हल्की सी light पुरे कमरे मैं फैली हुई थी........... अचानक से फोन की घंटी बज उठी,.......फोन की आवाज सुन ,बिस्तर पर सोई लड़की की नींद थोड़ी सी टूट गयी, वो फोन को silent की और फिर से सोने लगी पर तभी एक बार फिर से फोन बजना शुरू हुआ ,इस बार वो call को recieve की और एक नींद भरी आवाज मे चिड़ते हुए बोली hello who the hell are you ? दूसरी तरफ से एक सख्श की खुशी से भरी आवाज सुनाई दी ,उसने कहा mam a good news for you । लड़की पूछी what news? उस इंसान ने कहा Mam we have found the doctor , लड़की अभी भी नींद मे थी ,तो वो एसे ही बोली what doctor? दूसरी और से उस सख्स ने कहा mam सर के इलाज के लिए हमे जो doctor चाहिए थेे वो मिल गए हैं! ये बात सुनते ही लड़की की नींद पुरी तरह से टूट गयी ,वो बिस्तर से कुद कर फटाक् से खड़ी होगयी और बोली what ,how and where the doctor is?

नए एपिसोड्स : : Every Tuesday, Thursday & Saturday

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पेहचान - 1

हल्की सी light पुरे कमरे मैं फैली हुई थी........... अचानक से फोन की घंटी बज उठी,.......फोन की आवाज सुन पर सोई लड़की की नींद थोड़ी सी टूट गयी, वो फोन को silent की और फिर से सोने लगी पर तभी एक बार फिर से फोन बजना शुरू हुआ ,इस बार वो call को recieve की और एक नींद भरी आवाज मे चिड़ते हुए बोली hello who the hell are you ? दूसरी तरफ से एक सख्श की खुशी से भरी आवाज सुनाई दी ,उसने कहा mam a good news for you । लड़की पूछी what news? उस इंसान ने ...और पढ़े

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पेहचान - 2

आज मौसम कुछ ज्यादा ही खराब थी हर तरफ तेज हवा चलने के वजह से रास्ते सही से दिखाई नहीं दे रहे थे,प्रकृति अपने आप को बदल रही थी मानो जैसे कुछ बहुत बदलने वाला हो,........देर रात करीब 12 बजे, इंपीरियल होटल से एक सख्श बाहर निकला,हाथ मैं graff diamonds की घडी, नॉर्मल सा सफेद tshirt और एक ब्लैक कॉलर की पैंट और रबूक के ब्रांडेड shoes पहने हुए,उसमे वो बेहद ही handsome और चर्मिंग लग रहा था,उसके styling को देख कर एसा लग रहा था की मानो ये सेट बस उसके लिए ही बनवाया गया हो,ये कोई और ...और पढ़े

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पेहचान - 3

पीहू car के अंदर नहीं गयी तो अभिमन्यु गुस्से से बोला Fine मत आओ और बड़बड़ाते हुए बोला भलाई जमाना ही नहीं रहा खुद तो चोट खाई फिर हॉस्पिटल चलने मैं भी इतने नखरे केहकर गाड़ी के अंदर बैठ गया और चला गया ,पर कुछ ही कदम आगे गया ही था फिर कुछ सोचा और गाड़ी पीछे लाकर बोला ................ चलो पीहू नज़र अंदाज करते हुए दूसरी तरफ देखी ,तो अभिमन्यु बोला मेरी माँ उसको भी साथ लेकर चलो पीहू खुश हो कर बैठ गयी, गाड़ी चलने लगी अभिमन्यु पहले तो सोचा , हॉस्पिटल लेकर जायेगा पर उसके मन ...और पढ़े

