परीक्षा-गुरु - प्रकरण-13

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लाला मदनमोहन हवा खाकर आए उस्समय लाला हरकिशोर साठन की गठरी लाकर कमरे मैं बैठे थे. कल तुमनें लाला हरदयाल साहब के साम्ने बड़ी ढिठाई की परन्तु मैं पुरानी बातोंका बिचार करके उस्‍समय कुछ नहीं बोला लाला मदनमोहन नें कहा. आपनें बड़ी दया की पर अब मुझको आपसै एकान्‍त मैं कुछ कहना है, अवकाश हो तो सुन लीजिये लाला हरकिशोर बोले. यहां तो एकांत ही है तुमको जो कुछ कहना हो निस्सन्देह कहो लाला मदनमोहन नें जवाब दिया.