इश्क दा मारा - 36

रानी की बात सुन कर यूवी की मां बोलती है, "बेटा मेरा बस चलता तो मैं इसकी भी शादी कर देती, मगर इसके पापा ने बोला है कि यूवी कभी भी शादी नहीं करेगा, ये बस जिंदगी भर यू ही गुंडा गर्दी करता रहेगा"।तब रानी बोलती है, "ऐसा थोड़े ही होता है, काकी "।तब राधा बोलती है, "रानी चुप चाप जा कर कमरे में बैठ जाओ, मां को बहुत काम है"।उसके बाद रानी वहां से चली जाती है।उधर गीतिका की मॉम उसके डैड से बोलती है, "और मिनिस्टर साहब तो फिर आपने क्या सोचा है "।तब गीतिका की मॉम बोलती