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पेहचान - 4

अगली सुबह अभिमन्यु उठा, फ्रेश होकर coffee का मग पकड़े हुए balcony की तरफ बढ़ा. अचानक उसे कुछ दिखाई जिसे देख शॉक के मारे उसके हात से coffee का मग छुट कर नीचे गिर गया .,वो भागते हुए नीचे आया और garden की तरफ बढ़ने लगा, वहाँ पहुँच कर उसने कहा Oh hello miss psycho तुम अभी तक गई नहीं? तुम खुद को क्या समझती हो हाँ ? कल तुम्हे चोट लगी थी इसलिए चुप था, पर आज मुझसे बुरा कोई नहीं होगा अगर अपनी भलाई चाहती हो last time बोल रहा हूँ चली जाओ यहाँ से ! इतना ...और पढ़े

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पेहचान - 5

अभिमन्यु ने पीहू को खाना दिया, फिर दवाई ..... पीहू दवाई को पहले ध्यान से देखी फिर एक एक उसके सारे compound पढ़ने लगी ,फिर जाकर खाई ये देख अभिमन्यु मानो एसे situation मे था की अभी अपना सर पटक कर खुदकी जान ले ले,वो खुदको ही कोसने लगा और बोला ,बेटा अब बन महान ....ये लड़की जिसके लिए तु इतना सब कर रहा है न ,उसे तुझपे रत्ती भर भी भरोसा ही नहीं है? भला तूने उसे मेडिसिन दिया है थोड़ी न जहर दिया है जो ये एसे चेक कर के खा रही है? पीहू दवाई खाकर आराम ...और पढ़े

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पेहचान - 6

अभिमन्यु को अचानक उसके assitant राघव का call आया जिसे देख अभिमन्यु receive करने अपने कमरे मे चला गया, ने अभिमन्यु को कुछ inform किया तो अभिमन्यु जल्दबाज़ी मे पीहू को बिना कुछ कहे ही बाहर निकल गया. दिन खतम होके साम ढल गयी, पीहू को भूक लगने लगी थी, वो kitchen check की तो उसे बस एक bowl दूध मिला , वो पीना तो चाहती थी पर उसे पिल्लू का खयाल आया, तो वो दूध ,वो पिल्लू को देदी. साम खतम होकर रात के 10 बज चुके थे पर अभी तक अभिमन्यु का कुछ पता न था । ...और पढ़े

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पेहचान - 7

रात के 2 बज चुके थे, अभिमन्यु घर लौटा , जब वो दरवाजा खोला तब जाकर उसे पीहू का आया, उसने सोचा की वो खाई भी होगी या नहीं. पर फिर खुदसे बोला हाँ खाई होगी थोड़ी न भूखी मरेगी और वैसे भी बेटा अभिमन्यु तुझे जितनी मदत करनी थी तूने किया बस अब वो जाने, थोड़ी न तेरा उसके साथ कोई रिस्ता है जो तु उसके लिए इतना सोचेगा?. अगली सुबह अभिमन्यु ऑफिस निकल गया, पीहू भी उठकर अपना काम खतम की और अर्जुन के पास जाने के लिए रेडी होने लगी पर तभी उसके फोन पे एक ...और पढ़े

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पेहचान - 8

खाना खाने के बाद अभिमन्यु सोचा की उससे गलती हो गयी है, उसे sorry बोलना चाहिए,ये सोचते हुए वो के कमरे की तरफ गया ,पर पीहू वहाँ नहीं थी, वो पीहू को इधर उधर ढूंढते ढूंढते ,मन ही मन उसको गाली दे चुका था, भला ये केसी लड़की है पहले खाना खीलायी अब इतना मेहनत करवा रही है ,भला एसे कोन छुपता है . छत के एक सिरे पर बैठी पीहू कुछ सोच रही थी, वो अपने सोच मे एसे डूब गयी थी की उसे ये खयाल ही नहीं रहा की उसके पीठ पे एक सांप चढ़ रहा है, ...और पढ़े

