युसूफ अली हिना से कहतावह तांत्रिक अमर होने की साधना में लीन है।उसी इस बात का पता नहीं हैकि तुम्हें सब कुछ याद आ चुका है।और हमें भी उस तांत्रिक को इस बात की भनक तक नहीं लगने देनी है।मैंने कुछ सोचातुम किसी भी तरीके सेमुझे इस मायाजाल से आजाद कर दो।मैं उस तांत्रिक के पास से नगीना वापस ले आऊंगा।लेकिन मैं कैसे आपको इस मायाजाल से आजाद कर सकती हो।मेरी शक्तियां मेरे पास नहीं है। युसूफ अली कहता हैअच्छा तुम एक काम करोमुझ पर सितम करना जारी रखो।मैं दर्द से चिल्लाने लगूंगाऔर शोर शराबा सुनकर वह तांत्रिकयहां आ जाएगा।तब