दूसरे दिन संदीप ऑफिस निकलता है आज कन्या की तबीयत ठीक रहती है तो...। संदीप को दिल्ली बुलाया जाता है मीटिंग के लिए मुख्य ब्रांच से,, दूसरे दिन ही निकलना रहता है...!! बैग पैक करते संदीप कन्या को समझता है ,"कन्या अगर बेबे कुछ बर्दाश्त से बाहर बोले तो तुम भी जवाब देना प्लीज़ चुपचाप मत रहना और खाना ठीक से खाना मैं आऊंगा तो तुम्हारी चेहरा खिले हुए मुस्कुराते दिखना चाहिए ,और गले से लगा लेता है I love you बहुत प्यार करता हूं तुम्हें प्लीज़ एक दिन की बात है अच्छे से रहना मैं जाते जाते बेबे को