लड़की ने शादी अस्वीकृत की आर० के० लाल पूरे घर में उदासी छाई थी। अंकिता ने रिश्ता जो ठुकरा दिया था। उसकी दादी उसी को कोस रही थी, “ अच्छा खासा रिश्ता स्वयं चल कर आया था। बड़े घर वाले थे, क्या लड़का था, पूरा हीरा था। बंगला, मोटर-कार, नौकर- चाकर से भरा घर था । पिता सरकारी अफसर और खुद का बाईस लाख का पैकेज । पहले दौर में तो उन लोगों ने हाँ कर दी थी । मगर कोई अपने पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ले तो किसी का क्या दोष? क्या जरूरत थी अंकिता
Full Novel
लड़की ने शादी अस्वीकृत की
लड़की ने शादी अस्वीकृत की आर० के० लाल पूरे घर में उदासी छाई थी। अंकिता ने रिश्ता जो ठुकरा दिया था। उसकी दादी उसी को कोस रही थी, “ अच्छा खासा रिश्ता स्वयं चल कर आया था। बड़े घर वाले थे, क्या लड़का था, पूरा हीरा था। बंगला, मोटर-कार, नौकर- चाकर से भरा घर था । पिता सरकारी अफसर और खुद का बाईस लाख का पैकेज । पहले दौर में तो उन लोगों ने हाँ कर दी थी । मगर कोई अपने पैर पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ले तो किसी का क्या दोष? क्या जरूरत थी अंकिता ...और पढ़े
लड़की ने शादी अस्वीकृत की - 2
लड़की ने शादी अस्वीकृत की – भाग दो आर ० के ० लाल कहने को तो अंकिता ने शादी के लिए मना कर दिया था मगर रात भर उसे नींद नहीं आई। सारी रात सोचती रही कि अगर वह इसी तरह शादी के लिए मना करती रही तो कितना मुश्किल हो जाएगा? वह किस प्रकार किसी को अपना पति चुन पाएगी और कैसे अपना नया आशियाना बसा पाएगी। इस प्रकार तो घर के लोग भी नाराज हो जाएंगे। फिर सोचने लगी कि शादी के बाद अगर उसे अपना सारा ध्यान ससुराल के लोगों को ही खुश करने ...और पढ़े