इश्क दा मारा - 45

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यूवी गीतिका का हाथ पकड़ कर ले जा रहा होता है तभी गीतिका बोलती है, "तुम मुझे कहा ले जा रहे हो"।तब यूवी बोलता है, "तुम थोड़ा देर चुप नहीं रह सकती हो क्या"।तब गीतिका बोलती है, "नहीं "।तब यूवी बोलता है, "तो ठीक है तुम बोलती रहो, वैसे भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है "।तब गीतिका बोलती है, "मेरे पैर में दर्द हो रहा है, मुझ से नहीं चला रहा है "।तब यूवी बोलता है, "तो क्या तुम्हे गोद में दोबारा उठा लू "।तब गीतिका बोलती है, "बकवास बंद करो और मेरा हाथ छोड़ो "।यूवी कुछ ही नहीं