...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!द्रक्षता अपने काम में बिजी थी....तभी मैनेजर आकर उसे रूम नंबर 1269 में सर्विस देने को बोलते है....द्रक्षता ऑर्डर लेकर वहां जाती है.....वो एरिया वि आई पाई लोगों के लिए था.....वो उस रूम का दरवाजा खटखटाती है.....कुछ देर बाद रूम का दरवाजा खोला जाता है.....सामने खरा सख्श राघव था.....वो उसे अंदर आने को बोलता है.....द्रक्षता अंदर जाकर देखती है.....तो एक सोफे पर सात्विक और दीपक बैठे थे.....ओर उसके ऑपोजिट सोफे पर एक मिडिल एज पर्सन और एक जावन आदमी था.....सात्विक को देख उसकी धड़कने फिर असामान्य हो जाती हैं.....सात्विक का ध्यान उस पर नहीं था.....क्योंकि वो अपने सामने