कहानी को कहानी उसके किरदार बनाते हैं। ठीक उसी तरह इस कहानी के किरदार भी हैं। कुछ हो ना हो इन किरदारो में आप अपने आप को जरूर तलाशेंगे।कहानी में कई किरदार हैं, उसमे से एक है मोना जो एक ऐसी लडकी थी जो अपने ही ख्यालो मे खोयी रहती थी, वोह एक ऐसी आलसी लडकी थी जो बाकी सभी महान आलसियो को पीछे छोड सक्ती थी। मोना का अल्सिपन समय के साथ बढते ही जा रहा था। और अब ऐसा हो गया था की उसे फर्क पडना भी बन्द हो गया था की कोई उसे क्या कहता है। उसका

Full Novel

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सच्चाई - 1

कहानी को कहानी उसके किरदार बनाते हैं। ठीक उसी तरह इस कहानी के किरदार भी हैं। कुछ हो हो इन किरदारो में आप अपने आप को जरूर तलाशेंगे।कहानी में कई किरदार हैं, उसमे से एक है मोना जो एक ऐसी लडकी थी जो अपने ही ख्यालो मे खोयी रहती थी, वोह एक ऐसी आलसी लडकी थी जो बाकी सभी महान आलसियो को पीछे छोड सक्ती थी। मोना का अल्सिपन समय के साथ बढते ही जा रहा था। और अब ऐसा हो गया था की उसे फर्क पडना भी बन्द हो गया था की कोई उसे क्या कहता है। उसका ...और पढ़े

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सच्चाई - 2

एक स्त्री का जीवन कई हिस्सो में बट जाता है विवाह के बाद कुछ ऐसा ही सुरेखा साथ भी हुआ था , वह बुआ के घर जाना तो चाहती थी , लेकिन उसकी जिम्मेदारियां उसे रोक रहे थें।जिंम्मेदरियां भी अपने बीमार सास और ससुर की देखभाल , क्योंकि उनको ले कर तो जाया ना जा सकता था और ना ही अकेले छोरा जा सकता था। छोड़ती भी किसके भरोसे भला , मोना के भरोसे छोड़ केे जा ना सकती थी।क्योंकि सास ससुर के पास तो रुकने का कारन था लेकिनमोना को किस बहने से रोकती ? ...और पढ़े

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