपनी बाइक से आगे जाकर शूटिंग की तैयारी करता हूं।" "ओके।मैं यहाँ से पहले घर जाऊँगी।आप वहाँ जाकर पहले चेक कलेक्ट कर के मुझे इनफॉर्म करे तो फिर में वहां शूट के लिए आ जाऊ। वरना कई कंपनियाँ एड तो करवा लेती हैं ओर फिर पैसे देने की बजाय सिर्फ ...और पढ़े
अदाकारा - 49
*अदाकारा 49* रंजन अपने दोस्त मयूर के साथ बेला पंजाब रेस्टोरेंट में बैठा था।मयूर ने बीयर की लेते हुए पूछा। "तुम्हारी फिल्म कहाँ तक पहुँची?" "सिक्सटी प्रसंट शूटिंग पूरी हो चुकी है।फिल्म बनने की रफ्तार काफी तेज़ है।शायद अगले दो महीनों में पूरी भी हो जाएगी।" "अच्छा?और उस शर्मिला का क्या हुआ?" मयूरने बाई आंख मिचकारते हुए पूछा। तभी रंजनने एक ठंडी आह भरी। "अभी तक कुछ नहीं।वह बहुत सख्त है यार। उस को उंगली लगाना भी मुश्किल है।" "तेरे जैसे दिलफेंक ओर हैंडसम आशिक के लिए आखिर क्या मुश्किल है?" मयूरने रंजन को उत्साह दिलाते हुए ...और पढ़े
अदाकारा - 50
*अदाकारा 50* *हो गए बर्बाद* के सेट पर बज रहे संगीत की धुन पर धीरेधीरे नाच शर्मिला ओर रंजन कदम से कदम ताल करते हुए शॉट दे रहे थे। रंजन अब शर्मिला को पाने के लिए उतावला ओर बेचैन हुआ जा रहा था। कल रात मयूरने दी हुई सलाह के अनुसार उसने एक बार शर्मिला के ब्रेस्ट को अपनी उंगली से छु तो लिया था।लेकिन शर्मिलाने भी अपनी कड़क आँखों से उसे देख कर उस स्पर्श के प्रति अपनी नाराजगी ज़ाहिर की थी। अब दूसरी बार वो दोनों शॉट देने के लिए तैयार थे। मल्होत्रा ने ...और पढ़े
अदाकारा - 51
*अदाकारा 51* उर्मिला की खुशी अवर्णनीय थी।उसने सिर्फ़ तीन घंटे में तीन लाख रुपये कमा लिए थे।हाँ लिए उसे शर्मिला के नाम का सहारा जरूर लेना पड़ा था।लेकिन काम तो उसने खुदने ही किया था है ना?उसने कई सालों बाद एक्टिंग मे अपना हाथ आजमाया था ओर वो उसमे कामयाब रही थी।उसे अपनी इस अदाकारी की क्षमता पर गर्व तो हुआ ही। लेकिन साथ साथ उसे अफ़सोस भी हुआ। अफ़सोस इसलिए हुआ क्योंकि अगर वो भी शर्मिला की तरह दृढ़ निश्चयी होतीं।ओर शर्मिला की तरह अपनी मां से काश बगावत कर सकतीं। जब वो बारहवीं ...और पढ़े
अदाकारा - 52
*अदाकारा 52* मैं तो दीवानी हो गई प्यारमे तेरे खो गई निर्मल झा का फ़ोन था। शर्मिलाने फ़ोन करके कान पर लगाया। "हाँ ज़ा जी बोलिए।" "मैडम।सुमधुर डेयरी के मैनेजर का फ़ोन आया था।उनके प्रोडक्ट के जो एड अभी बाकी है उनमें से अभी एक की एड वो करवाना चाहते है।” "ठीक है। मेरा थोड़ा मूड ठीक होने दो मे आपको एड की तारीख बताती हु।" "ठीक है मैडम।" यह कहकर निर्मल ने फ़ोन रख दिया। निर्मल से बात करने के बाद शर्मिलाने उर्मिला को फ़ोन किया। "हेलो उर्मि।कैसी हो?" "मजे मे हूँ और तु?" "में मज़े मे ...और पढ़े
