लेखक- परेश मकवाना मि.फट्टू में उसे अक्सर इस नाम से ही बुलाती थीं वो था ही इतना फट्टू हर बात पर उसकी फटती, छोटी छोटी बात पर वो घबरा जाता। नाम था वीर लेकिन वीरता सिर्फ नाम मे थी व्यवहार में नही। वो एकदम सिम्पल बॉय क्या पहना है वो भी उसे नही मालूम था बड़े घर का बेटा होने के बावजूद भी कॉलेज जाता तो पुरानी सी एक्टिवा ओर कपड़ो में जो हाथ लगा वो पहनकर निकल जाता था में उसकी बेस्ट फ्रेंड थी उसकी मम्मी मुजे बहुत

Full Novel

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मिस्टर फट्टू. - भाग - १

लेखक- परेश मकवाना मि.फट्टू में अक्सर इस नाम से ही बुलाती थीं वो था ही इतना फट्टू हर बात पर उसकी फटती, छोटी छोटी बात पर वो घबरा जाता। नाम था वीर लेकिन वीरता सिर्फ नाम मे थी व्यवहार में नही। वो एकदम सिम्पल बॉय क्या पहना है वो भी उसे नही मालूम था बड़े घर का बेटा होने के बावजूद भी कॉलेज जाता तो पुरानी सी एक्टिवा ओर कपड़ो में जो हाथ लगा वो पहनकर निकल जाता था में उसकी बेस्ट फ्रेंड थी उसकी मम्मी मुजे बहुत ...और पढ़े

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मिस्टर फट्टू - भाग - २

लेखक, परेश मकवाना वीर पर वही बैठ कर रोने लगा..''में क्या करता मुस्कन में भागा नही था पर किसी से मदद के लिए गया था की कोई आये ओर तुम्हे बचा ले..लेकिन तुम हो मेरी इस कोशिश को भी मेरी निर्बलता ही मानोगी'' देर रात जब वीर उदासी में घर लौटा उसे देखते ही उसकी माँ ने कहा - " अरे वीर आ गया ...और पढ़े

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मिस्टर फट्टू. - भाग - ३

लेखक, परेश मकवाना सुबह जैसे ही में कॉलेज के लिए निकली कॉलेज के पास ही, कुछ गुंडो ने पीछे से आकर मेरा मुह दबोच लिया ओर फिर मुजे बेहोश कर के एक वेन में दाल दिया। ये सब दूर से आ रहे वीर ने देख लिया जैसे ही वो पास पोहचा वेन हाइवे पर फूल रफ्तार से दौड़ने लगी। वीर को लगा की ये उन दो नमूनों का ही प्लान है उसने तुरन्त ही ...और पढ़े

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