नफ़रत से प्यार तक कि कहानी

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यह कहानी नफ़रत से प्यार तक की है। जिसमें मुख्य पात्र के रूप में रिया और अजय है। और यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है। ********* “अपने आप को समझते क्या हो तुम कितनी देर से हमारे पीछे पीछे चले आ रहे हो। ज्यादा दिमाग़ खराब हो तो बताओ ? बुलाती हूँ अभी प्रिन्सिपल को।"बड़े ही गुस्से मैं बोली थी रिया। इतने मैं विक्रम वहाँ आ पहुचा और बोला “क्या हुआ रिया ? यह क्या तुम्हे परेशान कर रहा है?” फिर वो अजय की तरफ मुखातिब हुवा और काफ़ी ज़ोर से बोला, "क्यो बे किस लिए पीछा कर रहा था तू? कौन है?चल अपने रास्ते निकल।” अजय बोला “मैं अपने रास्ते ही जा रहा हूँ, यह मोहतार्मा भी उसी रास्ते जा रही हैं? यह मेरे आगे थी और मैं पीछे, इसका यह मतलब नही है की मैं इनका पीछा कर रहा हूँ'?

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नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 1

यह कहानी नफ़रत से प्यार तक की है। जिसमें मुख्य पात्र के रूप में रिया और अजय है। और कहानी पूरी तरह काल्पनिक है। “अपने आप को समझते क्या हो तुम कितनी देर से हमारे पीछे पीछे चले आ रहे हो। ज्यादा दिमाग़ खराब हो तो बताओ ? बुलाती हूँ अभी प्रिन्सिपल को।"बड़े ही गुस्से मैं बोली थी रिया। इतने मैं विक्रम वहाँ आ पहुचा और बोला “क्या हुआ रिया ? यह क्या तुम्हे परेशान कर रहा है?” फिर वो अजय की तरफ मुखातिब हुवा और काफ़ी ज़ोर से बोला, "क्यो बे किस लिए पीछा कर रहा था ...और पढ़े

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नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 2

कुछ देर बाद मिस्टर शर्मा चले गये, और पूरा क्लास बाहर आ गया। सब इधर उधर ग्रूप्स बना कर हो गये। अजय एक कोने मैं बैठा था।तभी उसके कंधे पर किसी ने हाथ रखा, जो एक लड़का था जो मुस्कुरा रहा था। “दोस्त क्या मैं यहाँ बैठ सकता हूँ?” अजय ने कहा “जी ज़रूर।” वो लड़का उसके पास बैठ गया और बोला “मेरा नाम राज है, तुम नए आए हो तो यहाँ पर सोचा थोड़ी जान-पहचान कर लेता हूँ।” अजय बोला “शुक्रिया राज। आप से मिल कर खुशी हुई.” इस पर राज बोला “खुशी ऐसे नही ज़ाहिर करते, चलो ...और पढ़े

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नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 3

थोड़ी ही देर में अजय और न्यूटन (साहिल)दोनों हॉस्टल पहुंचे और अजय ने अपनी बुक्स साइड में रखी और गिटार को हाथ में लेकर बड़े प्यार से सहलाया और फिर उसे बजाने लगा। यह देख न्यूटन अजय के पास आता है और उससे बोलता है "अरे वाह तुम्हें गिटार बजाना भी आता है......? गज़ब यार। अजय आश्चर्य से न्यूटन की ओर देखता है और बोलता है"इसमें गज़ब क्यू...? "नई मतलब तुम पढ़ाई में इतने अच्छे हो तो पढाई करने में ही पूरा दिन निकल जाता होगा। और फिर भी इतना अच्छा गिटार बजाते हो, जब की इतना अच्छा गिटार ...और पढ़े

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नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 4

कॉलेज शुरू होने की बैल बजी और अजय और उसकी टोली क्लास में गए और अपनी अपनी जगह बैठे। और अजय दोनों पहली ही बेंच पर बैठे हुऐ थे। फिर क्लास में प्रोफेसर आए और सब ने खड़े हो कर उनको गुड मॉर्निंग बोला फिर सब अपनी अपनी बुक्स निकलने लगे तभी क्लास में रिया,विक्रम और उनके दोस्त आते हैं। रिया ने क्लास में एंटर होते ही अजय को देखा और उसकी ओर मुंह बिगड़ा। उसका यू बेवजह बिगड़ा मुंह देख अजय से रहा नही गया और वो बोल ही पड़ा "बंदरिया लग रही है"। अब ये सुन रिया ...और पढ़े

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नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 5

ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते है। उन सब के बिच छोटे - मोटे झगड़े,छोटी -बहेसे होती रहती थी। एक एक दिन की बात है। रिया का बर्थडे होता है। और जैसा कि आप सब जानते ही हो रिया यूनिवर्सिटी के सबसे बड़े ट्रस्टी और फिनांशल डोनर की बेटी थी। तो उसका बर्थडे साधारण तो नहीं हो सकता। हां जी ऐसा ही है। उसके पापा ने रिया के बर्थडे पर बड़ी पार्टी ऑर्गेनाइज की थी और हां संजोग वस उसके घर रखी पार्टी में केटरिंग का काम अजय के पापा को मिला था। पार्टी में उस कॉलेज के सारे ...और पढ़े

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