मुंबई की झोपड़ पट्टी में जहां गरीब और कचरा बीनने वाले लोग रहते हैं, उसी झोपड़ पट्टी में जन्म् हुआ एक छोटे बच्चे का, उसका नाम उसकी मां ने रूद्र रखा| गरीब मासूम अपने छोटे-छोटे दोस्तों के साथ रहता है और अपने दोस्तों के साथ खेलता है, सिर्फ खेलता है, क्योंकि गरीब होने के कारण उसके पास, या उसकी मां के पास इतने पैसे नहीं होते, कि वह दो वक्त की रोटी के अलावा इतने पैसे बचा सके जिससे रुद्र की पढाई हो सके| इसलिए वक्त की कोई कमी नहीं थी, तो सुबह खेलने के सिवाय कोई काम भी नहीं
Full Novel
वेताज बादशाह - नफ़रत भरी मासूम ख्वाहिश - 1
मुंबई की झोपड़ पट्टी में जहां गरीब और कचरा बीनने वाले लोग रहते हैं, उसी झोपड़ पट्टी में जन्म् एक छोटे बच्चे का, उसका नाम उसकी मां ने रूद्र रखा| गरीब मासूम अपने छोटे-छोटे दोस्तों के साथ रहता है और अपने दोस्तों के साथ खेलता है, सिर्फ खेलता है, क्योंकि गरीब होने के कारण उसके पास, या उसकी मां के पास इतने पैसे नहीं होते, कि वह दो वक्त की रोटी के अलावा इतने पैसे बचा सके जिससे रुद्र की पढाई हो सके| इसलिए वक्त की कोई कमी नहीं थी, तो सुबह खेलने के सिवाय कोई काम भी नहीं ...और पढ़े
वेताज बादशाह - नफ़रत भरी मासूम ख्वाहिश - 2
रूद्र अपनी मां का अंतिम संस्कार करता है, फिर सारे लोग मिलकर पुलिस कंप्लेंट करवाते हैं:- पुलिस:- जल्दी ही गारो को पकडेंगे| कहकर उन लोगों को शांत करादेती है, लेकिन महीनों तक कुछ नहीं होता| 1 दिन सारे लोग सड़क पर उतर आते हैं, और शहर का चक्का जाम कर देते हैं, पुलिस की लाख कोशिशो के बाद भी वे लोग नहीं मानते, फिर उनकी बात मीडिया द्वारा मुख्यमंत्री के कानो तक पहुंचती है, और वो खुद आते हैं, और लोगों को उचित न्याय दिलाने का वादा करते हैं, और वह भी सिर्फ 1 महीने के अंदर और सभी ...और पढ़े
वेताज बादशाह - नफ़रत भरी मासूम ख्वाहिश - 3
पुलिस के आते ही बो लोग फरार हो जाते हैं, और इस तरह से उन लोगों का खौफ बडने है, धीरे धीरे कर लोग उधर से आना कम कर देते हैं, वे लोग वही घूमते रहते हैं, और अपने मन की करते हैं, जब भी कोई शख्स उधर से निकल कर जाता है, तो वे लोग उसे पकड़ कर मारा पीटी करते हैं, और उसे लूट लेते हैं| 1 दिन रूद्र किसी के पीछे भागते भागते अचानक से किसी दूसरे इलाके में पहुंच जाता है, तो उस इलाके के लड़के लोग उसे दौड़ा लेते हैं, और उस तरफ भागते ...और पढ़े