कोर्ट रूम मैं काया ने अपनी बात पूरी की और कोर्ट रूम से बाहर चली गई । जाने से पहले एक नजर वेदिका को देखा जो थैंकफूल नजर से एक मुस्कुराहट के साथ उसे ही देख रही थी।मोक्ष बस ख़ामोश बैठा हुआ था जब उसकी नजर मुसकुराते हुए काया और वेदिका पर पड़ी। उसने एक तिरछी नजर वेदिक पर डाला जो उसे तिरछी नजर से माजाकिया अंदाज से देख मुस्करा रही थी।उसके माथे पर पसीने की बूंदे दिखने लगीं थी। वो खुद को काम रखने केलिए गहरी सांस लेने लगा।सारी बात सुनकर जज कुछ कहने ही जा रहे थे इससे