काश्मिरी पंडित

(22)
  • 21k
  • 1
  • 10.3k

काश्मिरी पंडित धीरज और उनकी नववधू शालू ने अपनी शादी के बाद काश्मीर जाने का फैसला किया। धीरज ने शालू के साथ हनीमून मनाने की सोची थी, और इसलिए वे दोनों धीरज के गांव में जा रहे थे। धीरज और शालू की यात्रा काफी अच्छी चल रही थी, और उन्होंने अपने हनीमून को खुशी और प्यार से बिताने का इंतजाम किया। लेकिन उनकी खुशियों की रात को दुष्कर्म ने अंधकार में ढक लिया। शालू का अपहरण हो गया था। धीरज ने शालू को ढूंढने के लिए हर जगह खोज की, लेकिन उसे कोई संकेत नहीं मिला। उसका दिल बेचैन हो गया था, और उसने निराशा के आंसू

Full Novel

1

काश्मिरी पंडित - भाग 1

काश्मिरी पंडित धीरज और उनकी नववधू शालू ने अपनी शादी के बाद काश्मीर जाने का फैसला किया। धीरज ने के साथ हनीमून मनाने की सोची थी, और इसलिए वे दोनों धीरज के गांव में जा रहे थे।धीरज और शालू की यात्रा काफी अच्छी चल रही थी, और उन्होंने अपने हनीमून को खुशी और प्यार से बिताने का इंतजाम किया। लेकिन उनकी खुशियों की रात को दुष्कर्म ने अंधकार में ढक लिया। शालू का अपहरण हो गया था।धीरज ने शालू को ढूंढने के लिए हर जगह खोज की, लेकिन उसे कोई संकेत नहीं मिला। उसका दिल बेचैन हो गया था, ...और पढ़े

2

काश्मिरी पंडित - भाग 2

धीरज ने कश्मीर के इस यात्रा को बहुत सोच समझकर तैयार किया था। वह अपनी नववधू शालू के साथ मनाने के लिए यहां आया था। उन्होंने सोचा था कि इस यात्रा से वह और शालू दोनों एक-दूसरे के करीब आएंगे और उनकी ज़िन्दगी का नया अध्याय शुरू होगा।धीरज: शालू, यह तो बहुत खुशी की बात है कि हम अपनी शादी के बाद काश्मीर जा रहे हैं। मुझे तो यकीन नहीं हो रहा है कि हम वाकई इस सुंदर जगह में होंगे।शालू: हाँ, धीरज, यह सच है। हमारी शादी के बाद कुछ दिनों के लिए यहां रहना एक सपने की ...और पढ़े

3

काश्मिरी पंडित - भाग 3 और 4

एक समय की बात है, कश्मीर में एक पंडित रहता था जिसका नाम विशाल था। विशाल एक बहुत ही और बुद्धिमान युवक था। उसके दिल में सदैव एक ख्वाहिश थी कि वह एक दिन अपनी भावनाओं को प्यार की भाषा में व्यक्त कर सके। एक दिन, विशाल को एक महाराष्ट्रीयन लड़की से प्यार हो गया। उसका नाम रिया था। रिया एक सुंदर और खुशमिजाज लड़की थी, जो हमेशा हंसती और मुस्काती रहती थी। उनकी मुस्कान विशाल के दिल को छूने के लिए काफी होती थी।परंतु विशाल जानता था कि वह रिया को मराठी भाषा में अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं ...और पढ़े

4

काश्मिरी पंडित - भाग 5

एक बार, 1990 में, मीरा नाम की एक कश्मीरी पंडित लड़की ने कश्मीर में एक भीषण नरसंहार के दौरान भयानक घटना देखी। उनकी मां शालिनी के साथ मुस्लिम पुरुषों के एक समूह ने बेरहमी से बलात्कार किया और उनके पिता को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया। यह अराजकता और निराशा का समय था, जहाँ निर्दोष जिंदगियाँ नष्ट हो रही थीं।इस उलझन में, राघव नाम का एक बहादुर कश्मीरी पंडित मीरा और शालिनी के बचाव में आता है। उन्होंने हमलावरों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर उनसे मुकाबला किया। यह महसूस करते हुए कि उसकी जान खतरे में ...और पढ़े

5

काश्मिरी पंडित - भाग 6

साल 1989 में कश्मीर की खूबसूरत घाटी में एक भयानक घटना सामने आई। यह हिंसा और अशांति का समय क्योंकि कश्मीरी पंडितों को कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था। उनमें एक प्रमुख नेता थे, पंडित पूरन लाल शर्मा, जो अपने समुदाय की आवाज़ बन गए थे। अपने लोगों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए उनके अथक प्रयासों ने उन्हें आशा का प्रतीक बना दिया था।पूरन लाल शर्मा, जाफ़र और उसके साथियों के हाथों शिकार बन गए। उनकी नृशंस हत्या की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई, जिससे सदमा और पीड़ा की लहर छा गई।प्रसिद्ध ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प