इश्क दा मारा - 31

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युवी बंटी की तरफ देखने लगता है। तब यूवी की मां बोलती है, "तुम बंटी की तरफ क्यों देख रहे हो, मेरी तरफ देखो"।यूवी गुस्से में उठता है और बोलता है, "इस घर में कोई चेन से नाश्ता भी नहीं कर सकता है, भेजो इसे बाहर तब तक मैं गाड़ी निकालता हूं"।ये सुनते ही रानी खुश हो जाती है। यूवी बंटी के साथ बाहर चला जाता है।यूवी बंटी से बोलता है, "दहेज पापा ने लिया है और गुलाम मुझे बना रखा है, और मेरा भाई तो सबसे सही है, उसे तो किसी से कोई मतलब ही नहीं है, बस अपने