यह कहानी एक ऐसे महल की है, जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका था, लेकिन उसकी दीवारों में छिपे रहस्यों ने उसे अमर बना दिया। यह महल, जो एक समय में भव्य था, एक रहस्य को अपने भीतर समेटे हुए था - कालदर्पण। यह शापित आईना महल के एक कक्ष में रखा हुआ था, जिसे गाँववाले "शापित आईना" के नाम से जानते थे। महल की दीवारों पर खड़ा हुआ यह आईना, अपनी काली और रहस्यमयी सतह के साथ, हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता था, लेकिन कोई भी उस तक जाने की हिम्मत नहीं करता था। गाँववाले मानते थे कि यह आईना किसी बुरी शक्ति का प्रतीक है, और जो भी इसके सामने खड़ा होता, उसकी आत्मा इस काले आईने में समा जाती।
Full Novel
शापित आईना - भाग 1
"महल की गूढ़ छाया"यह कहानी एक ऐसे महल की है, जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका था, लेकिन दीवारों में छिपे रहस्यों ने उसे अमर बना दिया। यह महल, जो एक समय में भव्य था, एक रहस्य को अपने भीतर समेटे हुए था - कालदर्पण। यह शापित आईना महल के एक कक्ष में रखा हुआ था, जिसे गाँववाले "शापित आईना" के नाम से जानते थे। महल की दीवारों पर खड़ा हुआ यह आईना, अपनी काली और रहस्यमयी सतह के साथ, हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता था, लेकिन कोई भी उस तक जाने की हिम्मत नहीं करता ...और पढ़े
शापित आईना - भाग 2
शापित आईना "तंत्र और आत्मा की सजा"अर्जुन ने अब पूरी तरह से तय कर लिया था कि वह कालदर्पण शाप को तोड़े बिना वापस नहीं लौटेगा। वह जानता था कि यह सिर्फ एक आईना नहीं था, बल्कि एक घातक तंत्र था, जिसमें एक के बाद एक अनेक आत्माएँ फंसी हुई थीं। इतिहास के उस कोने में जाकर उसने और अधिक गहराई से उस तंत्र के बारे में जानने का प्रयास किया। उसे अब यह समझ में आ गया था कि इस शापित आईने की असली शक्ति आत्माओं के बंधन में छिपी हुई थी। और उसे उस बंधन को तोड़ने ...और पढ़े
शापित आईना - भाग 3
"महल के नीचे गहरी सुरंग"अर्जुन ने महल के भीतर कालदर्पण के शाप को तोड़ने में सफलता प्राप्त की थी, जैसे ही आईना अपने प्रभाव को खो रहा था, उसे महसूस हुआ कि कुछ अनहोनी होने वाली थी। महल की दीवारों से एक अजीब सी गूंज सुनाई देने लगी थी, और यह आवाज़ अंदर की गहरी स्याही जैसी थी, जैसे कुछ बहुत पुराना जाग रहा हो। अर्जुन ने महसूस किया कि शापित आईने को नष्ट करने के बाद, महल में कोई अदृश्य शक्ति और अधिक सक्रिय हो गई थी।महल के भीतर एक और रहस्य था, जिसे अर्जुन ने पहले नहीं ...और पढ़े
शापित आईना - भाग 4
आध्यात्मिक द्वार"अर्जुन के मन में अब केवल एक सवाल था—क्या उसने वास्तव में कालदर्पण के शाप को तोड़ दिया या वह केवल एक छोटी सी चुप्पी का सामना कर रहा था? सुरंग को नष्ट करने के बाद, महल में कोई बाहरी परिवर्तन नहीं आया था, लेकिन अर्जुन को यह अहसास हो गया कि कुछ अधूरा सा रह गया है। महल के भीतर एक गहरी शांति थी, लेकिन उसके मन में यह अजीब सा भय था कि यह शांति बस एक छलावा है। वह जानता था कि महल में एक ऐसा शक्तिशाली तत्व छिपा हुआ था, जिसे उसने पूरी तरह ...और पढ़े
शापित आईना - भाग 5 (अंतिम भाग)
अर्जुन ने महल के भीतर अपने द्वारा की गई खोजों और यात्रा को पूरा कर लिया था। उसके दिल एक गहरी शांति थी, क्योंकि अब वह जानता था कि उसने न केवल एक प्राचीन शाप को तोड़ा था, बल्कि उसने एक ऐसी शक्ति को नष्ट किया था जो अनगिनत आत्माओं को अपने जाल में फंसा कर रखती थी। महल की रहस्यमय शक्ति अब पूरी तरह से समाप्त हो चुकी थी, और उस पर जमी हुई अंधेरी छाया अब गायब हो चुकी थी।अर्जुन महल से बाहर आकर एक गहरी साँस ली। उसे महसूस हुआ कि यह यात्रा केवल बाहरी नहीं ...और पढ़े