कहानी - मासूम की बद्दुआ Part 1 “ शिखा , कहाँ हो ? “ “ आ रही हूँ , दो मिनट और लगेगा विक्रम .मूसलाधार बारिश हो रही है , खिड़कियां और बालकनी बंद कर के आती हूँ . बारिश नहीं रुकी तो रात भर में सूखते कपड़े गीले हो जायेंगे . “ “ बारिश में ही तो रोमांस का मजा आता है
Full Novel
मासूम की बद्दुआ - 1
कहानी - मासूम की बद्दुआ Part 1 “ शिखा , कहाँ हो ? “ आ रही हूँ , दो मिनट और लगेगा विक्रम .मूसलाधार बारिश हो रही है , खिड़कियां और बालकनी बंद कर के आती हूँ . बारिश नहीं रुकी तो रात भर में सूखते कपड़े गीले हो जायेंगे . “ “ बारिश में ही तो रोमांस का मजा आता है ...और पढ़े
मासूम की बद्दुआ अंतिम भाग
Part 2 अंतिम भाग - कहानी के अंतिम भाग में पढ़िए शिखा को क्यों लगा कि उसे मासूम बद्दुआ लग गयी है ... कहानी - मासूम की बद्दुआ दो दिन बाद शिखा डॉक्टर से मिलने गयी . उसे चेक करने के बाद डॉक्टर ने कहा “ सब ठीक है . आपकी सी डी मैंने ही मंगवा लिया था यह सोच कर कि आप मेरे पास आएँगी ही . अभी देती हूँ , मेरी आलमारी में है . “ बोल कर आलमारी से सी डी निकाल कर डॉक्टर ने उसे दे दिया . “ आपने इसे देखा ...और पढ़े