प्यार की अर्जियां - भाग 10

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इधर कृष्णकांत के घर..सभी नाश्ता करने बैठे थे कृष्णकांत जी और मिहिका उसकी मॉम और कन्या तभीकृष्णकांत जी : "कनू मंगू तुमसे कुछ पूछना था ..??कन्या : "जी अप्पा पूछिए ..??कृष्णकांत जी : "मंगू तुम्हें संदीप कैसा लगता है मेरा मतलब है कैसा इंसान लगता है ..??कन्या : "थोड़ी मुस्कुराते हुए ,जी अप्पा वो बहुत अच्छे इंसान हैं ,,तभीमिहिका : "मामा जी संदीप जी सच में बहुत अच्छे इंसान हैं दिखने में बेहद हैंडसम और स्ट्रॉग फाइटिंग करने में भी..!!बुआ जी : "ये कैसे पता तुमको...??मिहिका : "वो हमारी मदद किए , पिछले महीने मैं और कन्या मॉल गये थे