अंजाना इश्क़

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कुछ लोगो का मानना है कि जबतक किस्मत ना चाहे तबतक कुछ हासिल नही कर सकते। ऐसी ही एक कहानी रिधिमा और राहुल की। रात का समय होता है, रिधिमा सोने की तैयारी कर रही होती है। वो पहली मंजिल पर भाड़े से रहती है। वो दूसरे शहेर से मुंबई में नौकरी करने आई होती है। वो फ्रेश होने अपने वॉशरूम में जाती है। तभी एक अंजान शख्स उसके बेडरूम में घुस जाता है और बेड के नीचे छुप जाता है। रिधिमा को इस बारे में पता नही होता। रिधिमा फ्रेश होकर अपने बेडरूम में जाती है और बेड पर सो जाती है।

Full Novel

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अंजाना इश्क़ (प्रकरण-१)

कुछ लोगो का मानना है कि जबतक किस्मत ना चाहे तबतक कुछ हासिल नही कर सकते। ऐसी ही एक रिधिमा और राहुल की। रात का समय होता है, रिधिमा सोने की तैयारी कर रही होती है। वो पहली मंजिल पर भाड़े से रहती है। वो दूसरे शहेर से मुंबई में नौकरी करने आई होती है। वो फ्रेश होने अपने वॉशरूम में जाती है। तभी एक अंजान शख्स उसके बेडरूम में घुस जाता है और बेड के नीचे छुप जाता है। रिधिमा को इस बारे में पता नही होता। रिधिमा फ्रेश होकर अपने बेडरूम में जाती है ...और पढ़े

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अंजाना इश्क़ (प्रकरण-२)

पहले प्रकरण में आपने पढ़ा कि कैसे एक अंजाना शख़्स रिधिमा के कमरे घुस जाता है। जिस कारण रिधिमा अपने मकान मालिक से बहुत डाट खानी पड़ती है। उसी कारण के चलते रिधिमा को उसका मकान छोड़ना पड़ता है और वो आधी रात को सड़क पर आजाती है। अब कहानी आगे। रिधिमा और वो अंजाना शख्स अब आधी रात को सुमसाम सड़क पर चल रहे है। उस सड़क पर दोनो अकेले है। रिधिमा के हाथ में बेग है। वो रात काफी डरावनी और गुमनाम है। दोनो को पता नही कि दोनो कहा जा रहे है बस चले जा रहे ...और पढ़े

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