यह कहानी है अंजलि और विराज की जो उलझे हुए हैं परिवार की दुश्मनी सेजिससे विराज अपने दुश्मनी में कर लेता है अंजलि को अपने मेंशन में कैद और वहीं दूसरी तरफ विधि जो अपने परिवार की दुश्मनी से अनजान बचपन से भरपूरअपने भाई की लाडलीसबके चेहरे पर खुशी और मुस्कान लाने वाली किसी एंजेल की तरहजिसे मोहब्बत है विराज के दोस्त अभय से लेकिन जा पहुंचती है अनिरुद्ध की कैद मैजो छीन लेता है उसकी मासूमियत अनिरुद्ध जो बदले की आंग मेंअपनी बहन को विराज से ना बचा पाने की वजह से कर लेता हैविधि को अपनी कैद में तो क्या होगा इन दोनों की जिंदगी में क्या कभी विधि और अंजलि विराज और अनिरुद्ध के कैद से आजाद हो पाएंगे और क्या कभी खत्म होगी इन दोनों के परिवार की दुश्मनीक्या रंग लाएगी इनकी कहानी जानने के लिए पढ़ते रहे devil se mohhabat तो प्लीज मेरे प्यारे readersमेरी इस कहानी को भी अपना फुल सपोर्ट और प्यार देते रहे
Devil se Mohhabat - 1
यह कहानी है अंजलि और विराज की जो उलझे हुए हैं परिवार की दुश्मनी सेजिससे विराज अपने दुश्मनी में लेता है अंजलि को अपने मेंशन में कैदऔर वहीं दूसरी तरफ विधि जो अपने परिवार की दुश्मनी से अनजान बचपन से भरपूरअपने भाई की लाडलीसबके चेहरे पर खुशी और मुस्कान लाने वाली किसी एंजेल की तरहजिसे मोहब्बत है विराज के दोस्त अभय सेलेकिन जा पहुंचती है अनिरुद्ध की कैद मैजो छीन लेता है उसकी मासूमियत अनिरुद्ध जो बदले की आंग मेंअपनी बहन को विराज से ना बचा पाने की वजह से कर लेता हैविधि को अपनी कैद में तो क्या ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 2
और वहीं दूसरी तरफ विवेक ,,,,,सोफे पर बैठा कब से किसी का नीचे आने का इंतजार कर रहा था,,,,,,जिससे अपने मन में,,,,,यह लड़की कभी नहीं; सुधर सकती,,,,,,आज ही इसका ,,,,कॉलेज का पहला दिन है ,,,,,,और आज भी यह लेट करके रहेगी ,,,,,,और इस विराज ने मुझे कहां फंसा दिया ,,,,,,और अब जाओ,,,,,,और इस महारानी को उठाओ,,,,,,यह कहते हुए ,,,,विवेक बढबढते हुए ,,,,,सीढ़ी चढ़ते हुए,,,,,कैमरे की तरफ जाने लगता हैकी तभी विवेक धीरे से कमरे का दरवाजा खोल,,,,,चारों तरफ देखता है,,,,,,तो वह कैमरा ,,,, पूरा खाली होता हैवहां पर ,,, उसे,,,,किसी की चू चा तक की भी आवाज नहीं आती ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 3
और नहीं दूसरी तरफ है विराज अपने ऑफिस में बैठा फाइल पढ़ रहा था,,,,,कि तभी उसके फोन की घंटी है,,,,,जिसे देख विराट ,,,,जल्दी से फोन उठा ,,,,,अपने कान से लगा लेता है,,,,,कि तभी पीछे वाले की बात सुन ,,,,,,,रहने दो ,,,,,जब भूख लगेगी,,,,,तो अपने आप खा लेंगे,,,,,और दोबारा मुझे बार-बार फोन कर ,,,,डिस्टर्ब मत करना यह कहे है,,,,,मेरा विराट गुस्से से फोन कट कर देता हैऔर वही कॉलेज में विधि ने पहले दिन ही पूरे कॉलेज में तहलका मचा दिया था ,,,,,,और वह इस वक्त ऑफिस में प्रिंसिपल सर के सामने अपना सर झुकाए खड़ी थी,,,,,,,प्रिंसिपल सर विधि को ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 4