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पेहचान - 9

वो पीहू को लेकर अपने cabin के अंदर गया । वो cabin के अंदर कदम रखा ही था की उसे जोरसे धक्का देकर अपने से दूर की, उससे पहले की अर्जुन कुछ बोलता पीहू उसके चेहरे पर चाटा जड़ते हुए बोली .............what the hail! तुम खुदको क्या समझते हो हाँ? तुम्हे इतना समझाई पर फिर भी वही गलतीअरे पानी था, लापरवाही हुई मुझसे और मैं गिरी इतनी सी सिम्पल बात को लेकर तुमने इतना तमाशा क्यों किया ? मेरी ही गलती थी की मैं तुमपे भरोसा कर बैठी, छोड़ो जो हुआ सो हुआ ,अब मैं यहाँ काम नहीं कर ...और पढ़े

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पेहचान - 10

किसीके हाथों ने उसे पकड़ लिया ,काफी वक़्त बीतने के बाद, कुछ धूँधली सी ,आँखों से सामने दिखाई दी महसूस हुआ जैसे कोई बहुत तेजी से मार रहा हो एक चीख मुँ से निकली आ....... और पीहू होस मे आगयी उसकी पूरी बॉडी पसीने से भीग चुकी थी गला सुखने लगा, तो वो पानी ढूँडने लगी,तभी उस बूढ़े इंसान ने कहा क्या ढूँड रही हो ? पीहू इशारे से बोली पानी,बूढ़े ने पानी दिया पानी पीने के बाद जाकर पीहू थोड़ा अच्छा महसूस की..... वो कुछ सोची और तुरंत बिस्तर से उठकर उस इंसान के पैर पकड़ ली और ...और पढ़े

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पेहचान - 11

पीहू बोलना शुरू की मैं पीहू हूँ... पहले क्या करती थी वो राज रहे तो अच्छा है ,पर अब यहाँ इंडिया मैं नई नई आई हूँ और फिल्हाल काम तलाश कर रही हूँ । मैं जिनके बारे मैं आपसे बात की वो मेरे लिए मेरे सब कुछ हैं ,साफ लब्जों मे कहूँ तो my life ,अगर मेरे पास दिल है तो वो उस दिल के धड़कन हैं । मैं उनका इलाज आपसे करवाना चाहती हूँ क्योंकि मैं जानती हूँ आप ही हैं जो उनका इलाज कर सकते हैं।Dr. चंपकलाल ने कहा ठीक है मैं तुम्हारी मदत करूँगा पर उसके ...और पढ़े

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पेहचान - 12 - गलतफेहमी

पीहू बोली देखो थोड़ी late क्या आई तुम मुझे उस basis पर घर से नहीं निकाल सकते और वैसे अभी मैं लडाई करने के मूड में नहीं हूँ, सो सुबह बात करते हैं ठीक है bye, बोलते हुए कमरे की तरफ जाने लगी तो....... अभिमन्यु ने कहा तुम्हे एक बार मैं बात समझ नहीं आती क्या मैंने कहा न यहाँ से निकल जाओ मतलब निकल जाओ....... पीहू बोली ठीक है तो इसका मतलब तुम लडाई के बगैर नहीं मानोगे तो ठीक है यही सही... अब तुम बताओ आखिर अब मैंने एसा क्या किया है की तुम मुझे यहाँ से ...और पढ़े

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पेहचान - 13 - अब इस अकडू को कैसे समझाऊँ?

पीहू बोली देखो मुझे job की जरूरत थी ,तो मैं अर्जुन सिखावत के पास नौकरी मांगने गयी थी, मुझे भी मिली ,कल मेरा पहला दिन था तो मैं ऑफिस गयी थी तभी लापरवाही के वजह से मेरा पैर पानी पर आया और मैं फिसल गयी तभी अर्जुन सिखावत ने मुझे पकड़ा था । ये तबकी तस्बीर है! अभिमन्यु बोला wow खुद तो अभी इतना बोल रही थी मैं कहानी बना रहा हूँ, असल मैं तो कहानी बनाने मैं तुम माहिर हो... पीहू बोली मतलब? अभिमन्यु बोला तुम कह रही हो अर्जुन ने तुम्हे नौकरी दी अच्छा एक बात बताओ ...और पढ़े

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पेहचान - 14 - अब और छुपना होगा

