हम दोनों तेजी से भागते हुए घर से बाहर आ गए. और थोड़ी दूर जाकर बुरी तरह हांफने लगे. "तो आत्माएं नुकसान नहीं पहुंचाती....हुंह?" मैंने रोहन को घूरकर देखा. रोहन (झुककर हांफते हुए मेरी तरफ देखकर) - उन्हें बस यही पता है कि तुम मिस्टर कोवालकी के साथ रहती हो. इसलिए वो तुमसे नाराज़ हैं. और शायद घबराते भी हैं. मैंने एक बार और घर की तरफ नजर डाली. "तो अब वो हमारे पीछे नहीं आएंगे?" रोहन (घर की तरफ देखकर) - शायद उनकी लिमिट घर के अंदर तक ही है. सो आई गेस...नो. फिर उसने मेरी तरफ देखकर पूछा,