-जिसे देखकर अंजलि झट से बेड से उठ,,,,, वह विराज का हाथ पकडते हुए,,,,,,तो तुम तो वही ,,,, मोल लड़के हो ना ,,🩵🩵🩵🩵अब आगे_____;क्योंकि अंजलि ने उसे ,,,,,एक हफ्ते पहले मोल में देखा था,,,,,वह तब से ही उसकी दीवानी हो गई थी ,,,,,उसे नहीं पता वह लड़का कौन था ,,,,,लेकिन ऐसा एक भी रात नहीं गई थी,,,,,,जब अंजलि ने उसे अपने सपने में नहीं देखा होगा,,,,,वह तो,,,,,उसके लिए एक राजकुमार की तरह लग रहा था ,,,जिसकी अंजलि इतने दिनों से सपने देखते आ रही थी,,,,,,,लेकिन अफसोस- वह उसका राजकुमार के रूप में नहीं ,,,,,,एक रक्षा के रूप में ,,,,,उसके ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 5
लेकिन विराज ,,,उसे नहीं छोड़ता ,,,,जब तक वह उसके किस से,,,,सर्टिफाइड नहीं हो जाता ,,,,,लेकिन विराट उसकी फोटो को उसके गर्दन पर आ जाता है,,,,जिसे महसूस कर अंजलि ,,,,के रोगते,,, खड़े होने लगी थी ,,,,,और वह और भी ज्यादा छटपटाने लगी थी ,,,,,लेकिन लम्बी किस होने कि ,,,,,,,,वजह से ,,,, उसकी सासे फुलने लगी थी,,,,,,,,,,, उसे सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगी थी, ,,,जिससे अंजलि खुद के सांसों को काबू पा,,,,विराज को खुद से दूर धक्का देते हुए,,,प्लीज मुजझे ,,,मुजझे दूर रहो🩵🩵🩵🩵Abb aage______लेकिन विराज उसे नहीं छोड़ रहा था,,, या यूं कहे,,,,,,वह उसे छोड़ने के लिए तैयार ही नहीं ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 6
और वहीं विराज ,,,, उसे धक्का दे,,,,जमीन पर दोबारा गिराते हुए ,,,,,,तुम मरोगी,,,,,क्योंकि मैं भी तुम्हें नहीं बचाने वाला,,,,बहुत है ना तुम्हें मरने का ,,,,,तो जाओ मरो,,,,,लेकिन मुझे उम्मीद मत करना ,,,,, कि मैं तुम्हें बचाऊंगा ,,,,यह कह वह वह वहां से जाने लगता है,, जिसे सुन अंजली की आंखों में आंसू आ जाते हैं ,,,,जिससे वह अपने नंम आंखों से ,,,,एक नजर विराज को देख,,,,दोबार शेर की तरफ देखती है ,,,जो कि वह अपने कदम उसी की तरफ बढ़ा रहा था ,,,, जिसे देख ,,,,,अंजलि की सांस रुक से गई थी,,,,,की वह शेर ,,अंजली के बिल्कुल नजदीक का ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 7
जिसे सुन वह लड़की क्या तूने अब तो किस ही नहीं किया ,,,,,तूने सच में उसे अब तक किस,,, किया तो तू कहां उसे प्यार करती है,,,,,प्यार का सबसे पहला स्टेप ,,,,उसे किस करना ,,,,,अगर तूने उसे किस कर लिया ,,,,,,तभी तो उसे पता चलेगा ,,,,,कि तू उससे प्यार करती है,,,,,क्या सच में अगर मैं मेरा विवेक को किस कर लूंगी ,,,,तो उसे पता चलेगा,,,,कि मैं उससे प्यार करती हूं,,,,और क्या पागल लड़की ,,,,,क्योंकि जो इंसान प्यार करते हैं ,,,,,वही तो किस करते हैं,,,,,तुझे इतना भी नहीं पता ,,,,,विधि कंफ्यूज होते हुए,,,,,,सच्ची पर मुझे नहीं पता था ,,,,,और फिर ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 8
