"तानाशाह"लेखक: मनोज संतोकी मानसप्रस्तावनादेश का नाम भले ही "आजादिस्तान" हो, लेकिन इस धरती पर आज़ादी नाम मात्र की चीज़ थी। यहाँ के लोग एक निर्दयी तानाशाह "आकाश ठाकुर" के शासन में साँस लेते थे। उसकी सत्ता का डर लोगों की आत्मा तक में बसा हुआ था।लेकिन हर अंधेरे में कहीं न कहीं एक चिंगारी छुपी होती है। इस चिंगारी का नाम था "पियाली"। एक साधारण सी लड़की, जिसका जीवन तानाशाह के हाथों उजड़ गया था। अपने पिता के खोने के बाद, पियाली को अपने पिता की कुछ गुप्त फाइलें मिलीं, जिनमें तानाशाह के सबसे बड़े राज छुपे हुए थे।

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तानाशाह - भाग 1

"तानाशाह"लेखक: मनोज संतोकी मानसप्रस्तावनादेश का नाम भले ही "आजादिस्तान" हो, लेकिन इस धरती पर आज़ादी नाम मात्र की चीज़ यहाँ के लोग एक निर्दयी तानाशाह "आकाश ठाकुर" के शासन में साँस लेते थे। उसकी सत्ता का डर लोगों की आत्मा तक में बसा हुआ था।लेकिन हर अंधेरे में कहीं न कहीं एक चिंगारी छुपी होती है। इस चिंगारी का नाम था "पियाली"। एक साधारण सी लड़की, जिसका जीवन तानाशाह के हाथों उजड़ गया था। अपने पिता के खोने के बाद, पियाली को अपने पिता की कुछ गुप्त फाइलें मिलीं, जिनमें तानाशाह के सबसे बड़े राज छुपे हुए थे।यह कहानी ...और पढ़े

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तानाशाह - भाग 2

भाग 2: खतरे की दस्तकगौरवनगर – रात के 11 बजेशहर का माहौल ऐसा था जैसे कोई बड़ा तूफान आने हो। सड़कों पर सन्नाटा था, लेकिन हर गली और चौराहे पर तानाशाह की सेना तैनात थी। हर घर पर नजर रखी जा रही थी। इसी बीच, पियाली और आर्यन ने गुप्त ठिकाने पर बैठक बुलाई थी। उनके पास समय कम था, लेकिन योजनाएँ बड़ी थीं।---पियाली और आर्यन की बैठक“हम जो कर रहे हैं, वह जान की बाजी लगाने जैसा है,” आर्यन ने कहा।“यह लड़ाई आसान नहीं है। तानाशाह के पास ताकत भी है और हर कोने में उसके जासूस भी। ...और पढ़े

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तानाशाह - भाग 3

भाग 3: साजिशों का जालगौरवनगर – तानाशाह की परछाईरात का अंधेरा धीरे-धीरे गहराता जा रहा था, लेकिन शहर के कोने में तानाशाह की सेना का पहरा था। नागरिक अपने घरों में दुबक कर बैठे थे, जैसे बाहर का माहौल साँसों को रोक देने वाला हो। उधर, पियाली, आर्यन, नंदिता, और उनकी टीम एक नई रणनीति पर काम कर रहे थे। लेकिन इस बार, उनके सामने एक बड़ी चुनौती थी—तानाशाह का नया जासूसी तंत्र।---आर्यन और नंदिता की वापसीआर्यन और कृष्णा ने नंदिता को सुरक्षित ठिकाने पर लाने में सफलता पाई। जैसे ही वे गुप्त ठिकाने पर पहुँचे, पियाली ने राहत ...और पढ़े

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तानाशाह - भाग 4

भाग 4: क्रांति की नई राहगौरवनगर – विद्रोह की हलचलकबीर के धोखे का पर्दाफाश और उसकी सजा के बाद, और उसकी टीम ने राहत की सांस ली, लेकिन उनकी चुनौतियां कम नहीं हुई थीं। तानाशाह आकाश ठाकुर अब और भी ज्यादा आक्रामक हो चुका था। उसने पूरे गौरवनगर में सैनिकों की संख्या बढ़ा दी थी और शहर में कर्फ्यू लगा दिया। हर गली और हर चौराहे पर लोगों की तलाशी ली जा रही थी।“अब हमें और सावधानी से आगे बढ़ना होगा,” पियाली ने टीम के सामने कहा।“हमारे पास समय कम है, लेकिन हमें जनता के दिलों में आशा का ...और पढ़े

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