घर से निकाल गया प्यार में गिर गया

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में खुद से अलग हुआ जब मुझे घर से निकाला गया। तब मे कुछ नहीं करता था, मे बस घूमता रहता था, इसीलिए मुझे अपने घर से निकला दिया था। घरवालों ने कहा, "घर से निकाल जाओ।" तो में फिर निकल गया, और उसके बाद वहां से में सुरत मे रहे ने गया। जहां में सिर्फ बस एक दोस्त को जानता था। तो में अपने दोस्त को फोन किया। और उससे पूछा, " तुम कहा हो?" इसने बोला, "मे सुरत रहेता हूँ।" मेने उसे घरके बारे में कुछ ना बता कर सिर्फ इतना कहा, "तेरे साथ रहे शकता हुँ?" "हा रहे शकता

Full Novel

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घर से निकाल गया प्यार में गिर गया

में खुद से अलग हुआ जब मुझे घर से निकाला गया। तब मे कुछ नहीं करता था, बस घूमता रहता था, इसीलिए मुझे अपने घर से निकला दिया था। घरवालों ने कहा, "घर से निकाल जाओ।" तो में फिर निकल गया, और उसके बाद वहां से में सुरत मे रहे ने गया। जहां में सिर्फ बस एक दोस्त को जानता था। तो में अपने दोस्त को फोन किया। और उससे पूछा, " तुम कहा हो?" इसने बोला, "मे सुरत रहेता हूँ।" मेने उसे घरके बारे में कुछ ना बता कर सिर्फ इतना कहा, "तेरे साथ रहे शकता हुँ?" "हा रहे शकता ...और पढ़े

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घर से निकाल गया प्यार में गिर गया - 2

एक घंटे बाद वो आ रही थी अपने दोस्तों के साथ। मे उसे देखता ही रह गया। उसके पर इतनी चमक थी की मे कुछ बोल भी ना पाया।वो मेरे सामने से ही गुजरी और आगे जाकर अपनी सहेलियों के साथ बेठी हुई थी। में बस उसे देख ही रहा था।जिंदगी में इतनी खुशी कभी नही मिलीं थीं,,,वो भी अपना टाईम हुआ और चली गई। मेरा दोस्त थोड़ी देर बाहर आ गया। मने फिर आज उसको बोला मुझे एक लड़की पसंद हैं। और तब मेंरे दोस्त मुझ पर चिल्ला ने लगा। और लड़कियों से दूर रहने की सलाह देने ...और पढ़े

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