जिसे सुन विधि,,,,,जबरदस्ती मुस्कुराते हुए ,,,,,अपने दिमाग के घोड़े चलाने लगती है,,,,,और फिर कुछ सोच ,,,,,में कहने वाली थी,,,,,कि तुमसे किसी किसी किसी टॉपिक पर बात करना है,,, हां किसी टॉपिक पर बात करेंगेजिसे सुन विवेक अपनी तिरछी नजरों से ,,,,विधि को घूरते हुए,,,,,फिर यह तुम दांत क्यों दिखा रही हो ,,,,,मुझे ऐसा क्यों लगा ,,,,तुम्हारा दिमाग में कुछ और चल रहा है,,,जिसे सुन विधि,,,,फिर से मुस्कुराते हुए,,,,अरे विवेक तुम तो कुछ ज्यादा ही सोचते हो ,,,,मैं बस चलती हूं ,,,,तुम अच्छे से रेडी हो जाओ यहां के हैं विधि उल्टे पैर वहां से भाग जाते हैं,,,🩵🩵🩵Aab aageऔर बाहर ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 9
जिससे अंजलि एक के झटके में,,,उसकी नींद खुल जाती है ,,,,,और अपने सामने विराज को देखा ,,,,,उसकी आंखें बड़ी जाती है ,,,,,खासकर अपने होंठ पर,,,विराज के हाथों की छुवन महसूस करे,,,,, उसकी सासे बहुत तेज चलने लगती है,,,,,,और आंखों में एक अजीब सा दर्द सामान्य लगता है ,,,, जिससे वह हल्का करते हुए,,,तु तुम य यहां क्क्या कर रहे हैं ,,की तभी विराज बड़ी सुकून की नींद सोया जा रहा था ,,,,,शायद अब तुम्हारे अंदर से,,,,मेरा दर चला गया है ,,,,,या फिर तुम भूल गई हो ,,,,,कि यहां पर तुम किस लिए लाई गई हो,,,,क्या हुआ तुम्हें याद नहीं ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 10
और वही अंजलि मंदिर देखा,,,,तो जैसे सदमे में चली गई है ,,,क्योंकि उसे पता नहीं क्यों ,,,,एक अजीब डर रहा था,,,,,उसे नहीं पता कि विराज उसे यहां क्यों लाया है ,,,,,,लेकिन फिर भी उसे इस वक्त ने एक्टिविटी फील हो रही थी ,,,,,क्योंकि अंजलि एक क्रिश्चियन है ,,,,,इसलिए उसे इन सब की ज्यादा पता नहीं था,,,और वही विराज अंजलि को खींचते हुए,,,,मंदिर में ले जा उसे मंडल पर बैठता है ,,,,,और वही अंजली एक तक ,,,,बस हवन कुंड को देखी जा रहे थे ,,,,,और फिर अचानक से ही विराज की तरफ देख ,,,,यह सब क्या है,,,,,,यह कह ,,,,,अंजलि एक ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 11
जिसे सुन विधि जबरदस्ती अपने होठों पर मुस्कुराहट लाए,,,सॉरी सर ,,,और फिर क्लास ओवर होने का वेट करने लगती ,,और जैसे क्लास ओवर होती है,,,,,,विधि प्रोफेसर से पहले ही,,,,,दौड़ते हुए क्लास से बाहर निकल जाती है,,,,और वही प्रोफेसर अंजलि को भागता देख,,,,,पक्का इस लड़की ने कोई शरारत की होगी ,,,,,कभी नहीं सुधरेगी,,,,,,यह कहे वह भी क्लास से बाहर निकल जाते हैं,,,,और वही क्लास में सभी बच्चे ,,,,विधि को भगता देख,,,,इससे क्या हुआ,,,,हमें कुछ बताया भी नहीं ,,,भाग गईऔर वही विधि अपने घर पहुंचती है,,,,और दौड़ते हुए मेंशन के अंदर जाती है,,,,,और चारो तरफ देखने लगती है,,,,,तो उसे वहां कोई ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 12
