अब आगे,आराध्या ने जब अपना सिर उठकर सामने देखा तो उसने पाया कि उसके सामने और कोई नहीं बल्कि हमारा "अर्जुन" ही बैठा हुआ था जो उसको ही बिना किसी भाव के बस एक टक देखे जा रहा था और अब अर्जुन खड़ा हो गया पर उसकी नजर अभी भी आराध्या पर ही थी..!वही आराध्या भी डरते डरते खड़ी हो गई और उसने कुछ देर तक अर्जुन को देखा और फिर झट से उसके सीने से लगकर जोर जोर से रोने लगी और वही आराध्या, अर्जुन के सीने से लगकर जोर जोर से रो रही थी..!और उसने अर्जुन का कोट