योर वाट्सएप नम्बरमोबाइल पर वह यूटुबेर के वीडियो बहुत देखता था।इनमे राजनीतिक बहस और समाचार के ज्यादा होते थे।पाकिस्तान के भी काफी पत्रकार यूट्यूब पर वीडियो डालने लगें थे।जब से सोशल । मीडिया का जमाना आया है छोटी से छोटी बात पलक झपकते ही दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में पहुचं जाती है।यू ट्यूब या सोशल मीडिया पर जो आता है वो सब सही नही होता।फेक और झूठ भी बहुत होता है।सनसनी और अफवाह फैलाने के लिए भी खूब पोस्ट की जाती हैं।हम कोरोना के समय देख चुके है।लोगो ने अफवाह फैलाने में कोई कमी नही रखी थी।

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ख्वाइशें - 1

योर वाट्सएप नम्बरमोबाइल पर वह यूटुबेर के वीडियो बहुत देखता था।इनमे राजनीतिक बहस और समाचार के ज्यादा होते थे।पाकिस्तान भी काफी पत्रकार यूट्यूब पर वीडियो डालने लगें थे।जब से सोशल । मीडिया का जमाना आया है छोटी से छोटी बात पलक झपकते ही दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में पहुचं जाती है।यू ट्यूब या सोशल मीडिया पर जो आता है वो सब सही नही होता।फेक और झूठ भी बहुत होता है।सनसनी और अफवाह फैलाने के लिए भी खूब पोस्ट की जाती हैं।हम कोरोना के समय देख चुके है।लोगो ने अफवाह फैलाने में कोई कमी नही रखी थी।लेकिन ...और पढ़े

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ख्वाइशें - 2

औऱ कांत की सबीना से वाट्सएप पर बात होने लगी।एक दिन कांत सबीना से बोला,"लाहौर की मिट्टी में तो है"मिट्टी तो मिट्टी होती है वह चाहे कही की भी हो"नही।लाहौर कि तो अलग किस्म की ही है"अलग किस्म की कैसे है, मेरी समझ मे तो नही है"मेरी आँखों से देखो तब पता चलेगा"तुम्हारी आँखों से तो तुम ही देख सकते हो"मैं ही तो देख रहा हूँ तभी तो कह रहा हूँ"फन्नी"हाऊ फन्नी"लाहौर से सेकड़ो मील दूर बैठे हो यहाँ की मिट्टी तुम्हे दिखेगी कैसे जो तुम लाहौर की मिट्टी की बात कर रहे हो"मुझे दिख रही है तभी बात ...और पढ़े

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ख्वाइशें - 3

और एक दिन सबीना का कत्ल आया था,"मुझे वीजा मिल गया है।"कब आ रही हो।मुझे बता देना ताकि छुट्टी सकू"तुम्हे परेशानी तो नही होगी"परेशानी कैसी"परसो आऊंगी।मुझे केवल सात दिन का ही वीजा मिला है।इसमें ज्यादा से ज्यादा भारत को देखना चाहूंगी"मैं तुम्हे एयर पोर्ट पर ही मिलूंगाऔर कांत एयर पोर्ट पर पहुंच गया था।"सबीनाजब सबीना बाहर आयी तो उसे देखते ही कांत ने हाथ हिलाया था"हाय कांतकांत उसे अपने फ्लैट पर ले गया था।"क्या प्रोग्राम है।अब बताओ"पहले आगरा"आगरा का कुछ पता याद है"हा मैने अपने पापा से सुना था सदर मेंऔर सबीना ने जितना उसे पता था बता दिया।कांत ...और पढ़े

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ख्वाइशें - 4

"बेंगलोर पहले चलते है।औऱ कांत सबीना को बेंगलुरू लेकर गया था।विशाल क्षेत्र में फैला आई टी हब।बड़ी बड़ी मल्टी कम्पनी।सबीना देखकर दंग रह गयी थी।"हमारे देश मे तो न इतनी कम्पनी है।न ही इस तरह का इतना बड़ा आई टी हब"कम्पनिया उस देश मे आती है जहाँ पर अमन चैन हो।और सरकार सुविधा दे तब आती है,"कांत बोला,"तुम्हारे देश मे दहसतगर्दो की कमी नही है।ऐसे में कौन उद्योगपति अपन्स पैसा फ़साना चाहेगा।"तुम सही कह रहे होसबीना बेंगलुरु देखकर दंग थी।उसने एक वीडियो भी शूट किया था।लोगो से जिनमे सभी धर्म के लोगों से बात भी की थी।"अब कहा चलोगे"मुम्बई,"कांत ...और पढ़े

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