और डिनर खत्म होते ही ,,,,विवेक ,अपने कमरे की तरफ जाने लगता है ,,,,कि तभी विधि जल्दी से खाना कर वह दौड़ते हुए,,,,,,विवेक के पीछे जा ,,,,,विवेक का हाथ पकड़ लेती हैऔर वही विवेक ,,,,,विधि का रिएक्शन देख,,,,,,क्या है विधि,,,,छोड़ो मेरा हाथ ,,,,क्या कर रहे होजिसे सुन विधि मुस्कुराते हुए ,,,,,अरे कुछ नहीं चलो ना मेरे साथ ,,,,मुझे काम है यह कह ,,,,,वह विवेक का हाथ पकड़ टेररिस्ट पर ले जाती है,,,,,और वही विवेक विधि को घूरते हुए,,,,,विधि तूम मुझे टेरिस पर क्यों ले कर आई हो,,,,कहीं मुझे छत से गिरा कर,,, मारने का इरादा तो नहीं है जिसे ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 13
और वही विवेक ,,,विधि की आवाज सुन,,,,,,अपने सोच से बाहर आता है ,,,,,और फिर विधि की तरफ देखते हुए अपना बचपना छोड़ो,,,,और नीचे चलो ,,,,,अगर तुम्हें नहीं जाना तो ठीक है मैं ही जा रहा हूं ,,,तो खड़ी रहो यहां पूरी रात अकेले,,,,यह कह विराज वहां से जाने लगता है, की तभी उसे विधि की आवाज आती है,,,,,,जिसे सुन विवेक की रोगते खड़े हो जाते हैं,,,,,,और वह पीछे पलट एक टक विधि को घूरने लगता हैअरे ऐसे कैसे तुम मुझे अकेला छोड़ कर जा सकते हो,,,,,,,, अगर तुम मुझे छोड़कर चले गई ,,,,,तो हमारी वन नाइट स्टैंड ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 14
और वहीं दूसरी तरफ अंजलि ,,,,,दाई मां की तरफ देखते हुए,,,,,यह आंटी मुझे इतना सजा क्यों रही है ,, ,अब तो मेरी शादी भी हो गई ना,,,,,मैंने रील में देखा है ,,,,,,,की यह तब ऐसे सजाया जाता है,,,,,,,जब उनकी शादी होती है ,,,,और फिर अपने बालों में लगे उसे गजरे को देखते हुए , और यह गचरा इसमें खुशबू तो अच्छी है ,,,,,,,पर ये इतना क्यों सजा रही है ,,,,,,मुझे आप तो मेरी उसे डेविल से शादी हो चुकी है,,,,,,क्या मैं बार-बार ,,, उससे शादी करती रहो,,,,,की तभी दायमा अंजलि का घूंघट निकाल देते हैं,,,,,,जिसे महसूस कर अंजलि,,,,,यह ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 15
विराज लगभग 2 घंटे बाद कमरे में आता है ,,,, तो देखता है ,,,,,कि अंजलि खुद को चादर से बैठे बैठे ही सो गई थी,,,,,जिसे देख वह इग्नोर कर ,,,,, उस कमरे में बने,,,,,स्टडी रूम में चला जाता है ,,,,अगली सुबह यह न्यूज़ किसी ,,,आग की तरह टीवी पर फैल चुकी थी,,,,,,कि अंजलि अरोड़ा ,,,,अंजलि अरोड़ा विराज सिंह मलिक की बीवी है,,,,जिसे अंजलि के डैड चिखते हुए,,,,,,विराज के मेंशन मे आ खड़े होते हैं ,,,,,और फिर विराट मलिक सिंह ,,,,चिख कर,, बुलाते हुए,,,,,,,,,, आरोड़ा,,,,,,पुलिस के साथ,,,,,उस मेंशन में खड़े थे,,,की तभी विराट बाहर आता है ,,,,,,और फिर वह मुस्कुराते ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 16