अदाकारा - 53
*अदाकारा 53* शर्मिला बुर्का पहने हुए इन्फिनिटी मॉल में खरीदारी में व्यस्त थीं।उसने अपने लिए एक ड्रेस पसंद किया और उसे पहनकर देखने के लिए ट्रायल रूम अभी वो पहुंची ही थी ठीक उसी समय उसका मोबाइल बज उठा। मेतो दीवानी हो गई प्यार में तेरे खो गई। अन नॉन नंबर से फोन था इसलिए उसने पहली बार उसे अनदेखा कर दिया।लेकिन तुरंत ही दूसरी बार वही नंबर से फिर से कॉल आई।तो इस बार उसने फोन उठा लिया। "कौन?" सामने रंजन था। "कैसी हैं मैडम?आपको चोट तो नहीं लगी है ना?गाड़ी का फ्रंट कांच ...और पढ़े
अदाकारा - 54
*अदाकारा 54* उर्मिला दरवाज़े की ओर दौड़ी। उर्मिला को दरवाज़े की ओर दौड़ता देख वह व्यक्ति हो गया।उसने जंप मारकर दौड़ती हुई उर्मिला के दोनों पैरों को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिये।और उर्मिला ज़मीन पर औंधे मुँह गिर पड़ी।उसकी नाक से चोट लगने की वजह से खून बहने लगा।औंधे मुंह गिरने से उसके होंठ भी फट गए।दर्द के मारे वह चीत्कार उठी। काले कपड़े वाला व्यक्ति स्फूर्ति से ज़मीन से उठा और उर्मिला को अपने दोनों हाथोंसे फूलो की तरह उठाकर सोफ़े पर पटक दिया। "रानी।तेरी कोई भी ताकत या होशियारी मेरे आगे नहीं चलेगी ...और पढ़े
अदाकारा - 55
*अदाकारा 55* शर्मिलाने अपने स्कूटर के पास पड़ी उस चीज़ की तरफ़ देखा।वह उर्मिला का पर्स उसकी छाती डर के कारण फड़फड़ा रही थी कि इस व्यक्ति ने उर्मिला के साथ क्या किया होगा? और पाँच-दस सेकंड के लिए उसे लगा कि काले कपड़े वाला व्यक्ति पलटकर ये पर्स लेने लौट कर आ सकता है।लेकिन वह व्यक्ति नहीं आया।सामने वाली अँधेरी गली में वो गायब हो चुका था।शर्मिलाने वो पर्स उठाया।उसने पर्स खोला और देखा तो उसके अंदर उर्मिला के मेकअप का सामान था और उसके घर की चाबी अंदर थी।शर्मिला ने यू-टर्न लिया और ...और पढ़े
अदाकारा - 56
*अदाकारा 56 संभव अपार्टमेंट के आसपास भारी भीड़ जमा हो गई थी।फिल्म अभिनेत्री शर्मिला के फ्लैट कुछ तो घटना जरूर हुई थी लेकिन क्या यह जानने को भीड़ उत्सुक थी। तभी पुलिस वैन सायरन बजाती हुई वहाँ पहुँची। बृजेश भीड़ को चीरता हुआ अपनी पुलिस टीम के साथ शर्मिला के फ्लैट के अंदर पहुँचा। फ्लैट का दरवाज़ा अंदर से बंद था।पुलिस टीम का एक पहलवान जैसा दिखने वाला सिपाही राघव आगे आया और उसने बृजेश से पूछा। "सर।दार तोडून टाकू का?" बृजेश ने व्यंग्यात्मक लहजे में उसकी ओर देखते हुए कहा। “सीआईडी शायद कुछ ज्यादा ...और पढ़े