मेरी यह कहानी में एक बहन आपने भाई के खातिर अपनी पुरी जिंदगी कुर्बान कर देती है तो शुरू करते हैंएक छोटा सा गांव जिसका नाम है ( सोन पुर ) वही एक घर है जो मिट्टी से बना हुआ था उसी घर एक औरत और एक आदीम पलंग पर बैठ बातें कर रहे थे इतने मे वह पे चार लड़की आई उनमें से एक लड़की बोली बाबा मुझे कुछ नही सुना बस मुझे एक भाई चाहिये मेरी सब दोस्तो के पास भाई है बस मेरे पास नही है आप केसे भी करके एक भाई ला कर दो आदमी जिनका

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मेरा भाई भाग - 1

मेरी यह कहानी में एक बहन आपने भाई के खातिर अपनी पुरी जिंदगी कुर्बान कर देती है तो शुरू हैंएक छोटा सा गांव जिसका नाम है ( सोन पुर ) वही एक घर है जो मिट्टी से बना हुआ था उसी घर एक औरत और एक आदीम पलंग पर बैठ बातें कर रहे थे इतने मे वह पे चार लड़की आई उनमें से एक लड़की बोली बाबा मुझे कुछ नही सुना बस मुझे एक भाई चाहिये मेरी सब दोस्तो के पास भाई है बस मेरे पास नही है आप केसे भी करके एक भाई ला कर दो आदमी जिनका ...और पढ़े

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मेरा भाई भाग - 2

अगर तुम ऐसे ही जिद करोगी तो भगवान जी तुम्हारे भाई को वापस ले लेंगे इसलिए मेरी बात समझो रमन की बात सुनकर चुप हो गई और फिर बोली ठीक है बाबा मैं भाई का इंतजार करूंगी कान्हा जी ने मेरे भाई को दिया है इसलिए मैं उनसे जाकर धन्यवाद करके आती हूं और उनसे यह भी कहूंगी कि वह मुझे मेरा भाई नहीं छीन मैं जिद नहीं करूंगी मैं अभी उनसे बात करके आती हूं (कनक बहुत खुश रहने लगी थी क्योंकि अब छोटा भाई आ गया था ••••! हर वक्त उसके साथ रहते थी उसका पूरा ध्यान ...और पढ़े

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मेरा भाई भाग - 3

अब आगे थोड़ी देर बाद कनक गुड्डू से अलग हुई और बोली तुम ठीक हो तुम्हें कुछ हुआ तो है•••! और तुम यह क्या कर रहे थे तुम्हें पता है वो सांप है अगर वो तुम्हें काट लेता तो गुड्डू कनक की बात सुनकर उदास हो गया•••! और इशारा करते हुए बोला वह बच्चे मुझे खेलने नहीं दे रहे कह रहा है मैं पागल हूं इसलिए मैं आम की गुठली ढूंढने गया था•••! और मुझे यह मिल गया मैं समझा यही है कनक वो खुद ही पागल तुम पागल नहीं हो तुम तो सही हो और हां•••! दोबारा तुम ...और पढ़े

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मेरा भाई भाग - 4

अब आगे थोड़ी देर बादजैसे ही रमन जी और कनक घर में आए तो वहां पर बहुत सारे लोग से ही खांडे हुए थे और शांति को पलंग पर लेट रखा था•••! (कनक शांति जी के पास आई और रमन से बोली बाबा देखो ना मां उठ नहीं रही है इनको बोलो ना यह उठे उनके पास में जो बुजुर्ग औरत रहती थी उन्होंने कनक को अपने सीने से लगाया और बोली बेटा अब वो नहीं उठेगी क्योंकि वो तुम सबको छोड़कर चली गई है)•••! तुम अपने आप को संभालो उनकी बात सुनकर कनक बोली नहीं दादी ऐसा नहीं ...और पढ़े

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