गुरु नाम का एक लड़का था उसे खतरों से खेलना बहुत पसंद था। उसके जीवन में अगर मुसीबतें नहीं आती थी तो वो परेशान हो जाता था। बिना कठिनाइयों की जैसे उसकी तो सांसे ही रुक जाती थी।वो खाना, खाना भूल सकता है। पर मुसीबतों से पंगा लेना नहीं। गुरु एक अच्छा और ताकतवर लड़का भी था। वो हर रोज सुबह व्याम करता था। काफी स्वस्थ और हट्टा कट्टा नौजवान था। उसका उम्र मात्र 18 वर्ष था। एक दिन वो अपने गांव से घूमते हुए जा रहा है। तभी उसने एक लड़की को देखा, वह देखता है कि। वो लड़की जमीन पे गिरी है और उसे होश नहीं है। गुरु जल्दी से पास से ही कहीं से पानी लेकर आता है, और उस अजनबी लड़की के चेहरे पर छिड़क देता है। लड़की को होश आने लगता है। वो थोड़ा और पानी छिड़कता है, बस वो लड़की उठ जाती है। वो अब पूरे होशो हवास में आ जाती है। वो तुरंत उठ खड़ी होती है। फिर वो लड़की काफी डरी हुई आवाज़ में बोलती है आपका बहुत बहुत शुक्रिया।
गुरू और हिनल (जादुई कहानी) - 1
गुरु नाम का एक लड़का था उसे खतरों से खेलना बहुत पसंद था। उसके जीवन में अगर मुसीबतें नहीं थी तो वो परेशान हो जाता था। बिना कठिनाइयों की जैसे उसकी तो सांसे ही रुक जाती थी।वो खाना, खाना भूल सकता है। पर मुसीबतों से पंगा लेना नहीं। गुरु एक अच्छा और ताकतवर लड़का भी था। वो हर रोज सुबह व्याम करता था। काफी स्वस्थ और हट्टा कट्टा नौजवान था। उसका उम्र मात्र 18 वर्ष था। एक दिन वो अपने गांव से घूमते हुए जा रहा है। तभी उसने एक लड़की को देखा, वह देखता है कि। वो लड़की ...और पढ़े
गुरू और हिनल (जादुई कहनी) - 2
इसके पार्ट1पढ़ने के बाद ही इसे पढ़ेंतभी समझ आयेगापार्ट1 में वो दादी की हाथ पकड़ कर अपने गले पे देती है और बोलती है मार दीजिए दादी वैसे भी मुझे नहीं जीना उस पापी पीता के हाथ से मरने से तो अच्छा है कि मैं आपकी हाथों से मर जाऊं। इतना सुनने के बाद दादी रो परती है और बोलती है हे भगवान ये कैसी तेरी लीला है दुश्मन की बेटी को मेरे हाथों से मरवाना चाहता है। दादी बोलती है बेटी इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है तुम्हारे पिता के किए का सजा देने वाला ...और पढ़े