ये काहाणी एक प्यार से जुडी हे तो काहाणी शुरु करते हे तो चलो एक शहर मे शुभम नाम का लडका खाना बनाने के स्पर्धा मे जा रहा था तब वाहा पे कुछ गुंडे आते है तब वो सबको मारते हे तब एक जान्हवी नाम की लडकी उन गुंडु को मार देती है और उन्हे पोलिस स्टेशन मे ले जाती हे तब शुभम बोलता हे आपने तो बोहत बाहदुरी का काम किया है तब शुभम कि मा चंद्रकला वो शुभम को फोन करती है और बोलती हे तुम्हारी स्पर्धा खतम हो गइ हे तब वो बोलता हे नही तब वो
Full Novel
दिलसे प्यार तक
ये काहाणी एक प्यार से जुडी हे तो काहाणी शुरु करते हे तो चलो एक शहर मे शुभम नाम लडका खाना बनाने के स्पर्धा मे जा रहा था तब वाहा पे कुछ गुंडे आते है तब वो सबको मारते हे तब एक जान्हवी नाम की लडकी उन गुंडु को मार देती है और उन्हे पोलिस स्टेशन मे ले जाती हे तब शुभम बोलता हे आपने तो बोहत बाहदुरी का काम किया है तब शुभम कि मा चंद्रकला वो शुभम को फोन करती है और बोलती हे तुम्हारी स्पर्धा खतम हो गइ हे तब वो बोलता हे नही तब वो ...और पढ़े
दिलसे प्यार तक - भाग-२
काहाणी शुरु करते हे हमणे पिछले अध्याय मैं देखा कि मानसी पोलिस बन जाती है तब शुभम बोलता हे तुमणे तुम्हारी मा का सपना पुरा कर दिया लेकिन मेरी और एक काम बाकी है तुम्हारी शादी तब मानसी बोलती हे नही मे शादी नही करोगी तब शुभम बोलता हे कभी ना कभी तो तुम्हे शादी करणी होगी तब वो बोलता हे घरमे तुम और सोनाली हो अब मेरा भी वक्त आगया हे तब शुभम मर जाता है तब मानसी बोलती हे पापा दो साल बाद मानसी गुंडे लोग को मार रही थी तब वाहा पे एक लडका आता हे ...और पढ़े