क्राइम नम्बर 77 19

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यह एक क्राइम, सस्पेंस सीरीज है, जिसमे एक हत्या के मामले की पड़ताल सीरीज (धारावाहिक) की मुख्य किरदार इंस्पेक्टर शिवानी शुक्ला करेंगी। यह कहानी मुख्यतः कल्पना पर आधारित है जीवंत करने के उद्देश्य से वास्तविक जीवन के बहुत से तथ्यों को भी समाहित किया गया है। आइए सीरीज का पहला अंक शुरू करते है। -लेखकथाना -अकबरपुर जिला कानपुर देहातइंस्पेक्टर शिवानी आज थाने में शांति से बैठी थी, अपनी निजी जिंदगी में थोड़ा उथल पुथल से परेशान थी। उनके मंगेतर जो कि एक बिजनेसमैन थे वे चाहते है कि शिवानी पुलिस की नौकरी छोड़कर शादी के बाद उनके साथ रहे। लेकिन

Full Novel

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क्राइम नम्बर 77 19 - 1

यह एक क्राइम, सस्पेंस सीरीज है, जिसमे एक हत्या के मामले की पड़ताल सीरीज (धारावाहिक) की मुख्य किरदार इंस्पेक्टर शुक्ला करेंगी। यह कहानी मुख्यतः कल्पना पर आधारित है जीवंत करने के उद्देश्य से वास्तविक जीवन के बहुत से तथ्यों को भी समाहित किया गया है। आइए सीरीज का पहला अंक शुरू करते है। -लेखकथाना -अकबरपुर जिला कानपुर देहातइंस्पेक्टर शिवानी आज थाने में शांति से बैठी थी, अपनी निजी जिंदगी में थोड़ा उथल पुथल से परेशान थी। उनके मंगेतर जो कि एक बिजनेसमैन थे वे चाहते है कि शिवानी पुलिस की नौकरी छोड़कर शादी के बाद उनके साथ रहे। लेकिन ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - 2

“सुशीला जी पूजा का आदमी कौन है?”- सब इंस्पेक्टर विकास“साहब पूजा का आदमी तो कभी आया नही न मैं कभी मिली हूँ। लेकिन पूजा बताई रही कि उसका आदमी कहीं बाहर रहता है। यहाँ पर रवि अक्सर आता जाता था। कई बार तो रात का खाना वो यही खाता था।” – सुशीला(सब इंस्पेक्टर विकास पूजा के कमरे और मकान के हर एक कोने को अच्छी तरह से देखता है। उसे कुछ भी ऐसा नही मिलता जो कि किसी के तरफ इशारा करे ना ही कोई सुराग मिला। पूजा के कमरे में सामान के नाम पर एक बक्शा और कुछ ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - 3

“मैडम......!!! आपको ये देखना चाहिये।”- सब इंस्पेक्टर विकास“ क्या है बताओ?”- शिवानी“मैडम ये पूजा की और छुटकी की पोस्टमार्टम है। इसके अनुसार पूजा प्रेगनेन्ट थी और उसके पेट पर बहुत सारे मारपीट के निशान मिले है जैसे कि हत्यारा गर्भ गिराना चाहता था।”- विकास“ओहह....माय गाड तो क्या मौत का कारण यही दिया गया है?”- शिवानी“नहीं मैडम मौत तो दम घुटने से हुई है दोनों की जैसे की ताकिया या किसी चीज से मुँह दबा कर मारा गया है।”- सब इंपेक्टर विकास“ओहह आई सी.....!!!”- शिवानी“शायद यही वजह है कि इस केस का कोई ओर छोर नही मिल रहा था। यह ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - 4

“मे आई कम इन मैडम”- सब इंस्पेक्टर विकास“यस कम इन विकास, क्या प्रोगेस है कुछ अच्छी खबर सुनाओ।”- इंस्पेटर मैंने बक्से को खुलवा कर इंवेस्टीगेट किया। ज्यादा कुछ तो मिला नहीं ये दो पुराने वी.सी.आ. के कैसेट है कुछ पुराने फोटोग्राफ्स, कुछ कपड़े और एक मंगलसूत्र है।”- विकास (हल्की मुस्कान के साथ)“इन वी.सी.आर. कैसेट को किसी लैब से सीडी में चेन्ज कर के देखो क्या लीड मिलती है?”-शिवानी“बाकी रबि का कुछ पता चला?”- शिवानी“नो मैडम लेकिन मैंने अपने आदमी रबि के घर और दुकान के पास लगा दिये है जैसे कोई लीड मिलती है मैं आपको बताता हूँ। एक ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - 5

