प्यार की एक अनोखी दास्ताँ - 1

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ये कहानी हैं आरोही के एक तरफा प्यार कि चलिए फ़िर इस कहानी के सफर मै माँ जल्दी करिये मेरी ट्रेन छूट जाएगी मेरी माँ आते हुए काव्या तुझे कितनी बार बोला है कही जाना हो तो पहले से बताआ दिया कर मेरी प्यारी माँ आपको तो पता में भूल जाती हुँ चीजे sorry ना मां बोली ठीक है आगे से याद रखे कर लोव उ मां आगे से याद राखुंगी ठीक मां मैं चलती हू मैने माँ के पैर छुये और घर से निकल गयी । अरे sorry मे तो आप लोगो को बताना भूल गयी मैं कौन हू