जय द्वारकाधीश.. जय भोलेनाथ.. श्री गणेशाय नमः... प्यार की कोई भाषा नहीं होती ..प्यार की कोई दिशा नहीं होती ..लिखा हो तकदीर में, वो किसी भी हालत में मिल जाता है ..कई भी जाओ कुछ भी हो जाए .. जो होता हैं वो रब की मर्जी से .... इसी तरह ही मेरे इस छोटी सी नोवेल  दो कैरेक्टर सिद्धार्थ और महक .. कैसे एक दूसरे के साथ मिल जाते हैं.. ओर कैसे एक दूसरे के बन जाते है .. प्यार से पहले नफरत और नफरत के बाद प्यार .. क्या क्या होने वाला हैं।

Full Novel

1

Our Destiny Dance - 1

जय द्वारकाधीश.. जय भोलेनाथ.. श्री गणेशाय नमः...प्यार की कोई भाषा नहीं होती ..प्यार की कोई दिशा नहीं होती ..लिखा तकदीर में, वो किसी भी हालत में मिल जाता है ..कई भी जाओ कुछ भी हो जाए .. जो होता हैं वो रब की मर्जी से ....इसी तरह ही मेरे इस छोटी सी नोवेल दो कैरेक्टर सिद्धार्थ और महक .. कैसे एक दूसरे के साथ मिल जाते हैं.. ओर कैसे एक दूसरे के बन जाते है .. प्यार से पहले नफरत और नफरत के बाद प्यार .. क्या क्या होने वाला हैं। ये सब में आप को इस छोटी सी ...और पढ़े

2

Our Destiny Dance - 2

सिद्धार्थ us लड़के के सामने देखते हुए कहता हैं: क्या बताओ राजीव ..वो इतना कह कर जोर जोर से ने भी लगता है! और बाद में उसकी आंखो में गुस्सा भी दिखाए देता है! वो फ्लैश बैक में चले जाता हैं!शाम का समय था .... एक दिन में अपने बाइक से जा रहा था मुझे जरूरी काम। था इसलिए जाना था ! और में समय पर पहुंच पता उसे पहले ही महक ने मेरी बाइक पर अपनी एक्टिवा से जोरदार टक्कर कर दी ..... उसने मेरी बाइक को मारा मेने उसे फिर भी कुछ नही कहा ... और बाद ...और पढ़े

3

Our Destiny Dance - 3

जब महक अपने घर में खुशी खुशी अंडर जाति हैं! तो उसे दिखाई देता है! की उसकी मम्मी और के आंखो में आसू थे और राहुल अपने सर को नीचे जुकाए बैठा हुआ था! ये देख कर महक कहती है: क्या हुआ?? कुछ हुआ तो नही ... उसे अंडर से कुछ अनहोनी की आवाज आती है! तभी राहुल अपनी जगह से खड़े होता हैं! और उसके पास जाते हुए कहता हैं: महक तुम बहुत ही अच्छी लड़की हो ... और मुझे पता हैं! तुम।बहुत ही आगे बढ़ने वाली हो .... देखो मुझे पता हैं.... तुमने मेरा साथ बहुत ही ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प