“वाट हैपन टू यू विकास”- शिवानी“कुछ नहीं मैडम थोड़ा सा मोच आ गयी है। रबि को दबिश देने गये वो भागने की कोशिश कर रहा था।”- सब इंस्पेक्टर विकास“दबिश कौन-कौन गया था”- शिवानी“मैडम मैं और बलबीर”- विकास“बलबीर आर यू गॉना मैड 302 का आरोपी है वो और तुम बिना किसी तैयारी के ऐसे ही दबिश देने पहुँच गये। क्या समझते हो अपने आप को ? अपने सीनियर को बताना भी जरूरी नहीं समझा और नही थाने से फोर्श ले गये कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता इसका?”- इंपेक्टर शिवानी (गुस्से में)।“सॉरी मैडम लेकिन मुझे जैसे ही सूचना मिली ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - 6

(इंस्पेक्टर शिवानी के सिर में दर्द होने के चलते वो आज दोपहर में थाने पहुँचती है।)“मैडम आपसे एक आदमी चाहता है? अपना नाम कमल नाथ बता रहा है। सुबह से आपका वेट कर रहे है।”- कांस्टेबल“ठीक है बुलाइये उन्हे और हाँ एक चाय भेज देना”- इ. शिवानी“ओके मैडम”- कांस्टेबल(थोड़ी देर में एक लगभग 6 फिट से ऊँची लम्बाई का सुडौल कद काठी का एक व्यक्ति जिसकी मूछे बड़ी बड़ी थी। उम्र होने के बावजूद वह पूरी तरह से फिट नजर आ रहा था, इं. शिवानी के केबिन में प्रवेश करता है)“जी कहिये..!!! मैं आपकी क्या मद्दत कर सकती हूँ”- ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - 7

“शहर के भोले भाले व्यापारियों से उगाही के उद्देश्य से पुलिस कर रही है व्यापारियों का उत्पीडन, बिना किसी सबूत के कपड़ा व्यापारी को झूठे केस में फंसाया”............एक स्थानीय अखबार की एक खबर को पढ़ते हुये जिले के जिलाधिकारी महोदय ने अपने पर्सनल सेकेट्ररी से इस मामले को जानने की इच्छा जताई। सेकेट्ररी ने बताया की सर एक औरत और उसकी बेटी का मर्डर हुआ है पुलिस जाँच में उसके मालिक को रिमान्ड पर लेकर पूछताछ कर रही है। लेकिन व्यापारियों का कहना है कि जब रबि जो कि मुख्य आरोपी है वो उन दिनों शहर से बाहर था ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - भाग 8

ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग.............( इं. शिवानी का फोन बज रहा होता है। लेकिन 4 बार पूरी कॉल के बावजूद फोन उठता है तो विकास को समझ आ जाता है कि रबि के पत्रकार भाई के पेपर के आर्टीकल से इं. शिवानी को बहुत ज्यादा सुनना पड़ा है और वो अपसेट है सब. इं. विकास शिवानी को अपनी बड़ी बहन जैसा और पुलिस में अपना करीबी आदर्श मानता था। इं. शिवानी के इस तरह के बर्ताव से स. इं. विकास भी परेशान हो जाता है। उधर पूजा के पति छुन्ने के गांव का प्रधान भी थाने आ चुका होता है। स.इ. ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 - भाग 9

व्यापारियों के विरोध के बाद भी अभी तक रबि को छोड़ा नही गया था। जहाँ एक ओर रबि व्यापार का सदस्य था तो वही दूसरी ओर उसके अच्छे आचरण और व्यवहार से व्यापारियों का रोष लगातार बढ़ रहा था। साथ ही साथ रबि का पत्रकार भाई स्वार्थ वश समाचार पत्र में पुलिस की कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुये बहुत सारे आरोप लगा रहा था। यह उस समय शहर की बड़ी कवरेज न्यूज बन चुकी थी जिले के लगभग सभी आला अधिकारियों के संज्ञान में ये मामला आ चुका था। पुलिस जितनी भी जाँच करती घूम फिरकर वह सब की ...और पढ़े

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क्राइम नम्बर 77 19 भाग 10 (अंतिम भाग)

“राहुल मेरे बाबू अभी मुझे आकर सिया रेस्टोरेन्ट में मिलो मुझे तुमसे अभी मिलना है प्लीज बाबू” ये मैसेज के मोबाइल में आता है स्नेहा के नम्बर से। स्नेहा का मैसेज देखते ही राहुल भंवरे के तरह सिया रेस्टोरेन्ट खींचा चला जाता है जहाँ पर कान्स्टेबल बलबीर उसका इन्तेजार कर रहा होता है। एक टेबल पर राहुल जाकर बैठ जाता है और स्नेहा का इंतेजार करने लगता है। जब वह पूरी तरह से बलबीर और अन्य कान्सटेबलों द्वारा घेर लिया जाता है तो बलबीर उसके पास जाता है और उसे कॉलर से पकड़ के उठाता।“ओ छोरे चुपचाप चलेगा तो ...और पढ़े

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