जिसे सुन राघव चिल्लते हुए ,,,, नहीं नहीं विराज तुम ऐसा कुछ नहीं करोगे ,,,,,इस सब में मेरी बेटी क्या कसूर है ,,,,,वह तो बेकासुर है,,,,तो उस समय,,,,,मेरी बुआ का क्या कसूर था,,,,,,जिसके साथ तूने दरिदगी की थी ,,,,,उस समय मेरी मां का क्या कसूर था,,,,,जिसे तूने अपने हाथों से मारा था,,,,,उस समय मेरे डैड का क्या कसूर था,,, जो तूने कुछ पैसों के लिए ,,,,मेरे डैड को मारा था,,,,,,क्या मिला तुझे मेरा घर तबाह करके,,,,जिसे सुन राघव, देख,,,,इस समय में,,,,मेरी गलती है,,,,,तो तुम मुझे मुझे,,,जो मर्जी सजा दे,,,,,,,पर मेरी बेटी को बीच में मत ला,,,,यह कहते हुए ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 17
जिसे सुन सारी फ्रेंड्स एक साथ ,,,,,क्या विधि फिर से तूने मिस कर दिया,,,जिसे सुन विधि कुछ नहीं बोलता,,,,,,लेकिन फेन्ड,,,,विधि तेरा कुछ नहीं हो सकता,,,,,,चल दूसरा प्लान बनाती हूं ,,,,,,मेरे पास एक और आइडिया हैजिसे सुन विधि नहीं नहीं,,,,,,अब मुझे कुछ कुछ नहीं करना ,,,,,,अब देखा जाएगा,,,,,,अरे विधि सुन तो ले ,,,,,,,,मेरा आइडिया क्या पता ,,,,तुझे अच्छा लगे,,,जिसे सुनी विधि पीछे मुड़ अपनी फ्रेंड की तरफ देख ,,गुस्से से घूरते हुए ,,,,,तेरा पलैन फिर से यही होगा ,,,,,,वन नाइट स्टैंड की जगह ,,,, चार नाइट स्टैंड कर देना,,,,,,,जिसे सुन विधि की फ्रेंच हंसने लगती है,,,,अरे नहीं पागल लड़कीमेरा कहने ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 18
और वहीं दूसरी तरफ विवेक तैयार होते हुए ,,,,,,विधि आज तो तुम्हें ,,,,पीछे हटना ही होगा ,,,,,,बहुत हो गया बचपना,,,,,,,,आज मैं कुछ ऐसा करूंगा ,,,,,,,जिससे तुम चाह कर भी,,,,,,अब मेरे करीब आने का नहीं सोचोगी ,,,,,,बहुत हो गया ,,,,,,,तुम मानने को तैयार नहीं हो ,,,,तो ,,,,,,अब तुम्हें मनाना ही पड़ेगा ,,,,,यह कहे ,, वह कमरे से बाहर निकलता है,,,और अपने कदम कार की तरफ बढ़ा देता है,,,,,तो देखता है, ;,,की ,,,,, की विधि पहले से ही कार के पास खड़े थे,,,,,,,,वह भी;रेड वाइन शेड ड्रेस में ,,,,,जो उस पर बहुत ही ज्यादा खूबसूरत लग रहा था ,,,,एक पल के ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 19
और वही विधि विवेक की बात सुन,,,,,अपने पैर पटकते हुए,,, ;गुस्से से अपने कदम कार की तरफ बढ़ा देती और वही विधि आब भी गुस्से से ,,,,,,बस अपने कदम बढ़ाए जा रही थी ,,,,,और फिर खुद से ही,,,,,,चिलगोजा कहीं का,,,, उहसे तो सुंदर मैं हूं ,,,,,,उसे होट मैं हूं ,,,,,, और वह तो कैसी दिखती है,,,,,नाम भी कितना अजीब है मीणा ,,,,किसी पुराने जमाने का नाम ,,,,,नहीं लग रहा ,,,,,,कितना खराब था ,,,,,,विवेक उसने मेरी फीलिंग की बिल्कुल कदर नहीं की,,, विधि यह कहते हुए ,,,,,वह अपने कदम बढ़ाए जा रहे थे ,,,,,,कि तभी उसे एहसास ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 20
