शहर के प्रसिद्ध मनोरोग चिकित्सालय के बाहर पिछले कुछ दिनों से एक शानदार, बेशकीमती कार आकर खड़ी होने लगी थी।ये कार किसी अजनबी की नहीं थी बल्कि इसे हॉस्पिटल के वही डॉक्टर लेकर आते थे जिनके संरक्षण में कुछ दिन पहले एक पागल नर्स का अजीबो- गरीब केस दाख़िल हुआ था। जिसमें रोगी का ख़ुद भी बार- बार ये कहना था कि वो पागल नहीं है किंतु डॉक्टर उसके व्यवहार के कारण उसे पागलपन का ख़तरनाक मामला मान कर एक रात आर्यन को यहां लाए थे।ये बात उजागर होते ही डॉक्टर साहब पर अचानक एक दिन "सौभाग्य का हमला" हुआ