में ये कहानी अपनी खुद की लिख रहा हूं , जो एक बेटा हैं और अपने पिता को किस तरह से देखा हैं उसके बारे में बात कर रहा हूं । मेरे पिता साधारण इंसान हैं और एक गांव में रहते हैं , वो बहुत पढ़े लिखे हैं मतलब की उनके समय के हिसाब से बहुत पढ़े ( B.Com Graduate ) हैं। पर उनको नोकरी इस वजह से नही मिल पाई क्योंकि उनके पास और मेरे दादाजी के पास पैसे नहीं थे। आज भी वो खेत मजदूरी करते हैं और पूरे परिवार का गुजारा करते हैं । में आज उनके घर का ऐसी संतान हूं जो भविष्य में उनके सारे सपने पूरे करना चाहता हूं लेकिन फिर वही आ जाता हैं पैसा ; पैसे हर जगह चाहिए और मुझे किसी भी हाल में उनके सारे सपने पूरे करने हैं ।
मेरे पिता - 1
में ये कहानी अपनी खुद की लिख रहा हूं , जो एक बेटा हैं और अपने पिता को किस से देखा हैं उसके बारे में बात कर रहा हूं । मेरे पिता साधारण इंसान हैं और एक गांव में रहते हैं , वो बहुत पढ़े लिखे हैं मतलब की उनके समय के हिसाब से बहुत पढ़े ( B.Com Graduate ) हैं। पर उनको नोकरी इस वजह से नही मिल पाई क्योंकि उनके पास और मेरे दादाजी के पास पैसे नहीं थे। आज भी वो खेत मजदूरी करते हैं और पूरे परिवार का गुजारा करते हैं । में आज उनके ...और पढ़े