जिसे सुन अनुरोध सोफे पर अपना सर रख ,,,,अपनी आंखें मुदे,,,,,,अपने असिस्टेंट अमन की तरफ देख,,,,,,तो जाओ,, उसकी बोलती कर दो ,,,,,और उसका ऐसा हाल करो ,,,,,कि वह सुबह उठने लायक ना बचे ,,,,,,और इस कदर उसका मुंह बंद कर दो ,, कि दोबारा बोल ना सके,,,अनिरुद्ध का इतना ही कहना था,,,,कि अमन अनुरोध की तरफ देख कर,,,,,में मैं ऐसा कैसे कर सकता हूं ,,,,यह कह,,,वह दो कदम पीछे हट जाता है,,,जिसे सुन अनिरुद्ध अपनी आंखें छोटी कर ,,,,,अमन को ऊपर से नीचे घूरते ;हुए,,,,,,,क्यों तुम्हें लड़कियों में इंटरेस्ट नहीं,,,,,,,जिसे सुन अमन का पूरा फेस काला पड़ जाता है,,,,,,जिससे ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 21
कि तभी विधि ,,,,,अपनी पूरी जान लगा,,,,खुद को अनिरुद्ध से बचाने की कोशिश करने लगी थी,,,,,लेकिन वह छोटी सी सी जान ,,,,,खुद को कैसे बचा सकती थी,,,,,,,जिससे उसने बगैर कुछ सोचे समझे,,,,,,अपने चेहरे को घुमा,,,,,,,,अनिरुद्ध जो अब भी ,,,,,थोड़ा झुक ,,,,,,अपने होंठ विधि के कंधे पर रखा था ,,,,,,उसे गरदन पर एक तेज दर्द का एहसास होता है ,,,,,,क्योंकि विधि ने बगैर कोई मौका दिए ,,,,,,अपने तीखी नुकिली दांत,,,,,अनुरोध के गले में गड़ा दिया था ,,,,,,जिस दर्द से अनुरोध दो कदम पीछे हट गया थाकी तभी उसे विधि की चिखने की आवाज आती है,,,,, दूर दूर रहो मुझसे,,,,,,मैं कोई ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 22
लगभग आधे घंटे बाद,,,,,,विधि की हालत बहुत खराब हो चुकी थी,,,,,,,,उसकी पूरी शरीर पर काटने और खरोंचो ने की बन गए थे ,,,,,,जिससे विधि तड़पते हुए ,,,,,,,अब भी बेड पर लेटी हुई थी ,,,,,,,,उसके शरीर में तो जैसे,,,,,,अब जाने नहीं बची थी ,,,की तभी अनिरुद्ध ,,,,,,बगैर किसी वोरनिग के ,,,,,,एकदम से विधि के अंदर समा जाता है ,,,,,,,,जिससे उस रूम में विधि की एक दर्द भारी चीख गुज उठती है,,,,,,,,,यह चिख दर्द से भरी थी ,,,,,,,,कि किसी का भी कलेजा फटा सकती थी ,,,,,,,और किसी के भी आंखों में आंसू आ सकते थे ,;विधि की दर्द भारी चीज, , ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 23
जिसे सुने विवेक अपने मन मे ,,,,कहां हो सकती है ,,,,,अपने कमरे में होगी,,,, बहा रही होगी ,,,,अपने आंसुओं ,,,,,अच्छा ही है समझ गई ,,,,,कि मेरा और उसका कुछ नहीं हो सकता,,जिसे सुन विराज दाय मा की तरफ देखते हुए ,,,,,,और फिर अपने किसी दूसरी नौकर को कहे ,,,,,वह विधि को नीचे लाने को कहता है ,,,,,,और फिर अपना नाश्ता करने लगता है,,,,,,लगभग 10 मिनट बाद,,,,,,वहीं स्टाफ नीचे आ,,,,, सर विधि मैंम कहीं नहीं है,,,,जिसे सुन विराज अभी जो,,,अपना नाश्ता खत्म कर उठते हुए,, ,,,,,,क्या तुमने उसे हर जगह चेक किया ,,,,,,,,जिसे सुन स्टाफ ,,,,,,यस सर मैंने विधि मैं ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 24
