एक बड़ा सा बंग्लो जिसके entrance gate पर एक बड़ा सा बोर्ड लगा हुआ था, जिसके ऊपर बड़े बड़े अक्षरों में "Oberoi Villa" लिखा हुआ था। उस Bungalow के entrance gate से लेकर main gate में इतनी दूरी थी की वहां पर लोगों को कार से जाना पड़ता था। उस Bungalow के entrance gate से अंदर जाने पर एक बड़ा सा garden area था। जिसको कई तरह के फूल और पोंधों की मदद से पूरा सजाया गया था। जिसके कारण पूरे वातावरण में उन फूलों की ही खुशबू फैली हुई थी। Garden area से थोड़ा आगे चल कर ground के बीचों बिच एक बड़ा सा पानी का fountain लगा हुआ था। जिसमें से पानी के साथ साथ कई तरह की lights भी चमक रही थी।
My Passionate Hubby - 1
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ ॐ गं गणपतये नमः मुंबई शहर –रात समय –एक बड़ा सा बंग्लो जिसके entrance gate पर एक बड़ा सा बोर्ड लगा हुआ था, जिसके ऊपर बड़े बड़े अक्षरों में Oberoi Villa लिखा हुआ था। उस Bungalow के entrance gate से लेकर main gate में इतनी दूरी थी की वहां पर लोगों को कार से जाना पड़ता था।उस Bungalow के entrance gate से अंदर जाने पर एक बड़ा सा garden area था। जिसको कई तरह के फूल और पोंधों की मदद से पूरा सजाया गया था। जिसके कारण पूरे वातावरण में उन ...और पढ़े
My Passionate Hubby - 2
मेरे सर पर रखना…बाबा तू अपना हाथ…!सुख हो या चाहे दुख हो…तू हर पल रहना बस मेरे साथ…!!//हर हर आगे–वहीं hall room से attached एक बड़ा सा kitchen बना हुआ था। जिसमें एक लड़की kitchen की तरफ मुंह करे हुए खड़ी थी। जिसकी वजह से उसकी बस back ही दिख रही थी। जिसको उसके लंबे काले घने लहराते बालों ने ढक रखा था।तभी वो लड़की किसी servant को आवाज देते हुए बोलती है, "रामू काका… रामू काका… मैं जब तक सब्जियां काट रहीं हूं। तब तक आप खीर में डालने के लिए मेवा (काजू, बादाम, किसमिस, etc…) काट लीजिए ...और पढ़े
My Passionate Hubby - 3
ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –Kaynat को इस तरह हंसते देख कर राजू काका सर पर हाथ फेरते हुए बोलते है, "कौनों बात नाही बिटिया तू जा, हियां हम सब जने हइन ना, हम सब संभाल लेब हियां। तू जा नाहिं तो मालिक सच्चे मा नाराज हुई जैहें।"राजू काका की बात सुन कर Kaynat अपना सर हां में हिला कर तुरंत kitchen से निकल जाती है। वहीं उसको जाते देख राजू काका बोलते है, "किन्नी प्यारी बिटिया है…! पर कैसन जल्लाद साथे ब्याह दी गईं हइन। बिचारी अपने दुखन को भी अपन प्यारी सी ...और पढ़े
My Passionate Hubby - 4
ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –Kaynat को पीछे ना पलटता देख, Sarthak खुद जिसने सिर्फ एक bathrobe पहना हुआ था, वो खुद उसके सामने जा कर खड़ा हो जाता है। Sarthak को अपने सामने देख कर Kaynat डर से हकलाते हुए कुछ बोलने की कोशिश करते हुए बोलती है, "म… मे… मैं… वो… वो… वो।"इससे आगे Kaynat कुछ बोलती उससे पहले ही Sarthak Kaynat के साड़ी के पल्लू को पकड़ कर उसके कंधे से खींच कर अलग कर देता है। जिसके लिए Kaynat बिल्कुल तैयार नहीं थी। क्योंकि Sarthak ने ये सब कुछ इतना ...और पढ़े
My Passionate Hubby - 5
ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन Kaynat Sarthak के किस का जरा सा भी नहीं कर रही थी। जिसे मेहसूस कर Sarthak का पारा सातवें आसमान में चढ़ जाता है। वो अपने मन में ही सोचता है की, "बाहर की सारी लड़कियां मेरे करीब आने की, एक बार सिर्फ एक बार मुझे पाने की कोशिश करती है।पर Kaynat…? Kaynat से मेरी शादी को 2 साल हो गए है, पर कभी उसने मेरे पास आने की कोशिश नहीं की, और ना ही कभी अपनी तरफ से पहल की, आखिर ऐसा क्यों…? ऐसी कौन सी वजह ...और पढ़े
My Passionate Hubby - 6
ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –अगले दिन–सुबह के 8 बजे–खिड़की से आ रही धूप Sarthak के चेहरे पर पड़ रही थी। जिससे irritated हो कर Sarthak अपना चेहरा इधर उधर घुमा रहा था। तभी bathroom का dor open कर के Kaynat बाहर आती है। तभी उसकी नजर bed पर लेटे हुए Sarthak पर पड़ती है।जिसका चेहरा सूरज की रोशनी में सोने की तरह चमक रहा था। आगे माथे पर बिखरे हुए बाल, जो उसे बहुत ही क्यूट look दे रहे थे। उसके perfect face features उसको और भी attractive look दे रहे थे।एक पल ...और पढ़े