रूचि किचेन के तरफ बढ़ जाती है मिश्रा जी के लिए जूस जो लेना था । फिर उसके दिमाग में एक बात आया , कही ये वही तो लड़का नहीं है जिससे पापा मुझसे मिलवाने वाले थे ।बेटा आज तो तुम गए .....आज तुम्हारे मुंह के साथ तुम्हारे शर्ट को भी चाय/कॉफी पिलाऊंगी हल्की मुस्कान के साथ खुद से बड़बड़ाई ।मिश्रा जी के कमरे में_________________अमित : मिश्रा जी का हाथ अपने हाथ में लेते हुए , " अंकल अब आपकी तबीयत कैसी है ?मिश्रा जी : बेटा जी मैं तो बिल्कुल ठीक हूं मायूसी के साथ बोले ।अमित : आपको