पीहू घर से निकलते ही काम तलाशना शुरू की जहाँ भी कोई काम देखी, पूछने लगी क्या काम मिलेगा? जगह से ना सुनी,डाँट भी सुनी, आख़िर कोई एसे लड़की को कैसे काम दे ,जिसके बारे मैं किसीको कुछ नहीं पता,कहाँ से आई है किसीने पहले उसे देखा भी नहीं भला कोई यकीन भी कैसे करले! बहुत request के बाद आखिर मैं, एक काम मिला, पर पीहू उतने मैं भी चुप नहीं बैठी और काम तलाशी और आखिर मैं कुल 3 काम हासिल की । अपने समय के हिसाब से वो अपने काम के वक़्त तय करने लगी ।उसके काम ...और पढ़े

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पेहचान - 15 - सवालों का चक्रव्यूह....

दिन पर दिन बीतते गए, पीहू अपने काम मैं इतना खो चुकी थी की उसे अपने खाने पीने का खयाल नहीं था, इधर अभिमन्यु भी अपने जिंदगी मैं busy था , उसे न पीहू याद थी और नहीं पीहू का खयाल था । अर्जुन भी अपने जिंदगी मैं busy था पर कंही न कंही उसके मन मैं एक अफसोस था काश उस दिन उससे वो गलती न हुई होती तो पीहू आज उसके पास होती । सर्दी का मौसम आ चुका था, अभी तो बस रात के 9 ही बजे थे, पर रास्ता एक दम सुन सान था चारो ...और पढ़े

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पेहचान - 16 - confusion

अभिमन्यु देखता रहा, पीहू bridge के नीचे चली गयी ।अभिमन्यु सोचने लगा, उसे नीचे जाकर देखना चाहिए.. ......या नहीं उसे अजीब भी लगा की क्य एक लड़की के पीछे एसे जाना सही होगा ? आखिर मैं उसने ये तय किया की,इतना दूर आ चुका हूँ ...तो,जाकर देख ही लेता हूँ कहते हुए ,नीचे जाने लगा....... जैसे ही वो नीचे गया वो एक दम shock हो गया!और बोला- what the hell! ये सब क्या है ? ये psycho यहाँ एसे कैसे रह रही है...... वो भी अकेले, इस बदबूदार जगह पे , did this girl just lost her mind! एसे ...और पढ़े

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पेहचान - 17 - गलती का एहसास

अभिमन्यु ने कहा जी एक छोटी सी लड़की है उसका नाम पीहू है मुझे उसके बारे मैं जानना है...... बोला ओ! अच्छा तो आपको उस छोटी सी बच्ची के बारे मैं जानना है , वो तो भाईजान एक पाक दिल और एक मासूम सी बच्ची है,पहली बार जब आई थी मैं तो मना कर दिया था की काम नहीं दूंगा , भला आप भी बोलो जिस लड़की को मैं आज तक देखा नहीं जाना नहीं भला किस भरोसे काम दे देता...... पर भाईजान वो एक दम पागल है, काम पाने के लिए मेरे पैरों तले गिर गयी और जब ...और पढ़े

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पेहचान - 18 - सबर का फल मिठा होता है....

पता नहीं क्या था ,आखिर ये कोनसा एहसास था की अभिमन्यु पीहू की तरफ खिचा चला जा रहा था, तो उसके ,रोज का काम हो चुका था की वो पीहू को सोते हुए देखता फिर सुबह एक के बाद एक काम करते हुए देखता, वो तो मानो जैसे बाकी सब भूल चुका था...... इधर ऑफिस मे राघव पागल हो चुका था, इतने सारे काम थे,उपर से अभिमन्यु गायब था ,भला वो इतने सारे काम अकेले कैसे संभाले! आज christmas का दिन था अभिमन्यु सोचा आज वो पीहू को एक छोटी सा तोहफा देकर उससे sorry कहेगा,उसके बाद उसे घर ...और पढ़े

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पेहचान - 19 - सैतानी पकड़ी गयी

