टेलिफोन की घंटी बजती है एक आदमी इन्फेक्टर की वर्दी पहने हुए पुलिस थाने मे बैठा होता है टेलिफोन की घंटी सुनकर वो फोन उठाता है फोन पर बात करने के बाद वह पुलिस थाने से दो हेंड कांस्टेबल लेकर कही निकल जाता है कुछ देर बाद वह एक जगह पहूचता है जहा पर बहुत भीड लगी होती है क्योकि वहा किसी व्यक्ति की लाश पढी होती है...लाश की छानबीन करने पर पता चलता है की वह आदमी एक एक बिल्डर का बेटा है जिसका नाम रोहित है...उसकी उम्र लगभग 25 साल की है ओर उसे किसी ने बडी बेहरमी से मारकर उसकी लाश को एक लावारिस की तरह सड़क के किनारे फेक दिया है लाश के पास उसे पहचानने के लिए एक आ ई कार्ड और उसके अलावा एक गुड़िया थी इंस्पेक्टर विजय शंकर आई कार्ड और गुडिया को हिरासत मे लेकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज देते है..

Full Novel

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गुड़िया... - 1

टेलिफोन की घंटी बजती है एक आदमी इन्फेक्टर की वर्दी पहने हुए पुलिस थाने मे बैठा होता है टेलिफोन घंटी सुनकर वो फोन उठाता है फोन पर बात करने के बाद वह पुलिस थाने से दो हेंड कांस्टेबल लेकर कही निकल जाता है कुछ देर बाद वह एक जगह पहूचता है जहा पर बहुत भीड लगी होती है क्योकि वहा किसी व्यक्ति की लाश पढी होती है...लाश की छानबीन करने पर पता चलता है की वह आदमी एक एक बिल्डर का बेटा है जिसका नाम रोहित है...उसकी उम्र लगभग 25 साल की है ओर उसे किसी ने बडी बेहरमी ...और पढ़े

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गुड़िया... - 2

इन्फेक्टर विजय दूसरी लाश के बारे मे सुनकर उसकी जाॅच परताल के लिए चले जाते है जाॅच पडताल मे चलता है उस आदमी का नाम गिरीश है ...और उसकी लाश जिसकी उम्र 28 साल है कि है और वो एक बिल्डर का बेटा है गिरीश की पोस्टमार्टम से पता चलता है कि उसका खुन भी रोहित की तरह ही पाया गया है और इस बार भी हत्यारे के बारे मे कोई सबूत नही मिलता है इंस्पेक्टर विजय गिरीश को देखने के बाद वापस अपने थाने आ जाते है वह जब थाने पहुंच तै है तो देखते हे कमिशनर पहले ...और पढ़े

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गुड़िया... - 3

ईशान की किडनैपिंग डिटेक्टिव अबीर और इन्फेक्टर विजय को असमझ मे डाल देती है वो जाच पड़ताल करते है किडनैपिंग किसने की क्यो की कुछ नही पता चलता है और ना ही कोई सुराग मिलता है चौथे दिन डिटेक्टिव अबीर थाने मे बैठ गुड़िया को देख रहे थे की तभी थाने मे बंद कुछ औरतो ने ऐसा बोला की औरत .जब उस गली आवा जाही हो तो हमे क्यो गिरफ्तार कर रखा है डिटेक्टिव अबीर...आप मुझे कुछ कह रही है औरत.... और कोन है यहा साहब डिटेक्टिव अबीर... फिर मे कुछ समझा नही उस गली मे आवा जाही का ...और पढ़े

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गुड़िया... - 4

सना... पुलिस आई थी गुडिया के बारे मे पूछताछ कर रही थी पर मेने सब संभाल लिया...फोन से .. बात करतेहै सना .. ठीक है मे रात को पहूचती हू थाने मे ..........इन्फेक्टर विजय सर इस लिस्ट का क्या करना है नाम के अलावा कुछ नही है और नाम भी सही होगा उसका भी भरोश नही डिटेक्टिव अबीर देखो इसमे किसी का नाम रोहित गिरीश या ईशान से रिलेटेड लोगो से मेच करता है क्या इन्फेक्टर विजय... ठीक है सर....डिटेक्टिव अबीर... और किसी को रंगमहल और वहा आने जाने वाले लोगो पर नजर रखने के लिए बोलो और ऊस ...और पढ़े

