"लाल इश्क़" यह कहानी एक काल्पनिक कहानी है , इसमें चित्रण किया गया किसी भी जीवित मृत मानव या जाति धर्म से कोई वास्ता नहीं है यह केवल मनोरंजन के लिए लिखा जा रहा है इसमें स्थानों कि भी कल्पना मात्र होगा वास्तव जीवन से दूर ,इस कहानी में सभी तरह का मटेरियल है जैसे राजनीति , रोमांस वा फाइटिंग वा फायरिंग पाठकों को विनम्र निवेदन है कि इस कहानी को मनोरंजन के लिए पढ़ें वा त्रुटि होने पर क्षमा करें ...

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लाल इश्क - भाग 1

दोपहर का समय था उज्जैन के सड़कों पर पुलिस गाड़ियों कि सायरन बजाती हुई शिप्रा नदी कि ओर बढ़ी के पूरी सरकारी महकमों में हलचल हुई और राहत कार्य के लिए उज्जैन कलेक्ट्रेट परिसर पर फोन कि घंटियां घनघना उठी....पीए साहब दौड़ते हुए उज्जैन आईपीएस अधिकारी मिस सुगंध चौधरी के केबिन में दरवाजा नॉक करके अंदर आया मैडम फोन पर अपने अधिकारियों से बात कर रही थी जब उसने फोन डिस्कनेक्ट किया तो पीए साहब ने कहा मैडम गाड़ी तैयार है ..आईपीएस सुगंध चौधरी अपने चेयर से उठी और फोन पकड़ कर लंबी डग भरते हुए बोली ...और पढ़े

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लाल इश्क - भाग 2

लाल इश्क भाग २"लाल इश्क़" यह कहानी एक काल्पनिक कहानी है , इसमें चित्रण किया गया किसी भी जीवित मानव या जाति धर्म से कोई वास्ता नहीं है यह केवल मनोरंजन के लिए लिखा जा रहा है इसमें स्थानों कि भी कल्पना मात्र होगा वास्तव जीवन से दूर ,इस कहानी में सभी तरह का मटेरियल है जैसे राजनीति , रोमांस वा फाइटिंग वा फायरिंग पाठकों को विनम्र निवेदन है कि इस कहानी को मनोरंजन के लिए पढ़ें वा त्रुटि होने पर क्षमा करें ... परिचय पात्र…..नायक ...उज्जैन शहर का चर्चित - बिजनेस मैन / राजनीतिज्ञ "ओजस राजपुरोहित" उम्र - ...और पढ़े

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