(Sorry रुकाबट् के लिए खेद है ,actually मेरे exams चल रहे थे ,तो मैं उसी मे ब्यस्त होगयी थी,उसके माफ़ी चाहती हूँ । ,कृपया मेरी इस गलती को माफ कीजिये और मेरी कहानी को ढेर सारा प्यार दीजिये ,अब से आपको वक़्त पर कहानी पढ़ने को मिल जाया करेंगी) पीहू इधर उधर कुछ ढूँड रही थी, तभी पीछे से अभिमन्यु ने कहा o psycho केसी हो? फिर खुदको टोकते हुए बोला, तु भी न अभिमन्यु गधो वाले काम करता है भला तु उसको psycho बुलाएगा तो वो सुनेगी क्या उसे बुरा लगेगा... फिर खुदका गला साफ करते हुए बोला ...और पढ़े

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पेहचान - 20 - मैं तुम्हे पागल दिखती हूँ क्या ?

पीहू बोली अच्छा.....इतना भरोसा ,वैसे ये भरोसा आया कहाँ से ?पहले तो नहीं था ! ओ अच्छा.........अब समझी, तुम्हारी बचाई हूँ इसलिए इतना प्यार उमड़ रहा है न मुझ पे? अभिमन्यु बोला अरे! sorry वो बात नहीं है, एक बार मेरी पूरी बात सुनलो please , उसके बाद तुम जो चाहो सोचलेना......पीहू बिना कुछ कहे वहाँ से जाने लगी तो.....अभिमन्यु ने कहा मैं तुम्हारे आगे हात जोड़ता हूँ कहोगे तो पैर पकड़ने को भी तैयार हूँ,please मेरी बात सुनलो ...... पीहू बोली.... वैसे इतना कह रहे हो तो....ठीक है,हात जोड़ने से काम चल जायेगा पैर पकड़ने की जरूरत नहीं.... ...और पढ़े

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पेहचान - 21 - मुझसे दोस्ती करोगी?

पीहू बोली ठीक है जिद मैं रहो, मैं चली अपने काम पे.... बोलते हुए वहाँ से चली गयी.. अभिमन्यु कहाँ पीछे हटने वाला था वो भी अपनी जिद पे अडा रहा ...... सुबह से लेकर शाम हो चुकी थी ,पीहू अपने कामों मे ब्यस्त थी ,तभी कैफे मे लगी tv मैं एक न्यूज़ लगातार फ्लैश हो रही थी, की अभिमन्यु राजपूत की हुई मौत, अब कौन संभालेगा उनका empire क्या इतना बड़ा राजपुत खानदान एसे ही मिट्टी मैं मिल गया है ...... जैसे ही पीहू ये सुनी वो shocked होगयी... वो बिना डेरी किये वहाँ से निकल कर अभिमन्यु ...और पढ़े

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पेहचान - 22 - What the hell

पीहू बोलना शुरू की...... पहली बात तुम मुझपे भरोसा करोगे ..... दूसरी बात तुम मुझे जज नहीं करोगे मतलब तुम्हे कभी भी लगा की मैं गलत हूँ तो तुम मुझे सीधे सीधे पूछोगे... तीसरी बात तुम मुझपे गुस्सा नहीं करोगे..... अभिमन्यु कुछ सोचा और फिर बोला हाँ मंजूर है... (अभिमन्यु था तो गुस्सेल् मिजाज का पर वो भी, अच्छे दिल का था, जो गलती उसने पहले पीहू पे भरोसा न करके किया था उसको सुधारना चाहता था ... ) तभी पीहू बोली मेरी और एक request है.. अभिमन्यु बोला क्या? पीहू बोली पहली बात की अभी मैं जहाँ जहाँ ...और पढ़े

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पेहचान - 23 - इतनी भी क्या जल्दी है मरने का!

