Murder @night 1st part 3 जनवरी 2020 अनिरूद्ध मर्डर केस के मर्डरर ने अपना मुंह खोला क्या ? - इंस्पेक्टर नागेश ने थाने में आते ही हवलदार संजय से पूछा। हवलदार संजय ने उसे सैल्युट किया। लेकिन कुछ कहा नही। क्या हुआ ? तुमने जवाब नही दिया। - नागेश ने उसे घूर कर देखते हुए पूछा। सर वो बताना तो चाहता है, उससे रात को पूछताछ की गई, पर उसका कहना है कि वो सिर्फ आपको ही बताएगा। - हवलदार ने इंस्पेक्टर नागेश के कान में आकर कहा। ऐसा क्या ? पर मैं ही क्यों ? - नागेश ने उससे
Full Novel
Murder @night - 1
Murder @night 1st part 3 जनवरी 2020 अनिरूद्ध मर्डर केस के मर्डरर ने अपना मुंह खोला क्या ? - नागेश ने थाने में आते ही हवलदार संजय से पूछा। हवलदार संजय ने उसे सैल्युट किया। लेकिन कुछ कहा नही। क्या हुआ ? तुमने जवाब नही दिया। - नागेश ने उसे घूर कर देखते हुए पूछा। सर वो बताना तो चाहता है, उससे रात को पूछताछ की गई, पर उसका कहना है कि वो सिर्फ आपको ही बताएगा। - हवलदार ने इंस्पेक्टर नागेश के कान में आकर कहा। ऐसा क्या ? पर मैं ही क्यों ? - नागेश ने उससे ...और पढ़े
Murder @night - 2
Murder @night 2nd part साब उसके बाद मैं अंधेरे में चुपचाप धीरे धीरे रसोई निकल गया। क्योंकि मैंने अनिरूद्ध के पास बहुत महीनों तक काम किया है। घर में काम काम करते अंधेरे में भी आने जाने का अंदाजा हो जाता है। और मैं तो चोर हूं इसलिए मुझे अंधेरे में अंदाजा हो जाता है। इसलिए मैं जल्दी से ऊपर की तरफ जाने लगा। पर जैसे ही मैं ऊपर की तरफ गया। उसी वक्त लाइट वापस आ गई। मैंने देखा कि जिस कमरे में ताला लगा हुआ था। जोकि साब का कमरा था। उसका दरवाजा हल्का सा खुला हुआ ...और पढ़े
Murder @night - 3
Murder @night 3rd Part 3 जनवरी 2020 दोपहर 1.30 बजे। अनिरूद्ध की पत्नी दीक्षा नागेश के सामने बैठी थी। चेहरे से लग ही रहा था कि वो बहुत उदास, थकी हुई है। रोने की वजह से उसकी आंखे भी सूज चुकी थी। पर पूछताछ जरूरी थी। इसलिए नागेश को उससे बात करना जरूरी था। दीक्षा भी इस बात को जानती थी और अपने पति के कातिल का पता लगाना चाहती थी। और उस सजा दिलवाना चाहती थी। इसलिए वो नागेश को पूछताछ में सहयोग के लिए तैयार हो गई। देखिए। मुझे पता है ये सब आपके लिए बहुत मुश्किल ...और पढ़े
Murder @night - 4 - अंतिम भाग
Murder @night 4th part हां, क्योंकि उसी समय मम्मी का कॉल आया था कि भैया को घर पर ही जाने के लिए कहा था। उस समय मैंने टाइम देखा था। - दीक्षा ने सोच कर बताते हुए कहा। तो आपने उस समय कुछ ऐसा देखा जिसे देखकर कुछ अजीब लगा हो। - नागेश ने कहा। हां, दो-तीन चीजें अजीब लगी। कार आने जाने के लिए इस बंगले का जो बड़ा सा दरवाजा है वो गार्ड ही खोलता है। और अगर वो नही होता है तो भी गेट लगा ही रहता है। पर उस दिन मैन गेट का दरवाजा पूरा ...और पढ़े