हिंदी पौराणिक कथा कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें होम कहानियां पौराणिक कथा कहानियां फ़िल्टर: श्रेष्ठ हिंदी कहानियां बड़ा बलिदान किसका - विक्रम बेताल की कहानी द्वारा Deepak Singh ... जादुई हथौड़े की कहानी द्वारा Deepak Singh ... परीक्षित के जन्म की कहानी द्वारा Deepak Singh ... कुछ हादसे मेरे संग द्वारा Vishal Dhusiya यह कहानी है 1997 की। मेरा जन्म हुए अभी 6 महीने ही क्या हुए थे कि मुझे निमोनिया जैसी बीमारी ने जकड़ लिया था। मेरे हालात कुछ ऐसे हो ... मेरी मीरा... - 1 द्वारा Ankit Mukade मेरी मीरा... पार्ट 1हर किसी के जिंदगी में अपने को खोना बोहत मुश्किल होता है, और अगर हमसफर राह में अकेला छोड़ जाए तो सासें भी घुटन जैसी लगने ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 19 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 19 राजकुमारी मोहनी, इस वक्त भरे दरबार में खड़ी थी उसके चेहरे पर क्रोध के भाव नजर आ रहे थे। अब सभा में एक और युवक ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 18 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग-18विष्णु और शंकर के सामने इस वक्त जलीय साम्राज्य का युवराज जलज खड़ा था और उन्हें समझा रहा था की मौत कभी भी इन दोनों की तरफ ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 17 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 17 तांत्रिक शक्ति जो आधुनिक दुनिया से अहंकारा साम्राज्य में आ पहुंचा था 1000 साल पीछे,,, और इस वक्त अपने चारों साथियों के साथ एक तांत्रिक ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 16 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 16 इस वक्त आधुनिक समय काल के कुछ मानव 1000 साल पूर्व अहंकारा साम्राज्य में पहुंच चुके थे और यहां आने का रास्ता खोला था अहंकारा ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 15 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 15 इस वक्त अहंकारा साम्राज्य में विष्णु शंकर के साथ इंस्पेक्टर सावंत और हवलदार बाबूराम भी आ पहुंचे थे, पर यह उनसे दूर इस वक्त एक ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 14 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग -14 विष्णु और शंकर इस वक्त एक चट्टान के पीछे पहुंच गए थे और सामने के उस खतरनाक दृश्य को देखने लगे थे। विष्णु ,""यह सब ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 13 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 13चुड़ैल इस वक्त एक गोल घेरा बनाकर और उसके बीच में बेहोश पड़े विष्णु और शंकर को लेटा चुकी थी, इंस्पेक्टर सावंत उसके मोबाइल से वीडियो ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 12 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 12 विष्णु और शंकर इस वक्त चंद्रिका के साथ एक घनी झाड़ी में बैठे हुए थे और चंद्रिका समय व्यतीत करने के लिए इन दोनों से ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 11 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 11 इस वक्त विष्णु और शंकर बेवजह की एक आफत में फंस चुके थे जिसमें इन दोनों के फंसने का कोई इरादा नहीं था, जंगल में ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 10 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 10 जंगल में एक बंजारन इस वक्त 4 गुंडों के सामने फंस चुकी थी और यह चारों गुंडे थे सिकंदर और उसके 3 साथी। बंजारन लड़की ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 9 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 9 विष्णु और शंकर इस वक्त बहुत बुरे फंसे हुए थे, वह बेहोश थे और उन्हें चार खतरनाक गुंडे जंगल में जगा कर चुड़ैल का शिकार ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 8 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 8चार खतरनाक गुंडों ने एक यात्री छोटी बस को हाईजैक कर लिया था और अब उसे लेकर उस जंगल में प्रवेश कर गए थे जहां चुड़ैल ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 7 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 7शंकर और विष्णु जो शहर से काफी दूर इंटरव्यू देने गए थे और अब वापस लौटते वक्त इनकी गाड़ी में चार अपराधी आ चढ़े थे।