जिसे सुन माया एकदम से डर जाती है,,,और फिर वह अनिरुद्ध को अपनी बात ना मानता देखा है,,,,,अपनी हिम्मत जाती है ,,,,,,जिससे वह पीछे पलट कमरे से बाहर जाने लगती है ,,,,,,कि तभी अनिरुद्ध,,,,,किसी बॉडीगार्ड की मदद ले ,,,,,,,,उसे ले जाओ हॉस्पिटल,,,,,,और हां कोई तमाशा नहीं होना चाहिए ,,,,,यह कहे,,,वह सोफे से उठ,,,,,खिड़की साइड चला जाता है,,जिसे सुन माया दौड़ते हुए,,,कमरे से दोबारा बाहर निकाल,,,,,वह सबसे पहले विधि के कमरे में जाती है,,,,,और फिर विधि को कपड़े पहने दौड़ते हुए ,,,,नीचे एक बॉडीगार्ड की मदद से,,,,विधि को अस्पताल ले जाती🩵🩵🩵🩵और वहीं दूसरी तरफ विराज गुस्से से पागल होता जा ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 25
;कि मैं जितना हद तक जानता हूं ,,,,,,,कि तुम कुछ भी कर सकते हो अनिरुद्ध ,,,,यहां तक की अपनी भी पार कर हैऔर वही अनुरूप तो एक तक बस विराज के फोन को देख कर सोच रहा था,,,,,वह तब होश में आता है जब वह विराज के आगे बात सुनता है, जिसे सुन अनिरुद्ध विराज की तरफ देखने लगता है,,,,,,लेकिन कुछ बोलना नहीं है ,,,,,,अनिरुद्ध को कुछ ना बोलना देख ,, विराज गुस्से से सुना नहीं अनुरोध ,,,,,,,मैंने कहा मेरी बहन कहां है , ,विराज दोबारा ,,,अनिरुद्ध की तरफ देखते हुए, ,,देखो अनुरोध , ,,,,,मेरी बहन मासूम है ,,,,,,,,,इस ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 26
मैं तुम्हारी बहन को बिल्कुल भी चोट नहीं पहुंचाउगा,,,,,,,,लेकिन ; गलती से भी मेरी बहन को ;कोई खरोच आई में तुम्हारी जान ले लूंगा,,,,,,और एक पल भी नहीं सोचूंगा ,,,,,,,,की तू कभी मेरा दोस्त था,,,,,,,यह कह विराट गुस्से से वहां से चला जाता हैविराज के जाते ही अनिरुद्ध ,,,,,एकदम से किसी को फोन लगा देता है ,,,,,और फिर अपने कठोर कर कर आवाज में,,,,,कैसी है जिसे सुन वह बॉडीगार्ड ,,,,,,आई डोंट नो मुझे नहीं पता ,,,,,आपने सिर्फ उसे अस्पताल तक पहुंचाने को कहा था,,,बाकी का उसने इतना ही कहा था ,,,,कि अनिरुद्ध गुस्से से चिखते हुए,,,,,,,शट अप तुझे जितना ...और पढ़े
Devil se Mohhabat - 27
जिसे सुन डॉक्टर अनिरुद्ध को ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,,,कुछ देर कुछ सोच अपने सर को झटका ,,,,,,वह काफी बूरी हालत में ;है,,,,,, किसी ने उसके साथ बहुत बेरहमी वरर्ती है,,,,,,आई मीन इस वक्त वह बहुत ही नाजुक हालत में है ,,,,,,हम सुबह तक का वेट करते हैं ,,,,,अगर होश में आ गई तो ठीक,,,,,वरना वह कोमा में जा सकती है ,,,,,और आई एम सो सॉरी ,,,,,हम आगे से कुछ नहीं करते हैं,,,,,, यह कह वह डॉक्टर वहां से चला जाता है ,,;जिसे सुन अनिरुद्ध अपने हाथों की मुट्ठी बना खुद से ही तुम्हें होश में आनाy होगा ...और पढ़े