नमस्ते ....आंटी जी .. नमस्ते बेटा कैसे हो।? मैं ठीक हूं आंटीजी आप कैसे हो.? मैं भी बढ़िया हूं.! राधिका कहा है.? वो अपने कमरे बैठी होगी बेटा...जी कहकर अनामिका राधिका के कमरे के तरफ निकल पड़ी नही !.. आज मुझे कॉलेज नही आना है। मगर क्यों? राधिका.? उलझन भरे स्वर में अनामिका ने राधिका से ये प्रश्न किया....आज तो हमारा क्लास टेस्ट है.और वंशिका maam ने किसी को भी छुट्टी लेने से मना किया है। पता है न तुम्हे.? हा....यार पता तो है..मगर मैं क्या करू .?? मेरी तो पढ़ाई भी कुछ भी नही हुई है..मैं क्या लिखूंगी पेपर में ..सोचकर मुझे बड़ी बेचैनी सी हो रही है ..अनामिका।
अधूरा अहसास.. - 1
.नमस्ते ....आंटी जी ..नमस्ते बेटा कैसे हो।?मैं ठीक हूं आंटीजी आप कैसे हो.?मैं भी बढ़िया हूं.!राधिका कहा है.?वो अपने बैठी होगी बेटा...जी कहकर अनामिका राधिका के कमरे के तरफ निकल पड़ीनही !..आज मुझे कॉलेज नही आना है।मगर क्यों? राधिका.?उलझन भरे स्वर में अनामिका ने राधिका से ये प्रश्न किया....आज तो हमारा क्लास टेस्ट है.और वंशिका maam ने किसी को भी छुट्टी लेने से मना किया है। पता है न तुम्हे.?हा....यार पता तो है..मगर मैं क्या करू .??मेरी तो पढ़ाई भी कुछ भी नही हुई है..मैं क्या लिखूंगी पेपर में ..स ...और पढ़े
अधूरा अहसास.. - 2
..... निरंजन अब परेशान होने लगा था।उसे जिन चीजों की कीमत मालूम थी,वो तो आसानी से बता देता था।मगर,कुछ के लिए उसे राजेश को फोन करना पड़ रहा था।मगर इस महाशय ने तो अपना मोबाइल ही बंद कर रखा था।राजेश ने निरंजन को आधे घंटे में वापस आने के वादे पर उसे ,अपने दुकान में बैठने को कहा था। राजेश और निरंजन साथ में पढ़ते थे।राजेश ने पढ़ाई बीच में ही रोककर आपने पिता के व्यवसाय को संभालना शुरू किया था।और निरंजन खुशहाल परिवार से था तो,उसे फिलहाल इस बात को कोई चिंता नहीं थी।वह तो अपनी एकेडमिक लाइफ ...और पढ़े
अधूरा अहसास.. - 3
........दिन बहुत तेजी से चल रहे थे।और साथ ही एक दूसरे के लिए दिलों में काफी तूफान भी मचल थे।पिछले चार दिन से राजेश को राधिका दिखाई नही थी।हर रोज 10 बजे वह उसके दुकान के ठीक सामने होती थी।अपने कॉलेज के लिए। एक दूसरे को देखने भर से ही उन दोनो को सुकून मिलता था।उसके पास मोबाइल ना होने के कारण ,वह उससे बात भी नही कर सकता था।राधिका की राजेश को अब आदत सी हो गई थी।जब वह उसके घर पर पानी देने जाता था तो,उसकी नजर उसे ही खोज रही होती थी।अब उसका मन उसके काम ...और पढ़े