कहते हैं अगर प्यार हकीकत में पूरा ना हो तो कल्पनामें पूरा होता है ऐसे ही दो लोगों की कहानी है जिनका प्यार अधूरा रह गया । प्यार करने वाला अगर पावरफुल हो बिजनेसमैन हो या फिर माफिया पॉलिटिक्स में हो तो वो चल कपट शाम साम दाम दंड भेद करके अपने प्यार को किसी भी कीमत पर हासिल कर ही लेता है लेकिन क्या हो जब प्यार ऐसे दो लोगों को हो जाए जिसके पास कोई पावर नहीं हो और ना ही कोई सपोर्टर हो बस आंखों से शुरू हुआ प्यार दिल में सिमट कर ही रह जाए जहां प्यार दोनों को एक दूसरे से वे हिसाब है लेकिन कहने की हिम्मत दोनों में नहीं है तो ऐसे ही इन दो लोगों की कहानी जहां दोनों एक दूसरे से पूरी तरह से अलग है एक गंगा की तरह शांत है तो दूसरा समुद्र की तरह तूफान दोनों मिलते हैं और बिछड जाते हैं फिर मिलते हैं फिर बिछड जाते हैं तो चलो देखते हैं कैसे क्या होता है इन दोनों की कहानी में क्या दोनों बिछड़ने के फिर मिल पाएंगे या रह जाएगी इनकी अधूरी कहानी हिडन इनकंप्लीट लव में |

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Hidden Incompleted love - 1

कहते हैं अगर प्यार हकीकत में पूरा ना हो तो कल्पनामें पूरा होता है ऐसे ही दो लोगों की है जिनका प्यार अधूरा रह गया । प्यार करने वाला अगर पावरफुल हो बिजनेसमैन हो या फिर माफिया पॉलिटिक्स में हो तो वो चल कपट शाम साम दाम दंड भेद करके अपने प्यार को किसी भी कीमत पर हासिल कर ही लेता है लेकिन क्या हो जब प्यार ऐसे दो लोगों को हो जाए जिसके पास कोई पावर नहीं हो और ना ही कोई सपोर्टर हो बस आंखों से शुरू हुआ प्यार दिल में सिमट कर ही रह जाए जहां ...और पढ़े

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Hidden Incompleted love - 2

शाम के टाइम ग्रहु बच्चों के रूम में अपना सामान सेट करती है और छत पर चली गई छत आने के बाद ताजी हवा में उसे अच्छा लग रहा था तो वो थोड़ी देर वहीं पर रूकती है और दोनों बच्चों के साथ खेलने लगती हैं रात के नौ बजे ग्रहु की मासी और छोटी मासी दोनों बच्चों और ग्रहु मिलकर साथ में डिनर करते हैं और सोने के लिए चले जाते हैं ग्रहु बच्चों के रूम में सो रही थी एक बेड पर दोनों बच्चे थे और दूसरे बेड पर ग्रहु अकेले सो रही थी दूसरी तरफ ग्रहु ...और पढ़े

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Hidden Incompleted love - 3

अगली सुबह ग्रहु की आंख खुलती है अपनी मौसी के जागने पर रात देर से सोने की वजह से सुबह उठने में आलस आ रहा था सुबह उठने के बाद ग्रहु नहा कर तैयार होती है और बच्चों के साथ नाश्ता करके रूम में चली जाती है यहां पर उसे कुछ ज्यादा काम नहीं था बस छोटे-मोटे हेल्प के लिए बुलाया गया था क्योंकि कल मौसी के घर में पूजा हवन और भंडारा था जिसमें काम के लिए उसकी जरूरत थीदूसरी तरह संस्कार सुबह दस बजे सो कर उठा और ब्रश करने के बाद सीधे अपने घर के सामने ...और पढ़े

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