नागिन का आखरी इंतकाम

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हे एक गाव मै एक लडकी और उसका पती और उसके मा बाबा रहथे थे लेकीन ऊन चारो को कोई तो मारदेता हे उसे किसने मारा देखेगे हम एक शहर में एक शुभांगी नाम की एक लडकी रेहती थी उसके घरमे program होता हे वो शिवमंदिर जारहीथी लेकीन उसका बाप आजा ता हे शुभांगी के बाप का नाम नरेंद्र था उसने बोहत पाप किये थे लेकीन वो उसे शिवमंदिर मे मारडालता हे ओर उसे जमीन के अंदर गाड देता हे ओर चला जाता है तब अचानक से बिजलिया जोर से बजती हे तब शुभांगी मंदिर मे होती हे शिवजी उसे

Full Novel

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नागिन का आखरी इंतकाम - भाग-१

हे एक गाव मै एक लडकी और उसका पती और उसके मा बाबा रहथे थे लेकीन ऊन चारो को तो मारदेता हे उसे किसने मारा देखेगे हम एक शहर में एक शुभांगी नाम की एक लडकी रेहती थी उसके घरमे program होता हे वो शिवमंदिर जारहीथी लेकीन उसका बाप आजा ता हे शुभांगी के बाप का नाम नरेंद्र था उसने बोहत पाप किये थे लेकीन वो उसे शिवमंदिर मे मारडालता हे ओर उसे जमीन के अंदर गाड देता हे ओर चला जाता है तब अचानक से बिजलिया जोर से बजती हे तब शुभांगी मंदिर मे होती हे शिवजी उसे ...और पढ़े

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नागिन का आखरी इंतकाम - भाग -२

फिर शुभांगी कमरे में जाती हे तब नक्ष उसे देखता हे नक्ष को कोई तो दुसरी लडकी दिखती ही उसे गले लगाता हे तब शुभांगी उसे बताती हे की मे शुभांगी हु फिर नक्ष उसे sorry बोलता हे ओर जाता है तब शुभांगी को कोछ तो दिखता हे उसे दो लोग दिखते हे ओर उन्हे कोई तो मार डालता हे तब शुभांगी मुका देकखे उस कमरे मे जाती हे उसे वाहा एक किताब मिलती है उसमे नागमणी किसके पास हे ओर एक ओर नागिन कि काहाणी थी एक शहर में मानसी नाम की लडकी रे थी थी वो एक ...और पढ़े

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नागिन का आखरी इंतकाम - भाग -३

हमणे पिछले अध्याय मैं देखा कि शुभांगी ओर नक्ष गायब हो जाते हैं लेकिन शिवकन्या शुभांगी के बेहन के घर रहेती थी शिवकन्या का पुणा मै शो था वो जाती है वाहा Apsara Aali इस गाणे पे उसणे डान्स किया था और वो जित जाती हे उसे इनाम मिलता हे ओर अपनी गाडी से मुंबई के लिए निकलती हे रातमे शिवमंदिर के पास उसकी गाडी बंद हो जाती है तब वो उतरके देखती हे तब उसकी नजर शिव मंदिर मे जाती हे तब वो शिवमंदिर के अंदर जाती है उसे कोछ तो होता हे तब आसमान मै बिजलीया बजती ...और पढ़े

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नागिन का आखरी इंतकाम - भाग -४ - अंतिम भाग

हमणे पिछले अध्याय मैं देखा कि शिवकन्या की काहाणी खतम हो जाती है खतम मतलब शिवकन्या मर जाती हे उसके साथ शिव और शुभांगी भी लेकिन कैसे चलो देखे एक शहर में शुभांगी का पुनर्जन्म हो जाता है वो बडी हो जाती है तब शुभांगी का इस दुनिया में कोई नही होता इसलिए शुभांगी एक कंपनी मै काम करती थी और उसका boss उसे बोलता हे ओर उसे सेलेरी देता हे तब शुभांगी घर जाती हे तब रस्ते मै शुभांगी के दोस्त आते उसे बोलते है कि कल तुम्हरा २५ वा जन्म दिन हे और हमणे एक रहस्य मय ...और पढ़े

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