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गुड़िया... - 5

कास्टेबलो की बाते सुन डिटेक्टिव अबीर उनसे पूछताछ करते है..डिटेक्टिव अबीर.. तुम दोनो बाहर क्या बाते कर रहे थे .. सर कूछ नही...डिटेक्टिव अबीर... बताओ...कांस्टेबल..सर हम वो शहर मे हो रही हत्या ओ के बारे मे बात कर रहे थे..डिटेक्टिव अबीर क्या बात कर रहे थे और ऐसा क्यो कह रहे थे की भगवान उन्हे उनकी पापो की सजा दे रहे है भगवान किनहे सजा दे रहा है कांस्टेबल. सर रोहित गिरीश ईशान और करन डिटेक्टिव अबीर क्यो..कांस्टेबल सर उन सारे लडको ने बहूत पाप किए है पुलिस ने तो उन्हे सजा नही दी लेकिन वो कहते है ना ...और पढ़े

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गुड़िया... - 6

डिटेक्टिव अबीर...रोहित गिरीश और ईशान मर चुके और करन का अपहरण हो चुका है अब बचा केवल गौतम विजय...सी और गौतम से बात करो और गौतम की सुरक्षा कडी कर वा दो इन्फेक्टर विजय...जी सर...डिटेक्टिव अबीर..उन लडकीयो का नाम क्या था कांस्टेबल..उन लडकीयो का नाम गुडिया था......हा गुड़िया था...डिटेक्टिव अबीर तीनो का नाम बताओ कांस्टेबल सर तीनो का नाम गुडिया था...डिटेक्टिव अबीर और इन्फेक्टर विजय दो साल पूरानी सभी मिसिंग रिपोर्ट देखते है और आखिर मे उन्हे उन तीनो लडकीयो की मिसिंग रिपोर्ट मील जाती है जब वह विक्टिम के एड्रेस देखते है तो इन्फेक्टर विजय एक लड़की का ...और पढ़े

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गुड़िया... - 7

डिटेक्टिव अबीर और इन्फेक्टर विजय चांदनी से पूछताछ करने के बाद दूसरी लड़की के यहा जाने लगते है जो एक अनाथ आश्रम का पता था..रास्त मे डिटेक्टिव अबीर और इन्फेक्टर विजय बात करते हैकी चांदनी के घर मे कोई ऊसके अलावा कोई और नही है और बलात्कारी के बारे मे उसे कुछ मालूम नही है उनके जाने के बाद चांदनी कीसी को फोन करती है और कुछ देर तक बात करती है कुछ देर मे डिटेक्टिव अबीर और इन्फेक्टर विजय अनाथ आश्रम पहूच जाते है..शाम के 7 बज चुके होते है इसलिए जब अनाथ आश्रम के गेट पर पहुंच ...और पढ़े

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गुड़िया... - 8

काव्या के पिता बताते है की जब उनकी बेटी गुड़िया गायब हुई और उसकी लाश मिली तो काव्या मुम्बई नही थी वह एक परिक्षा देने मुम्बई से बाहर गई थी..जब उसकी बेटी की मौत सुनकर काव्या की मा पागल हो गई तो वो बहुत डर गए इसलिए उन्होने काव्या को रेप के बारे मे बताना ठीक नही समझा...इन्फेक्टर विजय.. पिताजी क्या आप जानते है की गुड़िया का रेप किसने कीया है..काव्या के पिता. जो आदमी कुछ दिनो से मर रहे है ऊनहोने किया था गुड़िया का रेप..रोते हुए..डिटेक्टिव अबीर पुलिस ने केश बंद कर दिया उसके बाद मे आपने ...और पढ़े

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गुड़िया... - 9

डिटेक्टिव अबीर.क्या एक वैश्या की बहन कैसे इन्फेक्टर विजय ..सना 10 साल की थी तभी उसकी मा का देहांत गया था उसके पिता एक शराबी थे और पैसो की लालच मे उन्होने सना और उसकी छोटी बहन को रंगमहल मे बैच दिया था सना ने अपनी छोटी बहन को लेकर रंगमहल से भागने की कोशिश की मगर हर बार पकडी गई..आखिर मे उसने हार कर ये मान लिया और वही रहने का फैसला कर लिया..पर रंगमहल की बेगम से मिन्नते कर अपनी 5साल की बहन गुड़िया को अनाथ आश्रम मे डाल दिया सना अपनी बहन से बहुत प्यार करती ...और पढ़े

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गुड़िया... - 10

सना जब उस घर के बेसमेंट मे जाती है तो एक आवाज आती है...बहुत जल्दी आ गई सना .. करो आ गई वरना तुम्हारे पति परमेश्वर ने तो गली से निकलना भी मुश्किल कर दिया है चारो तरफ पुलिस तैनात कर रखी है तो दूसरी तरफ से जवाब आता है बात तो सही कह रही है सना चांदनी कैसे पुलिस को चखमा देकर आई है वो तो चांदनी को ही पता है सना के अलावा उस घर मे जो था वो चांदनी और काव्या थी उन दोनो का उस घर मे सना के साथ होना इस बात का सबूत ...और पढ़े

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