अंजाना रिश्ता ये अपना ......

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जिंदगी के कुछ पहलू ऐसे होते हैं, जो रिश्ते में उलझे रह जाते हैं| ख़ुशी- गम या नफ़रत जैसे जज़्बातों से कभी कबार रिश्ते उलझ जाते हैं ,साथमे दर्द की गहरी चोट दे जाते हैं | हम जिसे बिछड़ना नहीं चाहते उसीसे बिछड़ना पड़ता है | जिंदगी के इसी पड़ाव पर खड़ी थी नयन और तारा की कहानी| नयन अपने परिवार के साथ रानीगंज में रहती थी! उसके परिवार में वो, उसका भाई ध्रुव , माँ, बाबा, और दादी रहते थे| नयन का भाई शहर का बड़ा डॉक्टर था| उसके बाबा बिज़नेस मैन थ | और नयन खुद एक फैशन डिजाइनर थी| उनका परिवार खुशहाली में जीवन व्यतीत कर रहा था | सुबह का समय था, शर्मा मेंशन में चेहेल-पेहेल का वातावरण था| घरमे नयन के बाबा यानि टॉप बिजनेस मैन श्री रामकृष्ण शर्मा की सक्सेस पार्टी का आयोजन किया गया है | शहर के बड़े-बड़े लोग पार्टी में आने वाले थे| पर हमारी प्यारी नयन अभितक अपने रूम में चेन से सो रही थी | तो उसकी दादी उसे उठाने जाती है|

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 1

जिंदगी के कुछ पहलू ऐसे होते हैं, जो रिश्ते में उलझे रह जाते हैं ख़ुशी- गम या नफ़रत जज़्बातों से कभी कबार रिश्ते उलझ जाते हैं ,साथमे दर्द की गहरी चोट दे जाते हैं हम जिसे बिछड़ना नहीं चाहते उसीसे बिछड़ना पड़ता है जिंदगी के इसी पड़ाव पर खड़ी थी नयन और तारा की कहानी नयन अपने परिवार के साथ रानीगंज में रहती थी! उसके परिवार में वो, उसका भाई ध्रुव , माँ, बाबा, और दादी रहते थे नयन का भाई शहर का बड़ा डॉक्टर था उसके बाबा बिज़नेस ...और पढ़े

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 2

तभी पीछेसे कोई आता है ! और नयन के गले में प्यारसा नेकलेस पेहना देता है| नयन पीछे मुड़ती तो उसके सामने मिस्टर शर्मा होते हैं वो उन्हें प्यार से गले लगा लेती है और कहती है: " GOOD MORNING MY SUPER HERO! BUT, ये क्यों? " Mr. शर्मा बोले, "क्यों? वो तो मैं भूल गया! पर तुम्हें ये पसंद आया ना?" " पसंद कैसे नहीं आएगा! आख़िर डिज़ाइन तो तो मैंने किया था ️ | पर आपको ये ...और पढ़े

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 3

इन सबसे अंजान ध्रुव वहासे चला जाता है | अस्पताल से पता चलता है , के उस लड़के को आ गया | और वो बोहत डरा हुआ था ! शायद उसे किसी बात का सदमा लगा था! वो बार बार कह रहा था, " मत मारो उसे , छोड़ दो ! वो बेकसूर है!.. " तो ध्रुव उसके पास जाता है, और शांतिसे उसका नाम पूछता है ! तो वो डरता हुआ कहता है ! "म..म. मेरा नाम रतन है! ...और पढ़े

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 4

सारे लोग मिसेज शर्मा की और आश्चर्यचकित होकर देखने लगते हैं! नयन अपने भाई की और देखकर मनमे बोलती "अब माँ ने क्या प्लेन बनाया हे भाई? " ध्रुव भी मनमे यहीं सवाल लीये, कहता है..."मुझे क्या पता! " तो नयन फिर से मनमे बोलती है.. " आपको तो सब पता होगा! आप मुझसे 13 सेकंड बड़े हो! " ...और पढ़े

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 5

ध्रुव जाने ही वाला होता है के अभी नयन बोली! "भाई मैं आना चाहती हूं! " तो ध्रुव कहता है... " No Panda! It's already dark!" तो नयन कहती है ! "Please Panda's Bro" Mr. sharma कहते है ! "ले जाओ वैसे नयन अब छोटी नहीं है!" ...और पढ़े

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 6

तभी दरवाजा खुलने की आवाज आती है! रतन छुप जाता है| नयन अंदर बड़बड़ाते हुए आती है और केहती " पानीपुरी थोड़ी ही बची थी , इस चटनी को भी अभी गिरना था | क्या कसूर था उस बिचारी पानीपुरी का?जिसे मुझे अकेले छोड़कर आना पड़ा | आजतक मैने किसी पानीपुरी को अकेला नही छोड़ा ! वाह! क्या डायलॉग बोलती हुँ मै! मुझे तो Actor होना चाहिए था!" रतन ये सब सुनकर जोरोंसे हंस पड़ता है ! नयन के हाथोंसे साबुन फिसलकर गिर जाता है ! और वो घबराकर केहती है ...और पढ़े

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अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 7

आगे मिसेज शर्मा कहती है! " अभी तो आया है ! इसे थोड़ा आराम तो करने दे! आये नहीं सिर्फ काम! " अमन बैठते हुए कहते हैं ! "आंटी आप ना थोड़ी बदल गई हो!" "क्या हुआ ? मैं पतली हो गई हूं क्या ? " मिसेज शर्मा मुस्कुराके बोली ! तो अमन कहने लगा ! " No Aunty ...और पढ़े

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