चारों अपराधी ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 6 द्वारा Parveen Negi कहानी को समझने के लिए पिछले भाग पढ़े भाग-6 शंकर ,,"सुन रहे हो विष्णु चुड़ैल ने पहली ही रात चार लोगों को अपना शिकार बना लिया है ,अब क्या ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 5 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 5 शंकर जो एक भयानक सपने की वजह से काफी डर गया था और अपनी बातों से और विष्णु को भी डराने की कोशिश कर रहा ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 4 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 4 मेनका जो मकान मालिक गोपाल राम की बेटी थी ,इस वक्त अपने सामने बैठे भोजन कर रहे विष्णु और शंकर के डरे हुए चेहरे को ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 3 द्वारा Parveen Negi कहानी का भाग 3 विष्णु और शंकर लज्जित चेहरे के साथ अपने मकान मालिक गोपाल राम के सामने खड़े थे, क्योंकि वह इन्हें इसी वक्त यहां से भाग जाने ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 2 द्वारा Parveen Negi भाग-2 विष्णु और शंकर दो जिगरी दोस्त दोनों ही बेरोजगार और अब चाय की दुकान पर बैठे कल्लू चाय वाले के चेहरे के भाव को पढ़ने की कोशिश कर ... चुड़ैल -इनविटेशन ऑफ जंगल - भाग 1 द्वारा Parveen Negi यह कहानी किसी भी जाति वर्ग स्थान भाषा धर्म लिंग से मैच नहीं खाती है इसे लिखने का मुख्य उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन है और इसे मनोरंजन के लिए ही ... लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी गुरुपत्नी रुचि और ऋषि विपुल (अंतिम) द्वारा Kishanlal Sharma उनका शरीर जाग्रत अवस्था में था और उनके नेत्र रुचि की तरफ स्थिर थे।रुचि ने अपनी कुटिया में घुस आए आकर्षक सुंदर युवक को आश्चर्य से देखा।वह उस युवक ... सम्राट पृथ्वीराज चौहान द्वारा DINESH KUMAR KEER नाम (Name) पृथ्वीराज चौहानउपनाम (Nick Name ) भारतेश्वर, पृथ्वीराजतृतीय, हिन्दूसम्राट्,सपादलक्षेश्वर, राय पिथौराजन्मदिन (Birthday) 1 जून 1163 (आंग्ल पंचांग के अनुसार)जन्म स्थान (Birth Place) पाटण, गुजरात, भारतउम्र (Age ) 28 ... गुरुपत्नी रुचि और ऋषि विपुल - 2 द्वारा Kishanlal Sharma दानव,देवता,,असुर,गन्धर्व और सभी उस पर कामुक नजर रखते है।इन सब से निपट लोगे तुम?""हां गुरुवर"इन्द्र से निपटना इतना आसान नही है।जितना तुम समझ रहे हो,"देवशर्मा ने प्यार से अपने ... गुरुपत्नी रुचि और ऋषि विपुल - 1 द्वारा Kishanlal Sharma "यज्ञ--लेकिन रुचिऋषि देवशर्मा अपने ही विचारों में उलझे थे।ऋषि की यज्ञ करने की इच्छा पिछले कुछ दिनों से काफी बलवती हो रही थी।लेकिन रुचि को लेकर वह चिंतित थे।जब ... महादेव... मेरी नजर से - 4 द्वारा Jaimini Brahmbhatt महादेव अपनी और से अपने ज्ञान से हम सबको जीवन की कुछ सिखे देते है.. जिनमे 10 सीख जीवन की बहुमूल्य शिख है।1)आत्मनियंत्रण :- महादेव शिव अक्सर बताते है ... महादेव... मेरी नजर से - 3 द्वारा Jaimini Brahmbhatt "आदि है वो अंत है,आकार नहीं साक्षात्कार है वो, निराकार निर्विकार ओमकार है,वो अंत है अनादि है, जगतपिता जगत व्यापी है, जो हर कन मे बसे है हर मन ... विजयदशमी द्वारा DINESH KUMAR KEER पौराणिक मान्यता है कि विजयदशमी की तिथि को भगवान श्रीराम ने अत्याचारी रावण का वध किया तो संसार को एक पापात्मा से मुक्ति मिली। लेकिन भगवान श्रीराम के ऊपर ... महादेव... मेरी नजर से - 2 द्वारा Jaimini Brahmbhatt "आदि है वो अंत है,आकार नहीं साक्षात्कार है वो, निराकार निर्विकार ओमकार है,वो अंत है अनादि है, जगतपिता जगत व्यापी है, जो हर कन मे बसे है हर मन ...