इस जन्म के उस पार - 14

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( कहानी को समझने के लिए आगे के भाग जरूर पढ़े )अयंशिका वरदान को थप्पड़ मार के , "आप बहुत बहुत बुरे हमें लगा की हमें अच्छा दोस्त मिल गया लेकिन नहीं आप तो अपने काम की वजह से.!!छी.. आज के बाद कभी भी हम आपसे बात नहीं करेंगे."वो चली जाती है उसके पीछे चपला और माधवू भी चली जाती है। धर्म :- आप ने सच मे सही नहीं किया राजकुमार.!शान :- हा वरदान बेचारी का दिल तोड़ दिया आपने.!!वरदान :- तरफदारी मत कारो उसकी.. इतनी रात को यहां आने का मतलब भी क्या.?धर्म :-वो जानबूझकर नहीं आई.,अयंशिका को