अभिमन्यु दौड़ते हुए नीचे आने लगा, पर उसकी बुरी किस्मत उसका पैर थोड़ा सा मुड़ गया जिसके चलते वो से फिसलते हुए नीचे जा गिरा ....पीहू हस्ते हुए बोली अरे .... क्या तुम भी न , इतनी भी क्या जल्दी है मरने का ?अभिमन्यु उठा और खुदको सही करते हुए बोला shut up पहले तुम बताओ तुम ये क्या कर रही हो ?पीहू बोली तुम्हे दिखाई नहीं दे रहा क्या? या गिरने के वजह से आखों की रोशनी चली गई है ? अभिमन्यु बोला चुप, मुझे साफ साफ दिखाई दे रहा है मैं बस इतना पूछ रहा हूं तुमने ...और पढ़े

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पेहचान - 24 - तुम्हे किससे डर है ?

अच्छा एक काम करें क्या .?अभिमन्यु बोला क्या ? पीहू बोली ये ड्रामा एसे ही चलने दे क्या ?अभिमन्यु तुम पागल हो गई हो क्या ? क्या बोल रही हो , मेरे अपनो का हालत वैसे ही खराब है मेरी ये मौत की खबर सुन उपर से तुम बोल रही हो की ये सब एसे चलने दें ! What rubbish ... तुमने सायद किसी अपने को नही खोया है इसलिए ऐसी बात कर रही हो ।पीहू बोली तुम फिर गुस्सा हुए अरे मेरी बात को समझने की कोशिश तो करो .... देखो तुम business tycoon हो तो जाहिर सी ...और पढ़े

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पेहचान - 25 - पूरी प्रॉपर्टी एक प्रोमिस पे टिकी है

अभिमन्यु बोला अब बोलो भी हम यहां क्यों आए है और हां तुम्हें मैं एक बात याद दिलादू की ऑफिस भी जाना है ......वहां सिचुएशन वैसे भी खराब है .... तो प्लीज जो भी करना है जल्दी करो! पीहू बोली तुम थोड़ा चुप रहोगे ! अभिमन्यु बोला wow क्या बात है ....पहले तो इतना सब ज्ञान, ऊपर से यहां लेकर आई हो और जब मैं पूछ रहा हूं चुप रहने को बोल रही हो ? इससे पहले की वो कुछ और बोलता एक काले रंग की फरारी आकर रूकी ,उसमे से एक इंसान बाहर निकला जिसे देख अभिमन्यु हक्का ...और पढ़े

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पेहचान - 26 - में खुद नहीं जानता मैं क्या कर बैठूंगा

अभिमन्यु और पीहू जितनी जल्दी हो सके घर पहुंच गए जैसे ही अभिमन्यु घर में एंट्री किया वो एक से पीहू को खींचते हुए बोला ....... क्या कह रही थीं तुम ,तुम उस अर्जुन को नहीं जानती भला अब जो हुआ उसके बाद भी क्या तुम वही कहोगी, की तुम उसे नहीं जानती ? इतना बड़ा बिजनेस मैन और तुम्हरे सिर्फ कहने से ही अपनी पूरी प्रॉपर्टी दाव पर लगा कर चला गया ..... एक मिनट कहीं ये तुम दोनो की कोई चाल तो नहीं ? अभिमन्यु का गुस्सा अब उसके आपे से बाहर होने लगा था ......वो पीहू ...और पढ़े

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पेहचान - 27 - यहां से चले जाओ ...

पीहू सारे पेपर्स को अरेंज करते हुए बोलि ..... देखो ......तुमपे अटैक वहां उस ब्रिज के पास हुआ , पहला सवाल वो जो भी था उसको केसे पता की तुम वहां ब्रिज के पास मिलोगे इसका मतलब वो तुम्हारा पीछा कर रहा था ........ दूसरी बात , तुम्हे मारने के लिए जो assasains आए थे वो वर्ल्ड क्लास assasin थे , उन्हें hire करने की हिम्मत भी कोई ऐसा पर्सन रख सकता है जिसके पास बेशुमार पैसा हो और सबसे आखरी और जरूरी बात जब तुमपे अटैक हुआ तब वहां तुम्हारे और मेरे सिवा कोई नहीं था और तुम्हारी ...और पढ़े

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